सीएम कांफ्रेंस का दिखने लगा असर,समीक्षा के बाद हटाए गए बस्तर कलेक्टर ,मुंगेली एसपी ,इन्हें दी गई जिम्मदारी ,देखें आदेश …..

रायपुर। राजधानी में संपन्न हुए 2 दिवसीय कलेक्टर-एसपी कांफ्रेंस असर अब दिखाई देने लगा है। खराब परफार्मेंस वाले अफसर नपने लगे हैं। सीएम की समीक्षा के बाद शासन ने एक जिले के कलेक्टर और एक जिले के एसपी को हटा दिया गया हैं। प्रभावित होने वालों में बस्तर कलेक्टर विजय दयाराम और मुंगेली जिले के एसपी गिरिजा शंकर जायसवाल का नाम शामिल हैं। शासन की तरफ से इस संबंध में आदेश भी जारी कर दिया गया हैं।

आदेश के मुताबिक़ बस्तर कलेक्टर विजय दयाराम को बस्तर से हटाते हुए उन्हें छग राज्य कौशल अभिकरण का CEO की जिम्मेदारी दे गई है। उनकी जगह पर सुकमा के कलेक्टर और 2015 बैच के IAS हरीश एस को बस्तर जिलाधिकारी बनाया गया है। वही भिलाई नगर निगम के कमिश्नर देवेश कुमार ध्रुव को सुकमा कलेक्टर का प्रभार सौंपा गया हैं।

एसपी गिरिजाशंकर भी नप गए

इसी तरह के एक आदेश के मुताबिक़ पहले बार किसी जिले में एसपी बनाये गये गिरिजाशंकर जायसवाल को भी मुंगेली से हटा दिया गया हैं। उनकी जगह पर CAF 15वीं बटालियन बीजापुर के कमांडेंट भोजराज पटेल को मुंगेली भेजा गया है।
हालांकि इन तबादलों के पीछे कोई स्पष्ट वजह तो नहीं बताई गई हैं लेकिन मीडिया सूत्रों की मानें तो कलेक्टर-एसपी कांफ्रेंस के दौरान खुद सीएम द्वारा इन अफसरों के कामकाज की समीक्षा की गई और उन्हें अपने परफॉर्मेंस में कमजोर पाया गया। संभवतः इन्ही वजहों से जिलों में उनकी जगह पर नए अफसरों को तैनात किया गया।

गृहमंत्री अमित शाह का निर्दश ,अच्छे कलेक्टरों को बस्तर संभाग में करें पदस्थ

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने गत माह ही नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के विकास और नक्सल उन्मूलन अभियान की समीक्षा की थी। इस दौरान श्री शाह ने 2026 तक बस्तर समेत पूरे प्रदेश से नक्सलवाद को समाप्त करने का लक्ष्य दिया है । अफसरों के अनुसार शाह ने बस्तर संभाग में विकास और नक्सल उन्मूलन के लिए वहां अच्छे अफसरों विशेष रूप से कलेक्टर को पदस्थ करने का निर्देश दिया है। इसके बाद से ही शाह के निर्देश के आधार पर बस्तर संभाग के कलेक्टरों के कामकाज को परखा जा रहा है। दयाराम इसमें फिट नहीं बैठ रहे थे।