सरगबुंदिया कोल साइडिंग पहुँचे क्षेत्रीय विधायक ननकीराम कंवर ,भागने लगे कोल परिवहन में लगे वाहन चालक,बोले ननकीराम – शासन प्रशासन की मिलीभगत से हो रही कोयला चोरी,जब तक बंद नहीं होगी साइडिंग तब तक नहीं हटूंगा

कोरबा ।लगातार जनविरोध के बाद भी सरगबुंदिया कोल साइडिंग एवं प्रतिबंधित मार्ग से कोयला परिवहन जारी रहने से भड़के जनाक्रोश के बीच क्षेत्रीय विधायक ननकीराम कंवर भी आखिरकार मंगलवार को स्वयं साइडिंग पर पहुंच गए। स्थानीय ग्रामीणों व्यापारियों के साथ साइडिंग पर जैसे ही श्री कंवर पहुंचे कोल परिवहन में लगे ट्रांसपोर्टरों के वाहन चालक भाग खड़े हुए। श्री कंवर ने कोयला चोरी को लेकर सीधे शासन प्रशासन पर आरोप लगाया । उन्होंने कहा कि सबकी मिलीभगत से कोयला चोरी हो रही है ।

ज्ञात हो कि सरगबुंदिया कोल साइडिंग से अवैध कोल परिवहन को बंद करने के लिए क्षेत्र की जनता ने पिछले दिनों कलेक्टर को आवेदन दिया था। जिसमें कलेक्टर द्वारा तत्काल कार्यवाही का आश्वासन दिया गया था। किंतु आज लगभग एक सप्ताह हो गया ,शासन द्वारा किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई । हालांकि खनिज विभाग द्वारा आवेदन के दूसरे ही दिन साइडिंग का निरीक्षण किया गया था किन्तु लगता है कि निरीक्षण रिपोर्ट भी अब ठंडे बस्ते में चली गई है। इसी तारतम्य में क्षेत्र की जनता आज क्षेत्रीय विधायक ननकीराम से मिली । विधायक द्वारा तत्काल आवेदन पर संज्ञान लेते हुए कोल साइडिंग का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में विधायक द्वारा कोयला चोरी होते पाया गया। विधायक को देखते ही कोल माफियाओं में अफरा तफरी मच गई। साइडिंग से कोयला लोड होते हाईवा, ट्रकों को तुरंत वहाँ से खाली ही रवाना किया जाने लगा। विधायक महोदय द्वारा साइडिंग में कुछ गाड़ियों को रोककर उरगा थाने में सूचना दी गई। लेकिन क्षेत्रीय विधायक ननकीराम राम कंवर जो कि पूर्व में छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री भी रह चुके हैं उनके थाना में सूचना देने के दो घंटे बाद भी उरगा थाने से एक सिपाही भी नहीं भेजा गया। इससे पुलिस विभाग की इस कोयला चोरी में संलिप्तता साफ-साफ जाहिर होती है। यहां तक की विधायक द्वारा बिलासपुर आई जी को फोन करके कोयला चोरी की सूचना दी गई। किंतु उसके बाद भी पुलिस विभाग द्वारा किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की जा रही है।तब ननकीराम द्वारा कोल साइडिंग में ही बैठकर कार्यवाही की मांग की जाने लगी, उनके द्वारा जब तक कार्यवाही नहीं होती है तब तक साइडिंग से नहीं हटने का निर्णय लिया गया ।