एसईसीएल में निजी कंपनियों के कर्मचारियों ने दिवाली बोनस को लेकर खोला मोर्चा, कहा -‘बोनस नहीं तो काम नहीं’,नहीं सुनी मांग तो करेंगे आंदोलन

कोरबा। जिले के मानिकपुर स्थित एसईसीएल (साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड) जीएम कार्यालय में निजी कंपनी के कर्मचारियों ने दीपावली बोनस की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। सैकड़ों की संख्या में कर्मचारी कार्यालय के बाहर एकत्र हुए और अधिकारियों के समक्ष अपनी मांगें रखीं। कर्मचारियों की इस भारी भीड़ को देखते हुए जीएम कार्यालय के अधिकारी खुद बाहर आए और उनसे बातचीत कर समस्या का समाधान निकालने की कोशिश की। हालांकि, जब बात नहीं बनी, तो कर्मचारियों ने 26 तारीख को बिलासपुर स्थित सीएमडी कार्यालय का घेराव करने की चेतावनी दी।

निजी कंपनी में काम करने वाले रमेलाल धीवर ने बताया कि दशहरा और दीपावली बोनस को लेकर निजी कंपनी के कर्मचारियों की वार्ता अधिकारियों के साथ चल रही थी, लेकिन यह वार्ता विफल रही। बैठक में एसईसीएल के अधिकारियों ने कहा कि ऊपर से किसी तरह का आदेश नहीं है कि हम ठेका कर्मियों को बोनस दे पाएंगे।
कर्मचारियों का कहना है कि कई बार एसईसीएल के सीएमडी को पत्राचार किया जा चुका है, लेकिन इसके बावजूद भी उन्हें बोनस नहीं दिया जाता है। ऐसे में यदि इस बार भी उन्हें बोनस नहीं दिया गया, तो जिले के कुसमुंडा माइंस, गेवरा माइंस और मानिकपुर माइंस के निजी कंपनी के कर्मचारी काम बंद कर देंगे और एसईसीएल बिलासपुर सीएमडी ऑफिस का घेराव कर आंदोलन करेंगे।
कर्मचारियों की मांग है कि वे एसईसीएल खदान में निजी कंपनियों के लिए काम करते हैं और पिछले कई सालों से दीपावली बोनस की जायज मांग कर रहे हैं, लेकिन अब तक उन्हें यह नहीं दिया गया है। बताया जा रहा है कि मानिकपुर खदान में कलिंगा कंपनी, विनय उपाध्याय कंपनी, एके राकेश टी टाइन, के अलावा अन्य निजी कंपनियाँ हैं, जहां कर्मचारी काम करते हैं। वहीं, कुसमुंडा माइंस में नीलकंठ कलिंगा के अलावा अन्य निजी कंपनियाँ हैं। इसी तरह गेवरा में भी यही कंपनियाँ काम कर रही हैं और इन कंपनियों के कर्मचारियों ने एकजुट होकर बोनस के लिए आंदोलन छेड़ा है।

आदेश आने के बाद कर्मचारियों को दिया जाएगा बोनस – एरिया मैनेजर

इस संबंध में मानिकपुर एसईसीएल के एरिया मैनेजर एच. के. प्रधान ने बताया कि बोनस देने को लेकर किसी तरह का आदेश नहीं आया है, लेकिन इसे लेकर एसईसीएल ने पत्राचार जरूर किया है, और आदेश आने के बाद ही कर्मचारियों को बोनस दिया जाएगा।