सर्वसुविधाओं के साथ श्री त्रिपुर तीर्थ यात्रा सेवा समिति 7 मई से 14 पालियों में कराने जा रही चार धाम की पावन यात्रा ,ऐसा उत्साह 60 फीसदी सीटें हो चुकीं बुक

सर्वसुविधाओं के साथ श्री त्रिपुर तीर्थ यात्रा सेवा समिति 7 मई से 14 पालियों में कराने जा रही चार धाम की पावन यात्रा ,ऐसा उत्साह 60 फीसदी सीटें हो चुकीं बुक

 

कोरबा। गर्मी की छुट्टियों में उत्तराखंड में अवस्थित पावन चार धाम की यात्रा का दर्शन लाभ की ख्वाहिश रखने वाले श्रद्धालुओं के मन में ट्रेनों में टिकट नहीं मिलने की टीस रह जाती है । लेकिन ऐसे आस्थावान भक्तों को अब निराश होने की जरूरत नहीं ,कंफर्म टिकट एवं सर्व सुविधाओं के साथ आपको पिछले पौने दो दशक (18 वर्षों) से देशवासियों को पावन चारधाम की यात्रा कराकर उनका जीवन धन्य बनाते आ रही देश की प्रसिद्ध तीर्थाटन सेवा समिति श्री त्रिपुर तीर्थ यात्रा सेवा समिति 7 मई से 28 जून तक 14 पालियों में एकबार फिर चारधाम की पावन यात्रा कराने जा रही है। इसके साथ ही श्री त्रिपुर तीर्थ यात्रा सेवा समिति की सेवाओं के कारवां में एक और सफल अध्याय जुड़ जाएगा। समिति के चार धाम की पावन यात्रा में सहभागी बनने अभी से श्रद्धालुओं में उत्साह दिखने लगा है, भागमभाग से बचने 60 फीसदी से अधिक सीटें बुक करा ली गई हैं।

 

 

यहाँ बताना होगा कि लगातार 18 वर्षों से चार धाम की सुव्यवस्थित शानदार सफल यात्रा कराते आ रही देश की विख्यात तीर्थाटन सेवा समिति श्री त्रिपुर यात्रा तीर्थ सेवा समिति की मंशा आस्थावान भक्तों की स्थली छत्तीसगढ़ के वयोवृद्ध श्रद्धालुओं को कम राशि पर सर्वसुविधा युक्त तीर्थ यात्रा कराने की रही है। ताकि श्रद्धालुओं के जीवन में सुख समृद्धि यश कृति बनी रहे । वे अपना जीवन धन्य बना सकें। हिन्दू धर्म ग्रंथों के अनुसार
इंसान की इन पांचों ख्वाहिशों की स्थली भारत की पतित पावनी देवभूमि उत्तराखंड में अवस्थित है ।चारधाम के नाम से विख्यात उत्तराखण्ड की पावन धरा पर अवस्थित बद्रीनारायण ,केदारनाथ ,गंगोत्री व यमुनोत्री ये वो तीर्थस्थल हैं जहां इंसान की ये पांचों कामनाएं पूरी हो जाती हैं। ग्रीष्म ऋतुकाल में ऐसे ही चारधाम तीर्थयात्रा करने के इच्छुक भक्तों के जत्थों के सपनों को श्री त्रिपुर तीर्थ यात्रा सेवा समिति एक बार फिर साकार करने जा रही है। 7 मई से 28 जून तक 14 पालियों में चारधाम की पावन यात्रा कराई जाएगी। इसके लिए ऑनलाइन एवं ऑफलाइन बुकिंग की प्रक्रिया शुरू हो गई है। श्री त्रिपुर तीर्थ यात्रा सेवा समिति इस बार अधिकाधिक श्रद्धालुओं को चार धाम की यात्रा कराने की कीर्तिमान रच सकती है।श्रद्धालुओं के टिकट बुक कराने को लेकर दिख रही उत्साह कुछ यहीं बयां कर रही है। अभी तक 60 फीसदी से अधिक सीटें बुक हो चुकी है।
जो भी श्रद्धालगण अपनी तीर्थ यात्रा करने की इच्छा रखते है तो कृपया www.tripuryatra.com से जल्द से जल्द अपनी बुकिंग ऑनलाइन करवा लें। ट्रेन की टिकटें लगभग 60 प्रतिशत से अधिक बुकिंग हो चुकी है। अधिक जानकारी के लिए मो. 7247411411 में कॉल कर जानकारी ली जा सकती है।

 

 

समिति की सर्वसुविधायुक्त होटल में प्रशिक्षित कुक की मिलेंगी सेवाएं

श्रद्धालुओं की सेवाओं के लिए गत वर्ष से तैयार हो चुकी श्री त्रिपुर तीर्थ यात्रा सेवा समिति के स्वयं का सर्वसुविधायुक्त होटल सेवाएं प्रदान करने तत्पर है।
यही नहीं पुरी यात्रा के दौरान समिति के प्रशिक्षित कुक की टीम श्रद्धालुओं को स्वाद एवं सेहत अनुरूप नाश्ता एवं भोजन परोसेगी।चारधाम की पावन यात्रा में भारत के 7 राज्यों छत्तीसगढ़,मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, झारखंड ,बिहार, उड़ीसा सहित दिल्ली
के श्रद्धालु शामिल होकर अपना जीवन धन्य बनाएंगे। जत्थे को हरिद्वार तक रिजर्वेशन कोच के माध्यम से व शेष यात्राएं स्पेशल बस के माध्यम से कराई जाएगी।

 

 

 

 

चारोंधाम के 10 से 13 मई के बीच खुलेंगे कपाट

श्री त्रिपुर तीर्थ यात्रा सेवा समिति का कारवां
हरिद्वार में पतित पावनी गंगा स्नान, पूजा-अर्चना के साथ शुरू होगा। समिति
यमुनोत्री -गंगोत्री का दर्शन कराकर विशेष वाहनों से श्रद्धालुओं को बाबा केदारनाथ धाम एवं बद्रीनाथधाम का दीदार कराएगी।उत्तराखंड टूरिज्म द्वारा यमुनोत्री गंगोत्री के कपाट 10 मई को खोले जाएंगे। द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक मोक्ष की स्थली बाबा केदारनाथ धाम एवं श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शन निमित्त 11 से 13 मई के बीच खुलेंगे। गंगोत्री के बाद यात्रा का अगला कारवां केदारनाथ की ओर आगे बढ़ेगा । श्रद्धालुओं के जत्थे को घोड़े खच्चर पालकी पिठ्ठू से केदारनाथ बाबा के दर्शन निमित्त रवाना किया जाएगा। समिति के स्पेशल वाहन से फाटा सिरकी हैलीपैड से बाबा केदारनाथ के दर्शन निमित्त रवाना होंगे। द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक हिमालय की गोद मे बसे बाबा केदारनाथ का दर्शन एवं सुरम्य वादियों का दीदार कर श्रद्धालुओं का जत्था लग्जरी टूरिस्ट बस से बद्रीनाथ धाम के लिए कूच करेगा । अलकनंदा नदी के किनारे बसा भगवान विष्णु को समर्पित बद्रीनाथ मंदिर को आदिकाल से स्थापित और सतयुग का पावन धाम माना जाता है। इसकी स्थापना मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम ने की थी।श्रद्धालुओं की सेवाओं के लिए श्री त्रिपुर तीर्थ यात्रा सेवा समिति की प्रशिक्षित टीम पूरी यात्रा के दौरान साथ में मौजूद रहकर सेवाएं प्रदान करेंगी।