कोरबा। मो. न्याज नूर आरबी प्रदेश लोकसभा प्रभारी भाजपा मोदी मित्र, सह संयोजक सहकारिता प्रकोष्ठ ने कोरबा जिले के छुरीकला सहकारी समिति (धान उपार्जन केंद्र) में नारियल फोड़, पूजा पाठ कर धान खरीदी का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने समिति प्रबंधक समेत समस्त स्टाफ को आगाह करते हुए कहा कि अगर किसानों से सही व्यवहार नहीं किया, किसानों से धान की पलटी करवाए या उनसे धान को छल्ली लगवाया तो कड़ी कार्रवाई शासन/प्रशासन के माध्यम से की जाएगी।
मो. न्याज नूर आरबी प्रदेश लोकसभा प्रभारी भाजपा मोदी मित्र, सह संयोजक सहकारिता प्रकोष्ठ ने समिति में आयोजित धान खरीदी कार्यक्रम के दौरान किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें धान बेचने के लिए एक रुपया भी देने की जरूरत नहीं है। किसी को भी कही कोई गड़बड़ी नजर आती है, तो उसे जरूर बताएं।युवा नेता ने धान खरीदी केंद्र का निरीक्षण कर प्रबंधक से अन्नदाताओं की सुविधा के लिए बारदानों की व्यवस्था, फड़, चबूतरा, पीने का पानी, बैठने की छायादार व्यवस्था इत्यादि करने के लिए कहा।
इस अवसर पर छुरीकला के प्रबंधक अशोक दुबे, प्रमुख किसान शिव पटेल, महेंद्र सिंह राजपूत एवं अन्य किसानों द्वारा उपार्जन केंद्र में अहाता एवं सर्व सुविधायुक्त शौचालय की आवश्यकता को देखते हुए त्वरित निर्माण की मांग की गई। जिस पर श्री आरबी ने शासन प्रशासन से चर्चा कर जल्द निर्माण कराने का भरोसा दिलाया। कृषक चंद्रभान सिंह गोपालपुर निवासी द्वारा 40 क्विंटल धान बिक्री कर शुभारंभ करने पर मो. न्याज नूर आरबी ने उपस्थित किसानों का मुंह मीठा कराते हुए समस्त किसानों को धान उपार्जन केन्द्रों में आकर धान बिक्री कर शासन के इस प्रमुख योजना जिसमें 3100 रुपए प्रति क्विटल की दर से 21 क्विंटल प्रति एकड़ की से राज्य में मोदी की गारंटी पूर्ण करते हुए विष्णु देव जी के सरकार में हो रहे प्रमुख योजना का लाभ उठाने का आव्हान किया। इस अवसर पर अमित देवांगन, श्यामलाल प्रजापति, संतोष केवट, अक्ती सिंह कंवर, कलेश, फुलसाय, सहित बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रबंधक अशोक दुबे ने किया।
बता दें कि आज से कोरबा के 41 सहकारी समितियों के 65 उपार्जन केंद्रों समेत राज्य में 2739 उपार्जन केन्द्रों में किसानों से समर्थन मूल्य पर धान क्रय किया जा रहा है। इस खरीफ सीजन में धान बिक्री के लिए कोरबा जिले के 53 हजार 944 किसान समेत 27,01,109 किसानों ने पंजीयन कराया है, इनमें से कोरबा जिला के 3300 नए किसान समेत 1,35,891 नए किसान शामिल हैं। राज्य में कुल 34,51,729 हेक्टेयर रक्बे में पंजीयन अनुसार धान उपार्जन का अनुमान है।
सभी उपार्जन केन्द्रों में बायोमैट्रिक डिवाइस के माध्यम से उपार्जन की व्यवस्था की गई है। छोटे, सीमांत और बडे़ कृषकों के द्वारा उपजाए गए धान को निर्धारित समर्थन मूल्य में खरीदा जाएगा। इसके लिए 7 नवंबर से ही टोकन आवेदन की व्यवस्था आरंभ कर दी गई है। खरीदी सीजन में लघु एवं सीमांत कृषकों को अधिकतम 2 टोकन एवं बडे़ कृषकों को 3 टोकन की पात्रता होगी।धान उपार्जन केन्द्रों में शिकायत एवं निवारण के लिये हेल्प लाइन नंबर भी चस्पा किए गए हैं। विपणन संघ मुख्यालय स्तर पर शिकायत निवारण के लिए कंट्रोल रूम की स्थापना भी की गई है, जिसका नं. 0771-2425463 है। धान बेचने वाले किसानों को धान विक्रय के 72 घंटे के भीतर राशि किसानों के बैंक खाते में अंतरित कर दी जाएगी। इसके अलावा समितियों में ‘‘माइक्रो एटीएम’’ की व्यवस्था भी दी जा रही है, जिससे कि किसानों को सुविधा हो।