विश्वविजेता बनने के जश्न , गौरवशाली पल के बीच T -20 से ‘रो-को ‘युग का अंत ,कोहली के बाद कप्तान रोहित ने फार्मेट से की सन्यास की घोषणा ,सर्वाधिक रन ,सर्वाधिक शतक के शिखर पर पहुंच हिटमैन ने कहा अलविदा ….

वेस्टइंडीज। कोहली ने अपने टी20 अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत 12 जून 2010 को की थी। अब 14 साल बाद जून में ही अपना आखिरी मैच भी खेला।टी20 विश्व कप 2024 के फाइनल के बाद विराट कोहली और रोहित शर्मा ने टी20 अंतरराष्ट्रीय से संन्यास ले लिया। खिताब जीतते ही विराट ने तुरंत ही ब्रॉडकास्टर को संन्यास के बारे में बता दिया, वहीं रोहित ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में संन्यास की घोषणा की।

दोनों के टी20 अंतरराष्ट्रीय से संन्यास लेने से भारत के एक क्रिकेट युग का अंत हो गया। रोहित 2007 से तो विराट 2010 से भारत की टी20 टीम का हिस्सा रहे हैं। दोनों ने इस प्रारूप में कई बड़े रिकॉर्ड बनाए और अब टी20 चैंपियन बनाकर अपने-अपने करियर का अंत किया। हालांकि, इन दोनों के करियर के साथ एक संयोग भी जुड़ा हुआ है। आइए जानते हैं…

जून में शुरुआत और जून में ही अंत

कोहली ने अपने टी20 अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत 12 जून 2010 को की थी। अब 14 साल बाद जून में ही अपना आखिरी मैच भी खेला। भारत के लिए विराट ने 125 टी20 मैच खेले, जिसमें 48.69 की औसत के साथ 4188 रन बनाए। वह रोहित शर्मा के बाद इस प्रारूप में सबसे ज्यादा रन बनाने वालों में दूसरे नंबर पर हैं। कोहली ने अपने इस करियर में एक शतक और 38 अर्धशतक जमाए। वह टी20 विश्व कप के इतिहास में सबसे ज्यादा 1292 रन बनाने वाले बल्लेबाज भी हैं। उनके नाम टी20 विश्व कप में सबसे ज्यादा 15 अर्धशतक भी हैं।

T -20 इंटरनेशनल में शिखर पर पहुंच रोहित ने कहा फार्मेट को अलविदा

रोहित शर्मा ने कुल 159 T -20 इंटरनेशनल मैच खेले। जिसमें बतौर कप्तान विश्व कप फाइनल ये उनका 50वां मैच था। टी ट्वेंटी इंटरनेशनल मैचों में रोहित शर्मा ने 140 की औसत से सर्वाधिक 4 हजार 231 रन बनाए हैं ,जिसमें ग्लेन मैक्सवेल के साथ संयुक्त रूप से रिकार्ड 5 शतक भी शामिल है । उन्होंने 32 अर्धशतक लगाए। वहीं विराट कोहली 125 T -20 इंटरनेशनल मैचों में 4 हजार 188 रन बनाकर दूसरे सबसे सफल बल्लेबाज हैं। कोहली ने 38 अर्धशतक एवं 1 शतक लगाए हैं। कोहली के बाद रोहित शर्मा ने भी विश्व विजेता कप्तान बनने के यादगार पल के बीच टी ट्वेंटी फार्मेट से सन्यास की घोषणा कर दी है। ताकि नई पीढ़ी को इस कारवां को आगे ले जाने का अवसर मिले।

कोहली ने शनिवार को किया एलान

कोहली ने अवॉर्ड लेने के दौरान संन्यास का एलान करते हुए कहा, ‘यह मेरा आखिरी टी20 विश्व कप था, हम यही हासिल करना चाहते थे। एक दिन आपको ऐसा महसूस होता है कि आप दौड़ नहीं सकते और ऐसा होता है। ऊपर वाला महान है। अभी नहीं तो कभी नहीं जैसी स्थिति थी। भारत के लिए खेलते हुए यह मेरा आखिरी टी20 मैच था। हम उस कप को उठाना चाहते थे। ऐसा कुछ नहीं जिसकी मैं घोषणा नहीं करने वाला था। भले ही हम हार गए होते तो भी मैं संन्यास लेता। यह अगली पीढ़ी के लिए टी20 खेल को आगे ले जाने का समय है। आईसीसी टूर्नामेंट जीतने का इंतजार करते हुए हमारे लिए यह एक लंबा इंतजार रहा है। आप रोहित जैसे खिलाड़ी को देखें, उन्होंने नौ टी20 विश्व कप खेले हैं और यह मेरा छठा विश्व कप है। वह इस जीत के हकदार हैं।

रोहित ने बतौर चैंपियन किया अंत

वहीं, रोहित की बात करें तो उन्होंने अपने टी20 अंतराष्ट्रीय करियर की शुरुआत 2007 में टी20 विश्व कप ट्रॉफी जीतकर की थी। वह 2007 में धोनी की अगुआई में चैंपियन बनने वाली टीम का भी हिस्सा रहे थे। अब नौवें संस्करण में उन्होंने खुद अगुआई करते हुए भारत को टी20 विश्व कप चैंपियन बनाया और करियर का अंत भी एक चैंपियन के तौर पर किया। रोहित ने टीम इंडिया के लिए टी20 में बतौर कप्तान 50 मैच जीते हैं और यह एक रिकॉर्ड भी है। उनसे ज्यादा मैच अभी तक टी20 में किसी कप्तान ने नहीं जीते हैं।

रोहित ने कही थी यह बात

संन्यास का एलान करते हुए रोहित ने कहा कि इससे बेहतर समय कुछ और नहीं हो सकता। उन्होंने कहा- मैं इस ट्रॉफी और टी20 विश्व कप जीतने के लिए बेताब था। मैं इसे जीतना चाहता था और अब ऐसा हो गया है। खुश हूं कि इस बार हम कामयाब रहे हैं। रोहित ने कहा कि वह टेस्ट और वनडे प्रारूपों में भारत के लिए खेलते रहेंगे, लेकिन वह सबसे छोटे फॉर्मेट से पीछे हट रहे हैं। रोहित ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारत के ऐतिहासिक दूसरे टी20 विश्व कप खिताब का जश्न मनाते हुए कहा, ‘अलविदा कहने का इससे बेहतर समय नहीं हो सकता।’