रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट मामले में एनआईए को मिली बड़ी सफलता, हमलावर मुसाविर हुसैन शाजिब गिरफ्तार

बेंगलुरु। बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट मामले में एनआईए को बड़ी सफलता मिली है। टीम ने कैफे ब्लास्ट मामले में हमलावर मुसाविर हुसैन शाजिब को गिरफ्तार कर लिया है। कई महीनों से फरार चल रहे आरोपी मुसाविर हुसैन को असम और पश्चिम बंगाल के साथ एक ज्वाइंट ऑपरेशन के तहत एनआईए ने गिरफ्तार किया है।
आरोपी से मामले में पूछताछ की जा रही है। 

बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले में एनआईए के हाथ घटना में शामिल एक प्रमुख संदिग्ध हाथ लगा है। गिरफ्तार व्यक्ति मुसाविर हुसैन शाजिब को कैफे में बम रखने के लिए जिम्मेदार पाया गया था। मामले में काफी अलर्टनेस और खुफिया जानकारी जुटाने के बाद एनआईए की टीम ने ज्वाइंट ऑपरेशन के तहत हमलावर को पकड़ा है।  

भरी दोपहर हुआ था बम ब्लास्ट

बेंगलुरु के रामेश्‍वरम कैफे में बीते 1 मार्च को दोपहर करीब 1 बजे बम धमाके से पूरा इलाका थर्रा उठा था। विस्फोट में कुल 9 लोग घायल हुए थे। जांच में रामेश्‍वरम कैफे ब्लास्ट के तार आतंकी संगठन ISIS से जुड़े होने की बात सामने आई है। एनआईए की टीम मामले की जांच कर रही है।

टोपी से हुई थी आरोपी शाजिब की पहचान

कैफे ब्लास्ट के संदिग्ध मुसाविर हुसैन शाजिब ने घटना के दौरान एक टोपी पहन रखी थी। खास बाते ये है कि उसकी टोपी से ही उसकी पहचान हुई है। जांच के दौरान पुलिस को शाजिब की एक दुकान से टोपी खरीदने की सीसीटीवी में तस्वीर नजर आई थी। सीसीटीवी फुटेज से शाजिब और उसके उसके सहयोगी अब्दुल मतीन ताहा की पहचान करने में मदद मिली। शाजिब कर्नाटक का रहने वाला है। एनआईए को इसके मालेनाडु क्षेत्र में आतंकवादी संगठनों के साथ संबंध होने भी शक है। इस खुलासे से मैंगलोर और कोयंबटूर की घटनाओं समेत बम धमाकों जैसे मामलों में शामिल आरोपियों के नेटवर्क पर भी जानकारियां सामने आई हैं।  

जेल में बंद शारिक, मतीन और मुसाबिर से शाजिब का संबंध

एनआईए की ओर से गिरफ्तार किए गए शाजिब का मामले में पहले से बंद आतंकवादियों शारिक, मतीन और मुसाबिर से संबंध होने की बात सामने आ रही है। मामले में पुलिस आरोपी के पिछले किए गए अपराधों के बारे में जानकारी जुटा रही है।