दिल्ली शराब घोटाला:रॉउज कोर्ट में ईडी की दलील -घोटाले के किंगपिन हैं केजरीवाल

दिल्‍ली। प्रवर्तन निदेशालय (ED) की याचिका पर राउज एवेन्‍यू कोर्ट में सुनवाई हुई। ED ने जज से दिल्‍ली शराब घोटाला से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सीएम अरविंद केजरीवाल की 10 दिन की रिमांड मांगी है, ताकि इस हाईप्रोफाइल मामले में उनसे गहनता से पूछताछ की जा सके। ईडी की ओर से कोर्ट में दलील पेश कर रहे ASG राजू ने कहा कि PMLA के विभिन्न प्रावधानों का पालन किया गया।

केजरीवाल को लिखित में वजह बताई गई है। गिरफ्तारी के आधार के बारे में उन्‍हें जानकारी दी गई है और उनके घरवालों को भी सूचित किया गया है। ASG राजू ने कहा कि केजरवाल को दिल्ली में 21 मार्च को गिरफ्तार किया गया, हम केजरीवाल की 10 दिन हिरासत की मांग कर रहे हैं. उन्‍होंने बताया कि गिरफ्तारी के 24 घंटे के अंदर केजरीवाल को कोर्ट के सामने पेश किया गया। ईडी की ओर से पेश एएसजी एसवी राजू ने अपनी दलील में कहा कि शराब कारोबारियों से घूस मंगाने के मामले में दिल्ली के मुखमंत्री किंगपिन और मुख्य षड्यंत्रकारी हैं।
ईडी की ओर से कोर्ट में पेश हुए एसवी राजू ने अदालत के समक्ष अरेस्ट फ़ाइल पेश की। साथ ही 28 पेज में ग्राउंड ऑफ अरेस्‍ट का विवरण भी दिया गया। केजरीवाल को किस सेक्शन के तहत गिफ्तारी की गई, इसकी भी जानकारी कोर्ट को दी गई। ईडी ने कोर्ट को बताया कि दिल्‍ली एक्‍साइज पॉलिसी (अब निरस्‍त) बनाने में केजरीवाल सीधे तौर पर शामिल थे। इससे अर्जित पैसे का इस्‍तेमाल गोवा में किया गया। जांच एजेंसी ने केजरीवाल को घोटाले का सरगना करार देते हुए कोर्ट को बताया कि इसी मामले में मनीष सिसोदिया को जमानत नहीं मिली है।

ईडी का पक्ष

ASG राजू ने कहा कि मनीष सिसोदिया ने भी मामले में मुख्य भूमिका निभाई। सिसोदिया की जमानत सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया था। केजरीवाल ने इस भ्रष्टाचार का षड्यंत्र रचा। उन्‍होंने आगे बताया कि घूस (किकबैक) में मिले पैसे का इस्‍तेमाल गोवा चुनाव में हुआ। ED की ओर से दलील दी गई कि मनीष सिसोदिया ने विजय नायर को केजरीवाल के घर बुलाया और शराब नीति से जुड़े दस्तावेज दिए। केजरीवाल आबकारी नीति तैयार करने में सीधे शामिल थे। विजय नायर उनके लिए काम कर रहा था। ASG राजू ने कहा कि विजय नायर केजरीवाल और के. कविता के लिए काम कर रहा था। साउथ ग्रुप में मिडल मैन की भूमिका में था।

राघव मुंगटा का बयान

ईडी की ओर से कोर्ट में राघव मुंगटा का बयान भी पढ़ा गया। ईडी ने कहा कि केजरीवाल चाहते थे कि उनके पिता दिल्ली में शराब कारोबार का चेहरा बनें। ASG राजू ने राघव मुगंटा के बयान का हवाला देते हुए अदालत को बताया कि केजरीवाल चुनाव लिए 100 करोड़ की फंडिंग चाहते थे। मुंगटा पिता-पुत्र दोनों ने इस बयान की तस्दीक की है। ईडी के वकील एसवी राजू ने शरत रेड्डी के बयान का भी उल्‍लेख किया। ईडी ने कहा कि केजरीवाल ने शरत रेड्डी को विजय नायर पर भरोसा रखने को कहा। अपराध से अर्जित 45 करोड़ रुपये का इस्तेमाल गोवा चुनाव में हुआ। ASG राजू ने कहा कि दो बार कैश ट्रांसफर किए गए. बुची बाबू के ज़रिए पहले 10 करोड़ और फिर 15 करोड़ रुपया ट्रांसफर किया गया। विजय नायर केजरीवाल का बेहद क़रीबी था।

पूछताछ के बाद हुई थी गिरफ्तारी

प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने कथित शराब घोटाला मामले में दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गुरुवार को लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था। इससे पहले दिल्‍ली हाईकोर्ट ने केजरीवाल की उस याचिका को खारिज कर दी थी, जिसमें उन्‍होंने ईडी को किसी भी तरह की दंडात्‍मक कार्रवाई करने से रोकने की मांग की थी। इसके बाद उन्‍होंने गुरुवार रात को ही उन्‍होंने अपनी गिरफ्तारी को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी, लेकिन उनकी याचिका पर जल्‍द सुनवाई की मांग को नहीं माना गया था। इसके बाद शुक्रवार 22 मार्च 2024 को केजरीवाल की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ की अध्‍यक्षता वाली पीठ ने उन्‍हें जस्टिस संजीव खन्‍ना की अगुवाई वाली तीन जजों की पीठ के समक्ष जाने का निर्देश दिया था। बाद में केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि वह याचिका वापस ले रहे हैं। अब वह अपनी बात पहले निचली अदालत के समक्ष रखेंगे।