बहादुरगढ़ : केंद्र सरकार ने टोल प्लाजा पर आ रहीं व्यवहारिक दिक्कतों को देखते हुए बिना फास्टैग गुजरने वाले वाहन चालकों को एक बार फिर से रियायत देने का ऐलान किया है। सरकार ने अब 15 फरवरी तक की मोहलत दी है। इस अवधि के बाद बिना फास्टैग गुजरने वाले वाहनों को न केवल टोल से एंट्री देना बंद होगा, बल्कि उनसे वन-वे टोल स्कीम के तहत दोगुना टोल भी वसूला जाएगा। हालांकि अभी रोहद व छारा के अलावा केएमपी के भी दोनों टोल किसान आंदोलन के कारण फ्री हैं और चालक बिना भुगतान के गुजर रहे हैं। बता दें कि सरकार ने देश के सभी टोल प्लाजा पर एक जनवरी 2021 से फास्टैग व्यवस्था लागू करने का निर्णय लिया था। वाहनों के शत-प्रतिशत फास्टैग से लैस न होने से वाहन चालकों की परेशानियां उठानी पड़ती। ऐसे में सरकार ने इसे देखते हुए इस अवधि को 45 दिन बढ़ाते हुए वाहन चालकों को 15 फरवरी तक की मोहलत दी है। इसके बाद बिना फास्टैग जाने वाले वाहनों से वन-वे स्कीम के तहत दोगुना टोल भी वसूला जाएगा। हालांकि आम दिनों में टोल प्लाजा से गुजरने वाले वाहन चालकों व यात्रियों को फास्टैग व्यवस्था से खासी मुसीबत का सामना करना पड़ता है। कैश की लाइनों में वाहन चालकों को जाम से जूझना पड़ता है। दरअसल, टोल पर लगे स्कैनर के तेज गति से स्कैनिंग न कर पाने और सर्वर के नेटवर्क की गड़बड़ी के कारण फास्टैग लगी गाडि़यों को काफी देर तक लाइनों में खड़े रहना पड़ता है। जानकारों का सुझाव है कि गाड़ी के सामने वाले शीशे पर फास्टैग ऐसे लगाएं, जिससे टोल पर लगे स्कैनर को स्कैन करने में दिक्कत न आए। फास्टैग पर स्क्रेच व धूल न पड़ने दें। रात में टोल पार करते समय अंदर की लाइट ऑन कर दें जिससे स्कैनर आसानी से फास्टैग को स्कैन कर सके।