नंद के घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की ….मुड़ापार में महिला समिति के संगीतमय श्रीमद भागवत ज्ञान गंगा महापुराण यज्ञ में उमड़ रही आस्था

किसी का कद देकर उसकी योग्यता का आंकलन हमें नहीं करना चाहिए ,अभिमानी राजा बलि का अभिमान तोड़ने श्री हरि ने 52 इंच के वामन अवतार लेकर 3 पग भूमि भिक्षा में मांग तीनों लोक को नाप दिया -आचार्य नूतन पांडेय

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा । किसी का कद देकर उसकी योग्यता का आंकलन हमें नहीं करना चाहिए। भगवान श्री हरि ने अभिमानी राजा बलि का अभिमान तोड़ने 100 वें यज्ञ के पूर्ण होने से पूर्व 52 इंच के वामन अवतार में पहुंच 3 पग भूमि भिक्षा में मांग तीनों लोक नाप दिया।

उक्त बातें ग्राम तिलकेजा से पधारे प्रख्यात कथावक्ता पंडित नूतन कुमार पांडेय ने रामलीला मैदान में जय शिवाजी महिला समिति द्वारा आयोजित संगीतमय श्रीमद भागवत ज्ञान गंगा महापुराण यज्ञ के पंचम दिवस आयोजित कथा प्रसंग के दौरान कही । आचार्य श्री पांडेय ने कहा कि जीवन में हमें मर्यादित होना अत्यंत आवश्यक है। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम ने सम्पूर्ण जगत को मर्यादा का पाठ पढ़ाया।आचार्य श्री पांडेय ने हनुमान जी की शक्ति एवं महिमा का बखान करते हुए कहा कि वे ऐसे देवता हैं जिनका प्रताप चारों युग में हैं। उनकी सिद्धि से संपूर्ण जगत वाकिफ है ।


आचार्य श्री पांडेय ने कहा कि जब जब धरती पर अत्याचार बढ़ता है नारायण अवतार लेते हैं अत्याचारी कंस का वध करने नारायण ने श्री कृष्ण रूप में अवतरित होकर सम्पूर्ण जगत को उसके अत्याचार से मुक्त किया। समूचे जगत में प्रेम का संचार किया। भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव हर्षोल्लास से मनाया गया। कथा स्थल पर नयनाभिराम झांकी निकाली गई ।सुरेश चंद्रा श्रीमती रिद्धि चन्द्रा के नन्हा पुत्र प्रीमांश तारणहार कान्हा लला बने । सुरेशचंद्र वासुदेव बने । दोनों की वेशभूषा ने उपस्थित श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कथा स्थल पर जैसे ही वासुदेव जी टोकरी में बाल कान्हा को लेकर वृंदावन रूपी पंडाल पर पहुंचे पुष्प वर्षा के साथ अभिनंदन किया गया। श्रोतागण झूम उठे। बाल कान्हा का प्रमुख यजमान रामनारायण श्रीमती सुमन श्रीवास सहित समस्त भक्तों ने पुष्पाहार पहना, पूजा अर्चना कर आशीर्वाद लिया। सभी श्रोतागण नंद के घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की धुन पर खूब झूमे। सभी ने बाल कान्हा की पूजा अर्चना कर खुशहाल जीवन की कामना की। आचार्य श्री पांडेय ने बाल कान्हा को गोद में लेकर तिलक कर अभिनन्दन किया ।इससे पूर्व दिलीप श्रीवास श्रीमती रामेश्वरी श्रीवास के पुत्र निकेश श्रीवास भगवान वामन बने । भगवान वामन के वेशभूषा में निकेश ने मनोहारी प्रस्तुति दी । सभी ने भगवान वामन की आरती कर आशीष लिया।