मार्च के पहले ही दिन एक्शन में ईडी,कोरिया के जनपद सीईओ के ठिकाने पर मारा छापा,कोरबा के इस जनपद पंचायत में रहे हैं पदस्थ ,डीएमएफ से जुड़े तार ढूंढ रही ईडी ….

बैकुंठपुर/कोरबा। मार्च माह के पहले दिन ही ईडी की टीम फुल एक्शन में रही। प्रदेश के कई जिलों में छापामार कार्रवाई की गई। वही कोरबा में पदस्थ रहे पूर्व सीईओ राधेश्याम मिर्झा के कोरिया स्थित आवास में भी दबिश दी गई है। कोरबा में किए गए उनके अनियमितता के मामले में जांच को जोड़कर देखा जा रहा। इसमें जिले में पदस्थ रहे एक पूर्व कलेक्टर की भूमिका भी संदेह के दायरे में बताई जा रही है। जल्द ही पूर्व पूर्व कलेक्टर ईडी के हत्थे चढ़ सकते हैं।

शुक्रवार अलसुबह जनपद पंचायत सीईओ के घर में ईडी के अफसरों ने दबिश दे दी। ईडी के अधिकारी जनपद पंचायत सीईओ के घर की तलाशी ले रहे है और उनसे पूछताछ कर रहे है। शुक्रवार की सुबह छह बजे दो गाड़ियों में ईडी के अफसर पहुंचे थे। जनपद पंचायत सीईओ राधेश्याम मिर्झा के घर ईडी के अफसरों ने दबिश दी है। वही डीएमफ मामले से जुडी जांच, अलसुबह हुई दबिश पर ईडी के अफसरों ने जानकारी देने से मना कर दिया है। ईडी के सूत्रों के अनुसार जनपद पंचायत सीईओ के घर में हुई दबिश डीएमएफ की जांच से संबंधित है। आपको बता दे कि राधेश्याम मिर्झा कोरबा जिले की जनपद पंचायत पोड़ी-उपरोड़ा में वे लगातार तीन साल तक रहे। पोड़ी-उपरोड़ा जनपद पंचायत में डीएमएफ का काम उनके कार्यकाल में बड़े पैमाने पर हुआ है। सूत्र बताते हैं कि अभी कई जनपद पंचायत सीईओ जो पूर्व जनपद में रहकर गलत कार्य किए हैं जिसमें एक डिप्टी कलेक्टर की भूमिका भी बताई जा रही है? उनकी शामत आना तय है। पूर्व कलेक्टर मास्टरमाइंड की भूमिका निभाया है जिसके चलते जनपद पंचायत में पदस्थ रहे पूर्व तीन सीईओ ईडी के रडार में चल रहे हैं?