कोरबा। सोमवार को भूविस्थापितों ने अपने आंदोलन का शंखनाद करते हुए कुसमुंडा खदान बंद करा दिया। इसके बाद वे जीएम कार्यालय में धरने पर डट गए। इस बीच प्रभावित ग्रामीण अपने दोपहर का भोजन जीएम कार्यालय के गलियारों में बैठकर करते नजर आए।

शांति और अहिंसा की राह लेकर अपने अधिकारों की लड़ाई में उतरे भूविस्थापितों का यह अनोखा प्रदर्शन अफसरों से लेकर आम लोगों के लिए कौतूहल का विषय बन गया है। दूसरी ओर प्रशासन-पुलिस के साथ एसईसीएल के अधिकारियों में आंदोलन के इस तरह के आगाज से हड़कंप मच गया है। भूविस्थापितों का कहना है कि अब यह आंदोलन फैसले के दिन तक जारी रखा जाएगा।