दिल्ली । इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष की सदस्यता निलंबित कर दी है। यह निलंबन फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (FAIMA) के अनुरोध के बाद आया, जिसने संगठन के साथ घोष के लगातार जुड़ाव पर चिंता जताई थी।
IMA का ये फैसला 9 अगस्त को सरकारी अस्पताल के सेमिनार हॉल में 31 साल की ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के कुछ दिनों बाद आया है, जिसके बाद पूरे देश में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन चल रहा है।
एसोसिएशन की कोलकाता ब्रांच के उपाध्यक्ष संदीप घोष की सदस्यता के निलंबन का फैसला IMA की अनुशासन समिति की ओर से लिया गया।
IMA ने घटना पर लिया स्वत: संज्ञान
IMA ने एक आदेश में कहा कि संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. आर.वी. अशोकन की ओर से बुधवार को बनाई गई समिति ने PGT रेजिडेंट डॉक्टर के बलात्कार और हत्या मामले और आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल में उसके बाद के घटनाक्रम पर स्वत: संज्ञान लेते हुए विचार किया।इसमें कहा गया है कि IMA महासचिव ने अशोकन के साथ मृत डॉक्टर के माता-पिता से उनके घर पर मुलाकात की थी।आदेश में कहा गया, “उन्होंने स्थिति से निपटने में आपके (घोष) खिलाफ अपनी शिकायतें रखीं, साथ ही उनके साथ अपने व्यवहार में अपनी जिम्मेदारी के अनुरूप उचित तरीके से मुद्दे को संभालने में सहानुभूति और संवेदनशीलता की कमी के बारे में भी बताया।”
संदीप घोष पर डॉक्टरी पेशे को बदनाम करने का आरोप
इसमें कहा गया, “IMA बंगाल राज्य शाखा के साथ-साथ डॉक्टरों के कुछ संघों ने भी आपके द्वारा पूरे पेशे को बदनाम करने की प्रकृति का हवाला देते हुए कार्रवाई की मांग की है।”
आदेश में कहा गया है कि IMA की अनुशासन समिति ने “सर्वसम्मति से आपको इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की सदस्यता से तत्काल निलंबित करने का निर्णय लिया है।”
इससे पहले IMA को लिखे एक पत्र में फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (FAIMA) ने घोष के संगठन के साथ जुड़े रहने पर चिंता व्यक्त करते हुए उनकी सदस्यता रद्द किये जाने की मांग की थी।