छत्तीसगढ़ में 3 हजार से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों पर एफआईआर निलंबन की कार्रवाई से भड़के स्वास्थ्य कर्मी,संघ के बैनर तले 40 हजार कर्मचारी दे रहे सामूहिक इस्तीफा ,बोले -साथियों को डराने की गई कार्रवाई ,नहीं डरेंगे

रायपुर। छत्तीसगढ़ के इतिहास में 3 हजार से अधिक आंदोलनरत स्वास्थ्यकर्मियों पर की गई निलंबन और बर्खास्तगी की कार्रवाई पर अब नया मोड आ गया है। स्वास्थ्यकर्मियों के समर्थन में स्वास्थ्य संयोजक संघ के बैनर तले आज प्रदेश के 40 हजार कर्मचारी एक साथ इस्तीफा दे रहे है। संघ का कहना है हमारे साथियों को डराने के जो निलंबित और बर्खास्त किया जा रहा है इससे हम नहीं डरते।

इस कार्रवाई को लेकर स्वास्थ्य संयोजक संघ के अध्यक्ष गुप्ता ने बताया कि आज प्रदेश के 40 हजार कर्मचारी एक साथ इस्तीफा दे रहे हैं. डराने के जो हमारे साथियों को निलंबित किया जा रहा है बर्खास्त किया जा रहा है इससे हम नहीं डरते। छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य फेडरेशन के स्वास्थ्य कर्मचारी अधिकारी का बर्खास्त एवं निलंबित FIR होने वाले की सूची जिसमें RHO(ANM/MPW,) नर्सिंग कैडर और डॉक्टर शामिल हैं।

स्वास्थ्यकर्मियों पर की गई कार्रवाई के आंकड़े 👇

जगदलपुर से 296 बर्खास्त

कांकेर से 568 बर्खास्त

बलोदाबाजार से 265 बर्खास्त

बिलासपुर से 205 बर्खास्त

कबीरधाम से 181 बर्खास्त

बेमेतरा से 91 बर्खास्त

दुर्ग से 205 निलंबन

मनेंद्रगढ़ से 10 बर्खास्त

गौरेला कर्मी पेंड्रा मरवाही से 79 बर्खास्त

रायगढ़ से 283 बर्खास्त

महासमुंद से 72 निलंबन

कवर्धा से 161 बर्खास्त

कोरबा से 337 पर एफआईआर

जांजगीर से 232 निलंबन

सरगुजा संभाग से 42 SN निलंबन

कोंडागांव से 10 बर्खास्त

कोरिया 84 बर्खास्त

एमसीबी से 10 बर्खास्त

गरियाबंद से 20 बर्खास्त।
इस तरह से प्रदेश के अलग-अलग जिलों में अब तक 3251 पर कार्रवाई हो चुकी है।

5 सूत्रीय मांगों को लेकर चल रहा पखवाड़े भर से बेमियादी हड़ताल में डटे

बता दें कि पांच सूत्रीय मांगों को लेकर स्वास्थ्यकर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. स्वास्थ्यकर्मी नवा रायपुर के तूता धरना स्थल में पिछले 15 दिनों से राज्य स्तरीय अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी है। जिसमें दस अलग-अलग संगठन के 40 हजार से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मियों ने अस्पताल का बहिष्कार किया है। वहीं प्रदेश के 3 हजार से अधिक आंदोलनरत स्वास्थ्यकर्मियों पर संभागीय संयुक्त संचालक, मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी और जिला कलेक्टरों के जरिये निलंबन और बर्खास्त करने की कार्रवाई की जा रही है। प्रदेश में स्वास्थ्यकर्मियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल से हाहाकार की स्थिति है। स्वास्थ्यकर्मियों के आंदोलन से मरीज परेशान हो रहे हैं। इस हड़ताल के लिए जिम्मेदार कौन है?