पेरिस। पेरिस ओलंपिक 2024 में विनेश फोगाट के लिए मंगलवार, 6 अगस्त की तारीख ऐतिहासिक थी। वो ओलंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय पहलवान बनी, लेकिन उसके अगले ही दिन उन्हें ऐसा झटका लगा जिसकी उम्मीद किसी ने नहीं की थी।
ये झटका उन्हें विपक्षी खिलाड़ी ने नहीं बल्कि खराब किस्मत ने दिया है। विनेश फोगाट 50 किलोग्राम फ्रीस्टाइल कुश्ती स्पर्धा के फाइनल मैच से पहले अयोग्य घोषित हो गईं। जिस वजन को घटाने के लिए उन्होंने दिन और रात एक कर दिए, उसने एक बार फिर उनका दिल तोड़ा और मानों कहीं ना भी नहीं छोड़ा।
वजन के लिए विनेश फोगाट ने क्या-क्या नहीं किया,फिर भी टूटा सपना ….
फाइनल मैच से पहले विनेश फोगाट को 50 किलोग्राम से ज्यादा पाया गया और उन्हें इस प्रतियोगिता से अयोग्य घोषित कर दिया गया। ताजा जानकारी के मुताबिक मंगलवार को विनेश फोगाट का वजन 50 किलो वर्ग से ज्यादा हो गया था और इसको घटाने के लिए भारतीय रेसलर ने अपना खून और पसीना बहा दिया।
बाल नाखून काटे, निकाला खून
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक विनेश फोगाट ने फाइनल मैच से पहले अपना वजन घटाने के लिए कड़ी मेहनत की। वो रातभर जगी रहीं। वजन कम करने के लिए विनेश ने साइकिल चलाई, स्किपिंग की। यही नहीं आपको ये बात जानकर हैरानी होगी कि विनेश फोगाट ने अतिरिक्त वजन कम करने के लिए अपने बाल और नाखून काटे और यहां तक की अपने खून भी निकाले। लाख कोशिशों के बावजूद जब फाइनल मैच से पहले विनेश फोगाट का वजन नापा गया तो वो 50 किलो से 150 ग्राम ज्यादा निकली।
बता दें कि कुश्ती में किसी भी पहलवान को सिर्फ 100 ग्राम ज्यादा वजन की छूट मिलती है। इसका मतलब है कि विनेश फोगाट अगर 50 किलो और 100 ग्राम की होती तो वो अयोग्य नहीं मानी जाती लेकिन उनका वजन 50 ग्राम अतिरिक्त था और इसी वजह से विनेश का पेरिस ओलंपिक में गोल्ड तो छोड़िए कोई भी मेडल जीतने का सपना टूट गया।
पीएम मोदी ने जताया दुख
विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक से अयोग्य होने की खबर पूरे भारत में तेजी से फैली। करोड़ों भारतीयों को इससे बड़ा झटका लगा है। पीएम मोदी ने इसपर रिएक्शन देते हुए अपने X अकाउंट पर लिखा, ”विनेश, आप चैंपियनों में चैंपियन हैं। आप भारत का गौरव हैं और प्रत्येक भारतीय के लिए प्रेरणा हैं। आज का झटका दुख देता है। काश शब्द उस निराशा की भावना को व्यक्त कर पाते जो मैं अनुभव कर रहा हूं। साथ ही, मैं जानता हूं कि चुनौतियों का डटकर मुकाबला करना हमेशा से आपका स्वभाव रहा है। मजबूत होकर वापस आओ! हम सब आपके पक्ष में हैं।”