कोरबा में सावन की झड़ी लेकर आया जल सैलाब,कहीं घर दुकान जलमग्न तो कहीं छत पर लोगों ने ली शरण, वृद्ध समेत मासूम की जवानों ने बचाए प्राण ,खदान में चालकों ने वाहनों से कूदकर बचाई जान ,गाजर नाला, धौराभाठा बगदेवा पुल हुआ जलमग्न, मुख्य मार्ग बंद ,कई इलाकों का संपर्क टूटा ….

कोरबा। सूखे में बीते आषाढ़ माह के बाद सावन के दस्तक देते ही मानो बारिश सारी बेड़ियां तोड़कर बरस रही है। लगातार दो दिनों से रुक रुकककर हो रही बारिश ने कोरबा जिले में जल सैलाब ला दिया। बारिश ने कोयलांचल क्षेत्रों से लेकर पाली क्षेत्र में जमकर कहर बरपाया है।खदानों आवासीय कालोनियों में जलभराव के बादU जिले के अंतिम छोर पर बसे पथरापाली बाढ़ जैसे हालत बन आए हैं। घरों में 4 फिट भरे पानी में लोगों ने बचने छत में शरण ली,तो वहीं वृद्धों समेत बच्चों को रतनपुर पुलिस के जवानों ने बचाया। खदानों में चालकों ने वाहनों से कूदकर प्राण बचाए। गाजर नाला ,धौराभाठा बगदेवा पुल जलमग्न हो गए ,मुख्य मार्ग से आवागमन बाधित हो गया तो वहीं कई गांवों का संपर्क टूट गया। बगदेवा में घर समेत कई दुकान जलमग्न हो गए। लोगों की उम्मीदें व नजरें अब शासन से मिलने वाले राहत पर जा टिकी हैं।

जिले के अंतिम छोर में स्थित बगदेवा पथरापाली में भी वर्षा का कहर देखने को मिला। यहां बाढ़ जैसे हालात बन गए और कई मकानों में पानी भर गया। इसकी जानकारी रतनपुर थाना में दी गई। सूचना पर डायल 112 और थाना प्रभारी रतनपुर अपनी टीम के साथ मौक़े पर पहुँचे। यहां देखा गया कि कोशिल्या बाई के मकान में करीब 4 फिट पानी भर गया, पानी धीरे धीरे निकल जायेगा सोच कर घर अन्य सदस्यों के साथ छत में चले गए थे।

यहां बाढ़ में फँसे कौशल्या पोर्ते के परिवार की 2 वृद्ध महिला एवम् 3 वर्षीय नवजात शिशु समेत परिवार को आरक्षक बसंत दास मानिकपुरी ने तत्काल पानी को पार कर सुरक्षित घर से बाहर निकाला। इनके कुछ जरूरी सामानों को भी बाहर निकाला गया।
इस दौरान बिजली आपूर्ति हाेने से करंट का भी खतरा था। इसके बावजूद पुलिसकर्मी ने जान जोखिम में डाल कर लोगाें की जान बचाई।

बताया जा रहा क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश से बगदेवा में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं जिसके कारण ग्राम कोरबी सहित कई गांव से संपर्क टूट गया है। बताना होगा कि खोन्द्रा जंगल का वर्षा जल के कारण बगदेवा पुल में जलस्तर धीरे-धीरे खतरे के निशान को छूने लगा है।

ग्रामीणों ने बताया कि वर्षा क्षेत्र में भारी नुकसान हुआ है। बगदेवा से कोरबी जाने के लिए एक मात्र सड़क है जिसके पुल पर करीब 8 फीट ऊपर पानी बह रहा है। बगदेवा के स्वामी दास महंत ने बताया की घर और 3 दुकान पानी में डूब चूका है, लाखो का नुकसान हो गया।

