बस्तर : जगदलपुर शहर से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित टिकरालोहंगा गांव में बीते 3 जनवरी को गांव के युवक चंदु मौर्य ने अपनी दो प्रेमिका के साथ धूमधाम से शादी की और इस शादी की पूरे गांव वाले गवाह बने. टिकरालोहंगा गांव में मौजूद चंदू के घर ईटीवी भारत की टीम पहुंची. चंदू मौर्य ने ईटीवी भारत को बताया कि करंजी गांव की हसीना बघेल और एरण्डवाल गांव की सुदरी कश्यप के साथ उन्होंने शादी की. चंदू ने यह भी बताया कि किस तरह दोनों युवतियां उसकी प्रेमिका बनीं.
अजब प्रेम की गजब कहानी
सुदरी कश्यप से हुई पहली मुलाकात
चंदू ने बताया कि वह एरण्डवाल गांव में मजदूरी का काम करने गया हुआ था. इस दौरान वहां उसे सुदरी कश्यप मिली और दोनों के बीच प्यार हुआ. दोनों ने एक दूसरे से शादी करने की इच्छा जाहिर की.
विधि-विधान से एक ही मंडप में शादी
सुदरी के बाद हसीना से हुआ प्यार
इसके बाद चंदू की मुलाकात हसीना से एक गांव में शादी के दौरान हुई. हसीना ने चंदू से बात करने की इच्छा जाहिर की और चंदू भी राजी हो गया. दोनों के बीच प्यार हुआ. सबसे पहले चंदू हसीना को अपने साथ घर ले आया और उसके कुछ दिन बाद सुदरी कश्यप चंदू के साथ आ गई.
सुदरी संग चंदू संग हसीना
हालांकि दोनों युवतियों के बीच पहले चर्चा हुई और दोनों की रजामंदी के बाद चंदू के परिवार वालों ने बीते 3 जनवरी को चंदू हसीना बघेल और सुदरी कश्यप की एक ही मंडप में धूमधाम से शादी हुई.
टिकरालोहंगा गांव में शादी
पूरे गांव को भेजा आमंत्रण कार्ड
इस शादी के लिए बाकायदा पूरे गांव में आमंत्रण कार्ड भी भेजा गया. चंदू ने बताया कि उनके शादी में केवल गांव के ही नहीं बल्कि दूसरे गांव के भी लोग आशीर्वाद देने पहुंचे हुए थे. बाकायदा मुरिया समाज के रीति-रिवाज के साथ धूमधाम से चंदू की हसीना बघेल और सुदरी कश्यप से शादी हुई.
शादी से खुश है परिवार
चंदू ने बताया कि वह 11वीं कक्षा तक पढ़ा है. पहले मजदूरी का काम कर रहा था लेकिन अब उनके पिता के साथ उनके पास मौजूद 1 एकड़ की जमीन में खेती किसानी का काम करता है. आर्थिक रूप से कमजोर चंदू ने नौकरी के लिए भी गुहार लगाई है. चंदू का कहना है कि वह अपनी दोनों पत्नियों के साथ हंसी-खुशी जिंदगी बिता रहा है.
एक ही मंडप में दो युवतियों से शादी
शुरुआत में सुदरी ने जताया था एतराज
चंदू की पत्नी सुदरी कश्यप ने बताया कि जब उसे पता चला कि चंदू हसीना नाम की एक और युवती को चाहता है और उससे शादी करना चाहता है तो शुरुआत में तो एतराज जताया लेकिन हसीना और सुदरी के बीच हुई मुलाकात के बाद दोनों ने चंदू के साथ जिंदगी बिताने के लिए आपसी रजामंदी कर ली. इसके बाद चंदू के परिवार वालों ने धूमधाम से शादी की. चंदू की दूसरी पत्नी हसीना बघेल ने बताया कि उन्होंने भी सुदरी कश्यप के बारे में पता चलने पर एतराज जताया. शादी के लिए मना कर दिया लेकिन हसीना दूसरे दिन अपने आप को रोक नहीं पाई. उसने भी चंदू से शादी करने की ठान ली. दोनों की रजामंदी के बाद 3 जनवरी को सात फेरों के साथ चंदू सुदरी और हसीना ने साथ जीने-मरने की कसमें खाईं.
जगदलपुर में चंदू की शादी
चंदू ने यह भी बताया कि भगवान गणेश उनके इष्ट देवता हैं. बचपन से ही गणेश भगवान के प्रति उनका काफी लगाव है लेकिन उसे नहीं मालूम था कि उसके जिंदगी में भी रिद्धि-सिद्धि की तरह हसीना और सुदरी आएगी. जब चंदू के माता-पिता को इस बात का पता चला तो उन्होंने भी इसका एतराज नहीं जताया. चंदू के पिता ने बताया कि उसके परिवार में चंदू और उसका बड़ा भाई उनकी पत्नी , चंदू की मां, एक बेटी और अब दो बहुएं हैं.
