कोरबा। जिले में शासन स्तर पर धान खरीदी की तैयारी अब शुरू हो गई है। समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए किसान उत्सहित हैं। बढ़े हुए दाम पर इस बार अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए किसान धान खरीदी शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं। जिले के 41 सहकारी समितियों में इस वर्ष 53 हजार 944 किसान धान बेचेंगे. पिछले वर्ष की तुलना में यह संख्या 3 हजार 372 अधिक है।
इस वर्ष धन का रकबा भी बढ़ा है। पिछले वर्ष के तुलना में इस वर्ष 7 फीसदी अधिक क्षेत्रफल में किसानों ने धान की फसल लगाई है। अब तक की स्थिति में 14 नवंबर से धान खरीदी शुरू होने की उम्मीद है. सरकार के घोषणा के अनुसार इस वर्ष प्रति क्विंटल 3100 रुपए का समर्थन मूल्य किसानों को दिया जाएगा। इसके कारण ही इस बार धान खरीदी का रकबा भी बढ़ा है। शासन की ओर कहा गया है कि राज्य सरकार समर्थन मूल्य के 2300 प्रति क्विंटल के दर से राशि तुरंत जारी कर देगी। जबकी अंतर की राशि उन्हें बोनस के तौर पर बाद में प्रदान की जाएगी। इस वर्ष जिले के सभी किसानों ने मिलकर 76 हजार 657 हेक्टेयर में धान की फसल लगाई है, जोकि पिछले वर्ष से 2 हजार 972 हेक्टेयर अधिक है। जिले में जहां 3300 नए किसानों ने पंजीयन कराया है। प्रदेश के सभी 33 जिलों में 1 लखा 41 हजार 664 नए किसानो का पंजीयन हुआ है। इस वर्ष प्रदेश के कुल 27 लाख 67 हजार 907 किसान धान बेचेंगे।अच्छे मानसून के कारण बंपर पैदावार होने की उम्मीद है। धान की फसल भी पिछले वर्ष की तुलना में अधिक मात्रा में हुई है। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 3000 अधिक किसानों ने समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए अपना पंजीयन कराया है।
31 लाख 6567 क्विंटल खरीदी का लक्ष्य
राज्य सरकार ने इस बार कोरबा जिले में 31 लाख 6567 क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य रखा है। जिले के सभी पंजीकृत किसानों से इतनी मात्रा में धान खरीदी की जाएगी। इस वर्ष एक हेक्टेयर में 45 क्विंटल धान की पैदावार का अनुमान लगाया जा रहा है। अगर यह अनुमान सटीक रहा तो जो लक्ष्य तय किया गया है उससे भी अधिक धान का उत्पादन होगा। कोरबा जिले में 37 लाख 73 हजार 496 क्विंटल धान की पैदावार होगी।