कोरबा। सार्वजनिक क्षेत्र के वृहद उपक्रम कोल् इंडिया के अधीन संचालित एसईसीएल बिलासपुर की कोरबा-पश्चिम क्षेत्र में स्थापित खुले मुहाने की गेवरा कोयला परियोजना अंतर्गत गेवरा खदान में हुए एक हादसे के बाद की गयी हड़ताल तत्काल मुआवजे की घोषणा के बाद समाप्त हो गयी है।
जानकारी के अनुसार हादसे के बाद निजी ठेका कंपनी रूंगटा के अधिकारियों ने मृतक के परिजनों को तत्कालिक सहायता के रूप में २ लाख 50 हजार रुपए दिए, वहीं कुछ दिनो में एग्रेसिया के तहत खदान में हादसे के दौरान हुई मृत्यु पर 15 लाख रूपए एवं दुर्घटना बीमा के तहत लगभग 8 से 10 लाख रूपए तक मिलने की बात कही जा रही हैं। इसके अलावा मृतक के ईपीएफ और पेंशन की राशि भी जल्द से जल्द दिलाने की बात कही गई है। हालांकि ये राशि मृतक की कमी को परिवार में पूरा नहीं कर सकती केवल आर्थिक सहयोग हैं।
गेवरा प्रबंधन को अपने खदान में क्षेत्र में लगातार हो रहे हादसों से सीख लेते हुए सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। संबंधित ठेका कम्पनी को भी चाहिए की ठेका कर्मियों के जीवन मूल्य को समझे, केवल अधिक से अधिक ट्रिप लगाने के फेर में ना रहे। सुरक्षा के साथ काम होने से कर्मी के साथ कर्मी का परिवार भी सुरक्षित रहता है। इस दुखद हादसे के उपरांत कंपनी में सुबह से हड़ताल की वजह से सभी ट्रकों के पहिए कई घंटे आखिर थमे रहें, उससे भी कंपनी को कई ट्रिप के साथ और करोड़ों का नुकसान होने की संभावना जताई जा रही हैं।