पाली में जल सैलाब ने किया हलाकान

झमाझम हुई वर्षा ने पाली विकासखंड के विभिन्न में जमकर नुकसान पहुंचाया है। मुनगाडीह के पुराना पुल से 10 फीट ऊपर पानी बहने से हाहाकार मच गया। ग्राम पोटापानी के आश्रित मोहल्ला बरहामुड़ा स्थित तालाब का तटबंध टूटने से आसपास खेतों में पानी भर गया। वहीं पाली मुख्य मार्ग स्थित पुराना बस स्टैंड के पास की पांच से अधिक दुकानों में पानी घुस गया। इससे दुकानों में रखा सामान खराब हो गया।

दुकानदारों ने सरकार से नुकसान का आंकलन कराकर राहत राशि देने की मांग की। दुकानदारों ने बताया कि दुकानों से सामान निकालने का मौका ही नहीं मिला। इतना तेज बहाव था कि दुकानों से भाग कर सुरक्षित जगह जाना मुनासिब समझा।

पाली में तेज बारिश के कारण ग्राम धौंराभांठा, बगदेवा का पुल-पुलिया के ऊपर से पानी बह रहा है। चैतमा के कई इलाके जलमग्न हुए हैं तो मोहल्ले और गलियों में पानी भरने से घरों के भीतर तक पानी घुसा है।

गेवरा खदान में आया सैलाब

मूसलाधार बारिश के कारण गेवरा खदान में जल सैलाब देखने को मिला। खदान से लगे ग्राम भठोरा की ओर से बारिश का पानी सैलाब बनकर मुहाने को तोड़ता हुआ खदान में जा घुसा। अचानक आए इस पानी के बहाव में कई वाहन बहने लगे और बड़े-बड़े चट्टानों के बीच अटक कर फंस गए। पानी की चपेट में आए वाहनों के चालकों ने आनन-फानन में कूद कर अपनी जान बचाई।

कुसमुंडा खदान में पानी से कामकाज प्रभावित

कुसमुंडा कोयला खदान के कई जगह पानी जमा होने के कारण उत्पादन में दिक्कत हुई। बुधवार को उत्पादन लगभग पूरी तरह से बंद-सा रहा। लगातार बारिश से मिट्टी कटिंग के कार्य में परेशानी हो रही है। खदानों के फेस में पानी भर गया है जिसके कारण भारी मशीनों, वाहनों का परिचालन मुश्किल हो रहा है। ऐसे हालात में कार्य करने से दुर्घटना का भय बना रहता है। अगले कुछ दिनों में और बारिश की संभावना है, जिससे उत्पादन पर ज्यादा असर पडऩे की प्रबल संभावना है।

आवासीय कॉलोनी के घरों में घुसा पानी, सडक़ें डूबी

एसईसीएल की दीपका परियोजना के प्रगति नगर आवासीय कॉलोनी के घरों में पानी भर गया और कालोनी की सडक़ंे 2 से 3 फीट डूब गईं। प्रगति नगर के अलावा ऊर्जा नगर मार्ग, सब्जी मंडी रोड सहित प्रमुख कॉलोनियों में बारिश का पानी भर गया। पानी कई घरों में घुस गया जिससे सामान तैरते नजर आए। घरों में पानी भरने से कॉलोनी वासियों में व्यवस्था को लेकर नाराजगी देखी गई। उनका कहना है कि पिछले वर्ष भी पानी भरा था, बावजूद एसईसीएल प्रबंधन ने पानी निकासी का कोई ठोस उपाय इस बारिश से पहले नहीं किया। आवासीय परिसर के पास तालाब है जिसका जलस्तर बरसात में बढ़ जाता है और पानी सडक़ से होते हुए घरों में घुसा। इसी प्रकार जिले के अनेक स्लम बस्तियों और निचले इलाकों में भी घरों-दुकानों में पानी भरने की समस्या से लोग जूझते रहे।

शक्तिनगर- विजयनगर की सडक़ कटी

कोयलांचल गेवरा क्षेत्र अंतर्गत शक्तिनगर से विजय नगर जाने वाले मार्ग पर विजय नगर के पास की एक तरफ की सडक़ पानी के बहाव के कारण कट गई। सडक़ का निचला हिस्सा कट जाने के कारण दोनों तरफ से वाहनों का आवागमन थम गया और लोग परेशान होते रहे।