दुर्ग । छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभी कार्यकर्ताओं से लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि, अगर एक सीट से 375 से अधिक प्रत्याशी हुए तो वहां चुनाव ईव्हीएम की जगह बैलेट पेपर से होगा। ऐसे में कांग्रेस की जीत निश्चित है। दरअसल, पाटन विधानसभा के आमालोरी गांव में मंगलवार को कांग्रेस का कार्यकर्ता सम्मेलन था। इसमें शामिल होने के लिए राजनांदगांव से लोकसभा प्रत्याशी भूपेश बघेल भी पहुंचे थे। वहां उन्होंने ईव्हीएम पर फिर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि, इस बार लोकसभा चुनाव ईव्हीएम से नहीं होने देना चाहते हैं। बैलेट पेपर से चुनाव हुआ तो भाजपा की असलियत सामने आ जाएगी।
कार्यकर्ताओं को बताया लोकसभा चुनाव का नियम
इस दौरान पूर्व सीएम बघेल ने कार्यकर्ताओं को लोकसभा चुनाव के नियम भी बताए। उन्होंने कहा कि अगर नाम वापसी के बाद 375 कैंडिडेट मैदान में रहे तो निर्वाचन आयोग को वहां बैलेट पेपर से चुनाव कराना होगा। इसलिए आप सभी लोग चुनाव मैदान में फार्म भरें। ऐसा करें को सभी जगह 375 से अधिक प्रत्याशी नाम वापसी के बाद रहें।
कार्यकर्ताओं को दिलाया संकल्प
कार्यक्रम के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री ने सभी कार्यकर्ताओं को संकल्प दिया है कि वो सभी लोकसभा सीटों में 375 से अधिक कैंडीडेट की संख्या रखेंगे। हर हालत में ऐसा होना चाहिए की सभी सीट में 375 प्रत्याशियों से अधिक चुनाव मैदान में खड़ें हों। इससे ईव्हीएम की सच्चाई अपने आप सामने आ जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि ऐसा हुआ तो निश्चित तौर पर कांग्रेस सभी जगह जीत दर्ज करेगी।
बैलट से चुनाव की रखी मांग
कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हमसे कहा जाता है कि जब हार जाते हैं, तो ईव्हीएम पर सवाल उठाते हैं। सच्चाई ये है कि कांग्रेस का शुरू से स्टैंड रहा है कि बैलेट से चुनाव होना चाहिए, क्योंकि ईव्हीएम को हैक किया जा सकता है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि 2018 में जब विधानसभा चुनाव जीत कर सरकार बनाई, तो उसके बाद निकाय चुनाव बैलट से कराया, जिसमें हमने जीत भी दर्ज की।
पहले भी ईव्हीएम पर उठा चुके हैं सवाल
ऐसा पहली बार नहीं है जब पूर्व मुख्यमंत्री बघेल और कांग्रेस के आला नेताओं ने ईव्हीएम की विश्वसनीयता पर सवाल न खड़ा किया हो। इससे पहले भी भूपेश बघेल ईव्हीएम के बजाय बैलेट पेपर से वोटिंग कराने की मांग कर चुके हैं। उन्होंने ईव्हीएम के हैक होने की आशंका भी जाहिर की थी। भूपेश ने कहा था कि, जब दूसरे ग्रह पर यहां से बैठकर मशीन को ठीक की जा सकती है, तो ईव्हीएम कौन सी बड़ी बात है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन और प्रधानमंत्री का अकाउंट हैक हो सकता है, तो ईव्हीएम क्यों नहीं हैक हो सकती है।