श्री त्रिपुर तीर्थ यात्रा सेवा समिति ने सावन में 7 ज्योतिर्लिंग का दर्शन कराकर फिर रचा कीर्तिमान , 4 राज्यों के 200 शिवभक्तों की पुरी हुई तमन्नाएं तमाम

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा । भगवान शिव को समर्पित पावन सावन माह एवं भगवान विष्णु को समर्पित पुरषोत्तम मास (मलमास ) में ज्योतिर्लिंग का दर्शन अमोघ फलदायी होता है। 19 साल बाद सावन माह में पड़े मलमास में श्री त्रिपुर तीर्थयात्रा सेवा समिति ने 200 शिवभक्तों को 7 ज्योतिर्लिंग की पावन यात्रा कराकर ,दर्शन लालसा पूरी कर सफल धार्मिक यात्राओं के कारवां में एक और अनूठी उपलब्धि जोड़ ली ।

विगत 15 वर्षों से हर सीजन में श्रद्धालुओं को तीर्थ यात्रा कराकर राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित हो चुकी श्री त्रिपुर तीर्थ यात्रा सेवा समिति ने अपने तीर्थयात्रा सेवा के कारवां में पावन सावन माह में 19 से 29 जुलाई तक शिवभक्तों को देश के विभिन्न राज्यों में अवस्थित भगवान शिव के 7 ज्योतिर्लिंग की यात्रा कराई। जिसमें मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में नर्मदा तट पर स्थित ओंकारेश्वर ज्योर्तिलिंग से यात्रा शुरू की गई है। जो उज्जैन शहर के एकमात्र दक्षिणमुखी ज्योर्तिलिंग महाकालेश्वर ,गुजरात के व सभी ज्योर्तिलिंगों में प्रमुख सोमनाथ ,नागेश्वर ,महाराष्ट्र के नासिक ,पुणे क्षेत्र में स्थित भीमाशंकर ,घृणेश्वर का दर्शन कराते हुए त्रयम्बकेश्वर ज्योतिर्लिंग पहुंची। इस अविस्मरणीय तीर्थयात्रा में छत्तीसगढ़ ,मध्यप्रदेश , बिहार एवं महाराष्ट्र के 30 से 70 वर्ष आयु के 200 शिवभक्तों के जत्थों ने अपने जीवनकाल मे पहली बार 11 दिनों में 7 ज्योतिर्लिंग तीर्थ यात्रा का दर्शन लाभ प्राप्त कर अपना जीवन धन्य बनाया। हिंदू पंचांग के अनुसार हर तीन साल में अधिक मास आता है। इस बार 19 साल बाद सावन में ऐसा संयोग बना। हिंदू पंचांग में सौर मास और चंद्र मास के आधार पर वर्ष की गणना होती है। इससे हर साल 11 दिनों का अंतर आ जाता है, जिसे हर 3 साल में समायोजित करने के लिए एक अतिरिक्त महीना पड़ता है। इसे ही अधिक मास कहा जाता है। यह देवता को शुद्ध करने और किसी भी अशुद्धियों को दूर करने का एक तरीका है। सावन माह में पड़े मलमास से इस बार शिवभक्तों की आस्था और दोगुनी हो गई । 200 शिवभक्तों के जत्थे ने पावन ज्योतिर्लिंग में जलाभिषेक कर जीवन की बाधाओं और कठिनाइयों को दूर कर मनोवांक्षित फल की कामना की ,अपने दर्शन लालसा पूरी की। जल्द ही समिति तीर्थयात्रा के इच्छुक भक्तों के जत्थे को एक और शानदार सुरक्षित अविस्मरणीय धार्मिक यात्रा पर ले जाने तैयारियों में जुट गई है।

5 मैनजर की टीम ने पूरे यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं का रखा ख्याल

7 ज्योतिर्लिंग की तीर्थयात्रा में रिजर्वेशन कोच में 5 मैनेजरों की टीम पूरे यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधाओं का ख्याल रखा। 5 कुक की टीम तीनों पहर (सुबह ,दोपहर ,एवं रात्रि ) में श्रद्धालुओं को रुचिकर सुपाच्य नाश्ता भोजन परोसते रहे। श्री त्रिपुर तीर्थ यात्रा सेवा समिति की शानदार व्यवस्थाओं के चलते श्रद्धालुओं को घर से बाहर घर जैसा नाश्ता एवं भोजन मिला। समिति द्वारा ही हर धार्मिक स्थलों में होटल बस की सारी सुविधाएं मुहैया कराई गई।

उज्जैन के महाराजा महाकाल से लेकर द्वारिका में विराजे नागेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन से श्रद्धालु हुए मंत्रमुग्ध

श्रद्धालुओं को पूरे यात्रा के दौरान कुछ खास अनुभव भी मिले। इनमें उज्जैन के महाराजा महाकाल , घृणेश्वर में एलोरा गुफा का शानदार नजारा देखने को मिला। द्वारिका स्थित नागेश्वर ज्योतिर्लिंग एवं रुक्मणी मंदिर में भक्तों को पानी पिलाने की अद्भुत परम्परा ,एवं सोमनाथ में त्रिवेणी संगम ने मन मोह लिया । इस तरह पूरे तीर्थयात्रा के दौरान आस्था के साथ उल्लास माहौल बना रहा।

श्रद्धालु बोले सुखद शानदार यादगार रही यात्रा

7 ज्योतिर्लिंग की पावन धार्मिक यात्रा में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के पीए श्री कृष्ण कुमार चंद्रवंशी भी साक्षी बने । जिन्होंने पूरी यात्रा के दौरान समिति की सारी व्यवस्थाओं को अद्भुत एवं अनुकरणीय बताया। इनके अलावा बिलासपुर निवासी जनपद पंचायत में पदस्थ रेनु बुनकर ने भी यात्रा को शानदार एवं यादगार बताया। उन्होंने कहा कि पूरी यात्रा के दौरान परिवार जैसा माहौल मिला जो बिरले ही किसी टूर एजेंसी मुहैया करा पाती हैं। मध्यप्रदेश के जबलपुर निवासी 66 वर्षीय मुरारी मिश्रा भी श्री त्रिपुर तीर्थ यात्रा सेवा समिति की यात्रा में शामिल होकर बेहद संतुष्ट नजर आए। उन्होंने कहा कि वाकई श्री त्रिपुर तीर्थ यात्रा सेवा समिति श्रवण कुमार की तरह देश के आस्थावान भक्तों की दर्शन लालसा पूरी कराकर अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत कर रही।
जीवन में पहली बार इतने शानदार सुखद यात्रा का अनुभव हुआ। पूरे यात्रा के दौरान जिस तरह श्रद्धालुओं की सुविधाओं का ख्याल रखा गया वाकई यादगार लम्हें लगे।