एसईसीएल 16 मिलियन टन ग्रोथ के बावजूद एमसीएल से 14 मिलियन टन पीछे ,सीएमडी का दौरा रहा अहम

कोरबा। एसईसीएल पिछले वित्तीय साल से 16 मिलियन टन ग्रोथ के बावजूद उत्पादन के मामले में एमसीएल से अभी भी 14 मिलियन टन पीछे है। एसईसीएल ने गुरुवार की अवधि तक 89.26 मिलियन टन कोयला उत्पादन किया है, वहीं एमसीएल ने सौ मिलियन टन का आंकड़ा पार कर दिया है। उक्त अवधि में एमसीएल का कोयला उत्पादन 104.12 मिलियन टन है।

इस बार एसईसीएल 197 मिलियन टन का लक्ष्य हासिल करने का ही नहीं है, बल्कि कोयला उत्पादन के मामले में
2सौ मिलियन टन आंकड़ा भी हासिल करना है। ताकि एसईसीएल कोयला उत्पादन के मामले में कोल इंडिया की नंबर 1 कंपनी फिर से बन सके। पिछले दो वित्तीय वर्ष से दूसरे नंबर पर ही जगह बनाने में एसईसीएल कामयाब रही है। मानसून बीतने के बाद एसईसीएल के सीएमडी डॉ. प्रेम सागर मिश्रा गेवरा, दीपका व कुसमुंडा मेगा प्रोजेक्ट खदानों के दौरे पर पहुंचे। यहां के उत्पादन व डिस्पैच की गतिविधियों को जाना। चालू वित्तीय वर्ष के तय लक्ष्य को हासिल करने ठोस कार्ययोजना से काम करने पर जोर दिया है। उनके दौरे को काफी अहम माना जा रहा है। इसके बाद से यह उम्मीद भी जताई जा रही है कि मेगा प्रोजेक्ट खदानों के विस्तार नीति में तेजी आएगी और नए कोयला खनन फेस खोले जा सकेंगे। इसके लिए एसईसीएल प्रबंधन को माइंस विस्तार की बाधा दूर करनी होगी, जिसमें बसाहट व मुआवजा राशि में अंतर का विवाद सबसे प्रमुख है। अब तक एमसीएल ने 104.12 मिलियन टन कोयला उत्पादन करते हुए सौ एमटी का आंकड़ा पार कर लिया है। वहीं एसईसीएल का उत्पादन 89.26 मिलियन टन है। इस तरह अभी भी एमसीएल से एसईसीएल 14 मिलियन टन पीछे हैं। जबकि पिछले वित्तीय साल से 16 मिलियन टन का ग्रोथ जरूर हासिल किया है।