कोरबा वन विभाग का विवाद चोली और दामन का साथ रहा है। कोरबा वनमंडल के अंतर्गत एक और विवाद ने जन्म ले लिया है। करतला के प्रभारी वन परिक्षेत्राधिकारी के खिलाफ ग्रामीणों ने गंभीर शिकायतें की है। रामपुर क्षेत्र के विधायक एवं पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने वनमंडलाधिकारी कोरबा को पत्र लिखकर करतला वन परिक्षेत्राधिकारी जीवन लाल भारती का प्रभार समाप्त करने की मांग की है। श्री कंवर ने पत्र में लिखा है कि भारती द्वारा निर्माणाधीन औरानाला, स्टापडेम एवं कोटमेर में छड़, सीमेंट, गिट्टी की हेराफेरी की जा रही है। उन्होंने पत्र में जिन कार्यों का उल्लेख किया है उसमें मुख्य रूप से स्टापडेम कार्य में लगे मजदूरों का मजदूरी भुगतान नहीं किया गया है। मजदूरों द्वारा मजदूरी मांग करने पर उनके द्वारा ग्रामीणों को गाली-गलौच किया जाता है। मजदूरों का भुगतान निर्धारित दर 295 के एवज में 150 से 200 रूपये का किया जाता है। रामपुर विधानसभा के केरवाद्वारी में बांस रोपण प्लांट में कटाई, छटाई एवं मिट्टी चढ़ाई के नाम पर 30.35 लाख रूपए स्वीकृत हुए हैं जिसमें मजदूरों का लगभग 4 लाख का भुगतान किया गया है परंतु 30.35 लाख का वाउचर बनवाया जा रहा है। ग्राम कोई वन सुधार कार्य में 10.15 लाख रूपये स्वीकृत हुए हैं, मजदूरों का भुगतान 150 की दर से किया गया है शेष राशि अपने लोगों के नाम फर्जी ढंग से आहरित किया गया है।पूर्व गृहमंत्री ने भारती के भ्रष्टाचार से जुटाई संपत्ति का ब्यौरा देते बताया कि चांपा-जांजगीर जिले के ग्राम खिसोरा में भारती द्वारा 25 एकड़ भूमि पर कब्जा किया गया है। वहीं अपने पद का घौंस दिखाकर अपनी पत्नी के नाम से 5 एकड़ भूमि का पट्टा बनवाया गया है। खिसोरा में ही एक भव्य छड़, सीमेंट की दुकान खोल कर करतला वन परिक्षेत्र का मटेरियल उक्त दुकान के माध्यम से खपाया जा रहा है।श्री कंवर ने वन परिक्षेत्राधिकारी का प्रभार खत्म कर उसके भ्रष्ट कृत्यों की जांच की मांग की है।
