मणिपुर हिंसा से मची खलबली ! चुनावी दौरा छोंड़ दिल्ली लौटे गृहमंत्री शाह ,की सुरक्षा उपायों की समीक्षा , NPP ने लिया समर्थन वापस

मणिपुर। मणिपुर में एक बार फिर से हिंसा भड़क उठी है। कई इलाकों में अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है। इस बीच एनपीपी ने बीजेपी से समर्थन वापस ले लिया है। जिससे राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है।

O चुनावी दौरे छोड़ अमित शाह दिल्ली आए , सुरक्षा की समीक्षा की

मणिपुर में बढ़ती हिंसा के बीच, गृहमंत्री अमित शाह ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई और सुरक्षा व्यवस्था का जायज़ा लिया। मुख्यमंत्री के आवास पर हमले और कर्फ्यू के बाद स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।

गुरुवार को शुरू हुई हिंसा ने शनिवार को खतरनाक रूप धारण कर लिया। शनिवार को हजारों की भीड़ ने न केवल मुख्यमंत्री एन.बीरेन सिंह के निजी आवास पर हमला किया बल्कि कई विधायकों-मंत्रियों के घरों पर भी धावा बोला। स्थितियां खराब होती देख इंफाल में कर्फ्यू लगा दिया गया है। उधर, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने सारे चुनावी कार्यक्रम रद्द कर रविवार देर शाम को अशांत मणिपुर की स्थितियों पर हाईलेवल मीटिंग कर सुरक्षा का रिव्यू किया।

रविवार की शाम को सीनियर अफसरों संग गृहमंत्री की मीटिंग

मणिपुर में बढ़ते संकट के मद्देनजर गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को दिल्ली में वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलाई। मीटिंग में मणिपुर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की गई।मणिपुर में भड़की हिंसा के मद्देनजर नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) ने भाजपा नीत सरकार से रविवार को समर्थन वापस ले लिया । एनपीपी ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखा और कहा, एन बीरेन सिंह सरकार राज्य में जातीय हिंसा को नियंत्रित करने और शांति स्थापित करने में विफल रही है। मौजूदा स्थिति को देखते हुए एनपीपी ने तत्काल प्रभाव से सरकार से अपना समर्थन वापस लेने का फैसला किया है।

O समर्थन वापस लेने से एन बीरेन सिंह सरकार पर कितना पड़ेगा प्रभाव

एनपीपी के समर्थन वापस लेने से सबकी नजर मणिपुर की एन बीरेन सिंह सरकार पर टिकी है। सवाल उठ रहा है कि समर्थन वापसी के बाद क्या मणिपुर की बीजेपी सरकार अल्पमत में आ जाएगी। 2022 में हुए विधानसभा चुनाव के रिजल्ट पर एक नजर डालें, तो बीजेपी ने 60 में कुल 32 सीटों पर कब्जा किया था। जबकि कांग्रेस ने 5, जदयू को 6, नागा पीपुल्स फ्रंट को 5 और नेशनल पीपुल्स पार्टी ने 7 सीटों पर जीत दर्ज की थी। कुकी पीपुल्स एलायंस ने 2 और 3 सीटें निर्दलीय ने जीता था।

O जादुई आंकड़ा 31,सरकार को खतरा नहीं

मणिपुर में बहुमत का आंकड़ा 31 सीट है। बीजेपी के पास कुल 32 सीटें हैं, जो बहुमत से एक सीट अधिक है। जबकि जदयू के 6 में से 5 विधायक बीजेपी में शामिल हो चुके हैं। वैसे में बीजेपी के पास कुल 37 सीटें हैं। इस तरह एनपीपी के समर्थन वापस लेने के बाद भी एन बीरेन सिंह सरकार पर कोई खतरा नहीं है।