2 साल से हिंसाग्रस्त मणिपुर में अब स्थायी तौर पर कायम होगी शांति, 8 मार्च से कहीं भी जा सकेंगे लोग ,सभी रास्तों से अवैध बैरिकेड हटाने के निर्देश ….

मणिपुर। लगभग दो साल से हिंसाग्रस्त मणिपुर में स्थायी शांति की उम्मीद बढ़ गई है। गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को सुरक्षा बलों को आठ मार्च से राज्य में सभी मार्गों पर लोगों की निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित करने का निर्देश दिया और बाधा उत्पन्न करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा।

सभी रास्तों से अवैध बैरिकेड हटाने के निर्देश

उन्होंने सुरक्षा हालात की समीक्षा करते हुए स्थिति को सामान्य बनाने के लिए कई कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए। इनमें मणिपुर में सभी रास्तों से अवैध बैरिकेड हटाकर मुक्त आवाजाही सुनिश्चित करना, जबरन उगाही करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करना, ड्रग्स तस्करों के नेटवर्क के खिलाफ अभियान शुरू करना और म्यांमार से घुसपैठ रोकने के लिए प्राथमिकता के आधार पर सीमा पर बाड़ लगाना शामिल है।
अमित शाह ने साफ किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार मणिपुर में चिरस्थायी शांति बहाली के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए हरसंभव सहायता दे रही है। मणिपुर में हालात को सामान्य बनाने और कानून-व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए शाह ने आठ मार्च से सभी रास्तों पर जनता की मुक्त आवाजाही सुनिश्चित करने को कहा, ताकि लोग कहीं भी आ-जा सकें।

मैतेयी और कुकी समुदाय ने अवैध रूप से बैरिकेड लगा रखे हैं

ध्यान देने की बात है कि मणिपुर के विभिन्न मार्गों पर मैतेयी और कुकी समुदाय ने अवैध रूप से बैरिकेड लगा रखे हैं और वहां हर गाड़ी की चे¨कग की जाती है। एक समुदाय के लोगों की बैरिकेडिंग वाले इलाके से गुजरना दूसरे समुदाय के लिए खतरनाक होता है। बैरिकेडिंग अवैध वसूली का भी अहम स्थान बन गया है, जहां से गुजरने वाली हर गाड़ी से जबरन उगाही की जाती है।
शाह ने इस पर तत्काल रोक लगाने और जबरन उगाही के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा। म्यांमार से कुकियों का अवैध घुसपैठ एक बड़ा मुद्दा रहा है। समीक्षा बैठक के दौरान शाह ने मणिपुर से लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा पर आवाजाही के लिए चिह्नित किए गए प्रवेश स्थानों के दोनों तरफ बाड़ लगाने के काम को जल्द पूरा करने को कहा है।

म्यांमार के अवैध घुसपैठ पर रोक लगेगी

गृह मंत्रालय पहले ही म्यांमार के साथ 1967 में किए गए मुक्त आवाजाही समझौते को निरस्त कर चुका है। इससे म्यांमार के अवैध घुसपैठ पर रोक लगेगी। इसी तरह से ड्रग्स तस्करी मणिपुर के उग्रवादी गुटों की फंडिंग का बड़ा जरिया रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री बीरेन सिंह मणिपुर में हिसा के लिए अफीम की अवैध खेती और ड्रग्स तस्करी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई को बड़ी वजह बताते रहे हैं। शाह ने मणिपुर को नशामुक्त बनाने का निर्देश दिया और इसके लिए नशे के व्यापार में लिप्त पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने को कहा।

पहली बार हालात सामान्य होने के संकेत

बैठक में मणिपुर के राज्यपाल के साथ-साथ सेना, असम राइफल्स, बीएसएफ, केंद्रीय गृह मंत्रालय व राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। दरअसल, दो सप्ताह पहले मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगाने के बाद पहली बार हालात सामान्य होने के संकेत मिलने लगे हैं।

650 से अधिक लूटे हुए हथियार वापस किए गए

राज्यपाल अजय कुमार भल्ला की अपील पर 650 से अधिक लूटे हुए हथियार वापस किए गए और अब इसकी अवधि छह मार्च तक के लिए बढ़ा दी गई है। इससे पहले अपील के बावजूद मैतेयी और कुकी दोनों समुदाय की ओर से हथियार वापस नहीं किए जा रहे थे। इस पृष्ठभूमि में अमित शाह की अध्यक्षता में हुई बैठक को अहम माना जा रहा है।