बस्तर में चंदू ने लड़कियों से शादी की
खेती-किसानी करता है चंदू
चंदू उनके साथ उनके पास मौजूद 1 एकड़ की जमीन में खेती किसानी का काम करता है. चंदू ने जब दोनों ही युवतियों से शादी की इच्छा जताई तो उन्होंने भी दोनों युवतियों की खुशी और चंदू के खुशी के लिए बड़े ही धूमधाम से इनकी शादी की. इस शादी में लगभग 400 से 500 लोग शामिल हुए.
आर्थिक रूप से कमजोर है परिवार
हालांकि चंदू के पिता का कहना है कि आर्थिक रूप से उनका परिवार कमजोर है. वे चाहते हैं कि चंदू को छोटी-मोटी कोई नौकरी मिल जाए ताकि वह अपनी दोनों बीवी के साथ हंसी-खुशी अपनी जिंदगी बिता सके. उन्होंने कहा कि इस शादी के लिए गांव में किसी तरह का कोई विरोध नहीं हुआ और ना ही पंचायत और ना ही समाज के प्रमुखों ने इसके लिए किसी तरह से कोई आपत्ति जताई.
हसीना बघेल कक्षा नौवीं तक पढ़ी है. उसकी उम्र 19 साल है. जबकि सुदरी कश्यप कक्षा ग्यारहवीं तक पढ़ी है. उसकी उम्र 20 वर्ष है. कानूनी तौर पर दोनों ही वयस्क हैं. चंदू की भी उम्र 22 वर्ष है.
एक ही मंडप में दो युवतियों से शादी
‘समाज ऐसी शादी को अनुमति नहीं देता’
2 युवतियों के साथ शादी होने के बाद सोशल मीडिया में तेजी से वीडियो वायरल हुआ और यह बात आदिवासी समाज के प्रमुखों तक पहुंची. कोया समाज के प्रदेश अध्यक्ष शंकर ठाकुर ने कहा कि आदिवासी परंपरा में दो युवतियों के साथ एक युवक द्वारा एक ही मंडप में विवाह करने की इजाजत नहीं है. यह बस्तर का पहला मामला है, जब दो युवतियों के साथ एक युवक ने पूरे आदिवासी रीति-रिवाज से और विधि-विधान के साथ शादी की है. आदिवासी परंपरा के तहत समाज ऐसी शादी को अनुमति नहीं देता. यह शादी सरासर गलत है.
किसी ने विरोध नहीं किया- सरपंच
गांव के सरपंच मंगल मौर्य ने बताया कि उन्हें इस बात का पता चला कि चंदू मौर्य ने दो युवतियों से शादी करने की इच्छा जाहिर की है. ऐसे में वह भी उनके घर पहुंचे और दोनों ही युवतियों से आपसी रजामंदी की जानकारी ली. दोनों युवतियों ने सरपंच के सामने चंदू से विवाह करने की इच्छा जाहिर की. परिवार में किसी तरह का कोई विवाद नहीं होने और समाज एवं गांव वालों को किसी तरह की कोई आपत्ति नहीं होने से चंदू के परिवार वालों ने यह शादी धूमधाम से कराई. सरपंच ने कहा कि वह भी वर और दोनों वधूओं को आशीर्वाद देने पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि गांव में शादी को लेकर किसी तरह का कोई विरोध नहीं है. चंदू अपनी दोनों पत्नियों के साथ हंसी-खुशी जिंदगी व्यतीत कर रहा है.
बस्तर का पहला मामला
बस्तर के आदिवासी नेता और बस्तर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल ने कहा कि आदिवासी परंपरा के तहत दो शादी करने के वाकये तो सामने आते हैं लेकिन 21वीं सदी में यह ऐतिहासिक शादी है, जब एक ही मंडप में दो युवतियों के साथ पूरे विधि-विधान और रीति रिवाज के साथ आदिवासी युवक ने शादी रचाई है.
क्या कहते हैं कानून के जानकार
अधिवक्ता संकल्प दुबे का कहना है कि हिंदू रीति-रिवाज और 1935 अधिनियम के तहत दो युवतियों से एक ही मंडप में शादी करना पूरी तरह से असंवैधानिक है. कानून इसकी इजाजत नहीं देता. हालांकि आदिवासी परंपरा रीति रिवाज के तहत यह शादी हुई है. दोनों ही युवती वयस्क हैं. लेकिन यह शादी पूरी तरह से असंवैधानिक है. लेकिन जब दोनों ही युवती अपने एक ही पति के साथ रहना चाहती हैं तो ऐसे में पुलिस की कार्रवाई का कोई औचित्य नहीं बनता लेकिन पुलिस-प्रशासन और महिला बाल विकास विभाग को यह भी सोचना चाहिए कि दोबारा इस तरह का वाकया बस्तर में ना हो.
संकल्प दुबे ने कहा है कि शादी के बाद सबसे बड़ा सवाल यह है कि पत्नी का अधिकार केवल एक ही को मिलता है और दो पत्नियों को एक साथ पत्नी का अधिकार मिलना मुमकिन नहीं है. ऐसे में भविष्य में इसके लिए युवक को दिक्कतों का भी सामना करना पड़ सकता है.