हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा । आकांक्षी जिला कोरबा के शासकीय माध्यमिक शालाओं (मिडिल स्कूलों ) में शिक्षकों के कमी की वजह से अब अध्यापन कार्य प्रभावित नहीं होंगे। हसदेव एक्सप्रेस न्यूज में माध्यमिक शालाओं में शिक्षकों के रिक्त पदों को लेकर प्रमुखता से खबर प्रकाशन कर जिला प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराए जाने के बाद कलेक्टर अजीत वसंत ने इसे संजीदगी से लेते हुए जिला खनिज संस्थान न्यास(डीएमएफ) के माध्यम से मिडिल स्कूलों के लिए 96 शिक्षकों की स्वीकृति प्रदान की है। इस स्वीकृति के साथ ही शिक्षा विभाग द्वारा शीघ्रता से भर्ती प्रक्रिया पूरी करने आवश्यक तैयारी की जा रही है। जिला प्रशासन की इस पहल के साथ ही जिले के माध्यमिक विद्यालयों में जहाँ तीन से कम शिक्षक थे,अब इन विद्यालयों में न्यूनतम तीन शिक्षक होंगे। मिडिल स्कूलों में शिक्षकों की पर्याप्त व्यवस्था से विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा। इससे जिले की शिक्षा व्यवस्था भी सुधरेगी।
गौरतलब हो कि जिले में कुल 518 माध्यमिक शाला संचालित है। माध्यमिक शाला में स्वीकृत प्रधानपाठक के 513 पदों में से 133 ( करीब 26 फीसदी) पद अब तक नहीं भरे जा सके। बात करें शिक्षकों के पदों की तो यहां आंकड़े सबसे ज्यादा चिंताजनक नजर आते हैं। माध्यमिक शाला में शिक्षकों के 2288 पदों में से 591 (करीब 26 फीसदी) पद नहीं भरे जा सके। इनमें 1 शिक्षाकविहीन एवं 26 एकल शिक्षकीय माध्यमिक शाला शामिल हैं।
शासन स्तर पर रिक्त पदों पर भर्ती में की जा रही अनदेखी ,लेटलतीफी की वजह से यह हालात निर्मित हुए हैं।आकांक्षी जिला होने की वजह से अध्यापन व्यवस्था प्रभावित हो रही थीं। जिसे लेकर हसदेव एक्सप्रेस ने 12 जुलाई 2024 को प्रमुखता से खबर जारी कर जिला प्रशासन का
ध्यान आकृष्ट कराया था। कलेक्टर श्री वसंत ने हाईस्कूलों में व्याख्याताओं के रिक्त पदों पर डीएमएफ से हाई एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों में 118 विषय विशेषज्ञ शिक्षकों की नियुक्ति के बाद मिडिल स्कूलों के शिक्षकों के रिक्त 96 पदों पर भर्ती की कवायद शुरू कर दी गई है।
कलेक्टर श्री अजीत वसंत ने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश देकर कम शिक्षक वाले विद्यालयों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए थे। जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा सूची प्रस्तुत किए जाने के पश्चात कलेक्टर ने डीएमएफ से 96 शिक्षकों की नियुक्ति की स्वीकृति प्रदान की है।
शाला प्रबंधन समिति के माध्यम से की जाएगी भर्ती,इन्हें दी जाएगी प्राथमिकता
इन शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया शाला प्रबंधन समिति के माध्यम से की जाएगी। सर्वप्रथम ग्राम पंचायत स्तर पर योग्य शिक्षकों को प्राथमिकता दी जाएगी। योग्य अभ्यर्थी नहीं मिलने पर विकासखंड स्तर पर,फिर जिला स्तर पर अभ्यर्थियों को प्राथमिकता दी जाएगी। जिले में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने लगातार अभिनव प्रयास किए जा रहे हैं। शिक्षा सत्र के शुरुवात के साथ ही हाई और हायर सेकंडरी स्कूलों में विषय विशेषज्ञ 118 शिक्षकों की नियुक्ति भी जारी है। कुछ दिन पहले ही प्राचार्य,व्याख्याताओं की बैठक लेकर कलेक्टर द्वारा गुणवत्तामूलक शिक्षा प्रदान करने और शैक्षणिक माहौल को बेहतर बनाने के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने की पहल भी की गई है। जिले के विद्यार्थियों को नीट-जेईई परीक्षा की तैयारी के लिए कोचिंग में भेजने, जिले के स्कूल-कॉलेजों से संबंधित छात्रावासों का जीर्णोद्धार और मेघावी छात्रों को स्कॉलरशिप सहित अन्य आवश्यकताओं की पूर्ति तथा जर्जर स्कूलों का मरम्मत, नवीन स्कूल भवन बनाने,चतुर्थ श्रेणीं के पदों पर नियुक्ति की दिशा में भी जिला प्रशासन द्वारा लगातार पहल की जा रही है। इससे आने वाले समय में जिले की शिक्षा व्यवस्था और भी बेहतर होने की सम्भावना है।