हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा ।हसदेव एक्सप्रेस की जन समस्याओं पर प्रमुखता से प्रकाशित खबर
एक बार फिर रंग लाई। निर्माण के महज 3 माह में ही भ्रष्टाचार की परत लगी उखड़ रही भैसमा -सक्ति जिला मार्ग का हफ्ते भर के भीतर ही फर्म ने मरम्मत करा दिया है। जिससे फिलहाल मार्ग में आवागमन करने वाले लोग बेफिक्र सुरक्षित अपने गंतव्य तक जा सकेंगे


यहां बताना होगा कि भैसमा से सक्ति जिले के लिए बरसात से पूर्व लोक निर्माण विभाग द्वारा टू लेन पक्की सड़क तैयार की गई थी । जिसमें से भैसमा से लबेद तक का हिस्सा कोरबा जिला एवं शेष हिस्सा सक्ति जिले के का हिस्सा है। दो फेस में तैयार इस मार्ग को तैयार करने में संबंधित ठेकेदार से न केवल सुस्ती दिखाई वरन बरसात से पूर्व तैयार करने के दबाव में मानकों गुणवत्ता की इस कदर अनदेखी कर दी कि पहली ही बरसात में मार्ग में भ्रष्टाचार की परतें उखड़कर सामने आने लगी थी । कलमीभांठा ,तिलकेजा एवं आमापाली ,जुनवानी के पास सड़क कई पेंच में उखड़ने लगी थी । साईड शोल्डर भी धंसने लगा था । जिससे फर्म एवं अफसरों की जुगलबंदी साफ नजर आने लगी थी ।जल्द ही मार्ग की मरम्मत नही हुई तो आवागमन के दौरान लोगों की परेशानी बढ़ जाती । कार्य की गुणवत्ता ,तकनीकी मापदंडों की जांच की दरकार थी ताकि शासन की मंशा धूमिल न हो। इससे पूर्व पीएमजीएसवाय फेस -3 के तहत तैयार सड़कों के निर्माण में गुणवत्ता के अनदेखी की पोल खुल चुकी थी । चुनावी वर्ष में जनसमस्या की अनदेखी से पनप रहे जनाक्रोश एवं गुणवत्ताहीन सड़क के 5 साल के परफॉर्मेंस गारंटी पिरेड में भी मरम्मत की अनदेखी को देखकर हसदेव एक्सप्रेस ने 9 अक्टूबर को ‘ 3 माह में ही उखड़ने लगी भ्रष्टाचार की परतें ,भैसमा -सक्ति मार्ग में गुणवत्ता के अनदेखी की खुली पोल ,कहीं भारी न पड़ जाए जनाक्रोश ‘नामक शीर्षक के साथ खबर प्रकाशन कर शासन प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया था। जिसके बाद लोक निर्माण विभाग कोरबा जिले के भैसमा सब डिवीजन के अधिकारी हरकत में आए और फर्म को कड़ी चेतावनी देकर 15 से 20 पेंच की मरम्मत करवाया। जिससे फिलहाल लोग मार्ग में बेफिक्र आवागमन कर सकेंगे।
सड़क के गुणवत्ता की जांच भी जरूरी

जिज़ तरह पीएमजीएसवाय के फेस 3 के तहत जिले में पिछले 2 सालों तैयार सडकों की एनक्यूएम ( नेशनल क्वालिटी मॉनिटर ),एसक्यूएम (स्टेट क्वॉलिटी मॉनिटर ) की टीम संबंधित फर्म ,अफसरों से मिलीभगत कर गुणवत्ताहीन सड़कों को क्लीनचिट दे चुके हैं। जनता पीएमजीएसवाय के दर्जनों ग्रामीण सड़कों की दुर्दशा से नाराज है जनाक्रोश है ऐसे में पीडब्ल्यूडी द्वारा 2 साल के भीतर तैयार सभी सड़कों के गुणवत्ता की जांच की जानी चाहिए। केवल मरम्मत कर जनता एवं शासन के आंखों में धूल नहीं झोंका जा सकता।
एनएच के निर्माण से मार्ग में बढ़ा यातायात दबाव,प्रतिबंध के बावजूद भारी वाहनें भी दौड़ रहीं
राष्ट्रीय राजमार्ग कोरबा -उरगा-चाम्पा 149 बी में शामिल मार्ग पर निर्माणाधीन फोरलेन सड़क की वजह से कोरबा से बरपाली ,सलिहाभांठा ,
बंधवाभांठा ,डोंगरीभांठा,पकरिया ,
चिकनीपाली,तिलकेजा,तुमान ,सराईडीह ,गांडापाली,पठियापाली सहित अन्य ग्राम के ग्रामीण पिछले 3 माह से इसी मार्ग से आवागमन कर रहे । एनएच के फोरलेन सड़क तैयार होने में अभी करीब साल -डेढ़ साल का वक्त लगेगा। ऐसे में इस मार्ग पर यातायात का बढ़ता दबाव बरकरार रहेगा। इस मार्ग पर भारी वाहनों के आवागमन पर कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी ने प्रतिबंध लगा रखा है ,बकायदा इस आदेश से जुड़े साइन बोर्ड भी लगाए गए हैं लेकिन इसके बावजूद कई ट्रांसपोर्टर नियमों का माख़ौल उड़ा भारी वाहन दौड़ा रहे हैं।