गुटखा खाने के दौरान हुए मामूली विवाद में हत्या कर युवक को दफनाया, पर हो गए बेनकाब,पांचों हत्यारे गिरफ्तार ,जानें कैसे खुला हत्या का राज …..

राजनांदगांव। राजनांदगांव जिले के ग्राम कोहका के अंधियारी पाठ जंगल में हुए अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाते हुए पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने नशे में हुए विवाद के बाद डोमेश्वर साहू नाम के युवक की हत्या कर दी थी।

मामला तुमड़ीबोड़ पुलिस चौकी का है।
पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने बताया कि 31 जनवरी 2024 की रात तुमड़ीबोड़ थाना क्षेत्र के ग्राम ढाबा में एक युवक की हत्या हुई थी। हत्या के बाद आरोपियों ने शव को अंधियारी पाठ के जंगल में गड्ढा खोदकर दफना दिया था। 26 मार्च को जंगल से एक ग्रामीण गुजर रहा था, उस दौरान उसे गड्ढे से बाहर निकला हुआ शव का पैर दिखाई दिया।

मृतक की शिनाख्त डोमेश्वर साहू के रूप में हुई

ग्रामीण ने तुरंत पुलिस को मामले की सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने गड्ढे से शव को निकलवाया और जांच शुरू की। मृतक की शिनाख्त ढाबा गांव के रहने वाले डोमेश्वर साहू के रूप में हुई है। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि डोमेश्वर 31 जनवरी को ढाबा निवासी युगल कुमार ठाकुर के घर सगाई समारोह में आया था। आरोपियों की तलाश में पुलिस ने तकनीकी सबूतों की मदद ली। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि मृतक के मोबाइल का इस्तेमाल दुर्ग जिले के बानी नवागांव निवासी समीर ठाकुर कर रहा है।

2 आरोपियों को हिरासत में लेकर की गई पूछताछ

इस पर पुलिस ने संदिग्ध समीर ठाकुर और एक अन्य आरोपी धनंजय कुमार को हिरासत में ले लिया और पूछताछ शुरू की। आरोपी समीर ने पुलिस को बताया कि ढाबा निवासी धरमू ठाकुर, रितेश श्रीवास, युगल कुमार ठाकुर ने डोमेश्वर साहू की हत्या की है।

बाकी के 3 आरोपियों को भी किया गया गिरफ्तार

इसके बाद पुलिस ने बाकी के 3 आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि 31 जनवरी को सगाई के बाद रात 8 बजे सभी युवक गुटखा खाने गांव के एक किराना किराना दुकान पर गए थे। यहां डोमेश्वर साहू के साथ तीनों आरोपियों का विवाद हुआ। इस पर तीनों युवक पंचायत भवन के पास डोमेश्वर को खींचते हुए ले गए और गांव के भाटा पारिया गड्ढे में ले जाकर उसके सिर और छाती पर पत्थर से ताबड़तोड़ वार कर दिया।

इससे डोमेश्वर साहू की मौके पर मौत हो गई। उसकी हत्या करने के बाद आरोपियों ने उसके शव को नहर नाली के पास छिपाकर रखा और सगाई में खाना खाने चले गए। बाद में पकड़े जाने के डर से उन्होंने शव को वहां से निकाल लिया। आरोपियों ने अंधियारी पाठ पहाड़ी जंगल में शव ले जाकर वन विभाग द्वारा खोदी गई नाली में डाल दिया। इसके बाद उन्होंने शव पर पत्ते और झाड़ियां डाल दीं।
एसपी मोहित गर्ग ने बताया कि हत्याकांड में तीन मुख्य आरोपी धरमू ठाकुर, रितेश श्रीवास और युगल कुमार शामिल हैं। वहीं दो अन्य लोग धनंजय कुमार और समीर कुमार सहूत छिपाने में सहयोगी हैं। आरोपी धरमू ठाकुर और युगल ठाकुर के खिलाफ महाराष्ट्र के पुणे में भी हत्या का मामला दर्ज है। मृतक का शव छिपाने के बाद भी आरोपियों को पकड़े जाने का डर सता रहा था।
बीते 3 फरवरी को आरोपी धरमू ठाकुर, रितेश श्रीवास और युगल ठाकुर ने लाश को दूसरी जगह दफनाने की योजना बनाई। वे रात में अपने घर से फावड़ा, कुदाली लेकर अंधियारी पाठ पहाड़ी पर कोहका के जंगल में पहुंचे। उन्होंने यहां एक गड्ढा खोदा और लाश को नहर नाली से निकालकर उसमें दफना दिया।
घटना के समय पहने हुए कपड़े, फावड़ा और कुदाली को आरोपियों ने अपने घर में लाकर छिपा दिया। हालांकि उधर से गुजर रहे ग्रामीण को गड्ढे से निकला हुआ शव का पैर नजर आ गया और इस तरह से मामले का खुलासा हुआ। पुलिस ने इस मामले में मृतक का मोबाइल फोन, कपड़े, शव को ले जाने में उपयोग की गई साइकिल, फावड़ा और कुदाल को जब्त कर लिया है। पांचों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।