कोरबा। मो. न्याज नूर आरबी प्रदेश लोकसभा प्रभारी भाजपा मोदी मित्र सह संयोजक सहकारिता प्रकोष्ठ ने कोरबा जिले में कंप्यूटर ऑपरेटर को फड़ प्रभारी विक्रेता बनवा ट्रांसफर में फर्जीवाड़ा करने वाले अधिकारी कर्मचारियों की जांच व कड़ी कार्यवाही करने हेतु कलेक्टर को ज्ञापन दिया है।
पत्र में उल्लेख किया गया है कि सूबे के मुखिया विष्णुदेव साय जी के सुशासन के अंतर्गत अवैध धान बिक्री को रोकने आपके आदेश पश्चात सहकारिता विभाग द्वारा धान खरीदी में जिले के कंप्यूटर ऑपरेटरों का ट्रांसफर किया गया है। जिसमें भूपेंद्र साहू प्राधिकृत अधिकारी सहकारी संस्थाएं द्वारा कंप्यूटर ऑपरेटर को ही उपार्जन केन्द्र कोरबी(धतुरा) का फड़ प्रभारी बना दिया गया, जिससे शासन की मंशानुसार नियमतः धान खरीदी पर सवालिया निशान खड़ा हो रहा है, जिससे धान खरीदी में बिचौलियों का हौसला बुलंद होने के साथ साथ गलत तरीके से पदस्थ कर्मचारी व व्यापारी दोनों के मिलीभगत से व्यापक भ्रष्टाचार होने की शिकायत प्राप्त हो रही है। उपार्जन केन्द्र कोरबी(धतुरा) का धान खरीदी केंद्र प्रभारी प्रबंधक समुन्द सिंह जो की विगत वर्ष में धान खरीदी फड़ प्रभारी एवं वर्तमान में प्रभारी प्रबंधक और बारदाना प्रभारी है, जिसको बिचौलियों का सहयोग एवं जांजगीर जिले से अवैध धान का खपत कराने की शिकायत प्राप्त हो रही है।
श्री आरबी ने कहा है कि गजब की बात यह है की जब चाहे प्राधिकृत अधिकारी भूपेंद्र साहू CEO(समिति प्राधिकृत अधिकारी) और समुंद सिंह प्रभारी प्रबंधक किसी को भी अपने निजी फायदे के लिए किसी को भी अपने संस्था में भर्ती किया जाने की शिकायत प्राप्त हो रही है। जबकि उपार्जन केन्द्र में पहले से ही एक कंप्यूटर ऑपरेटर शैलेन्द्र राठौर और 3 विक्रेता कर्मचारी रहते हुए भी कंप्यूटर ऑपरेटर नियुक्त किया गया है जो गलत तरीके से किया गया है, जिसमें अपना निजी स्वार्थ छुपा हुआ है। जबकि उपार्जन केंद्रों में 2018 से अभी तक सहकारी समितियों में कर्मचारी की नियुक्ति पर रोक लगा है।
युवा नेता ने कहा है कि प्रभारी प्रबंधक समुंद सिंह एवं प्राधिकृत अधिकारी भूपेंद्र साहू CEO(समिति प्राधिकृत अधिकारी) द्वारा मिलीभगत कर कर्मचारी नियुक्ति की गई है। जबकि पर्याप्त कर्मचारी रहते हुवे भी और कर्मचारी नियुक्ति की गई है जो की यह गलत है और उसी कर्मचारी को जिसे समिति में कंप्यूटरीकरण के लिए दैनिक वेतन में 6 माह पहले रखा गया था उसे धान खरीदी का डाटा ऑपरेटर बनाया गया है यह पूरी तरीके से गलत है और उपार्जन केंद्र कोरबी(धतूरा) में 2 वरिष्ठ कर्मचारी एक कर्मचारी 1985 और दूसरा कर्मचारी 1996 से लगातार काम कर रहे कर्मचारीयों को CEO(समिति प्राधिकृत अधिकारी) द्वारा नाकारा जा रहा है और अपने फायदे के लिए जिसको जो पा रहा है उसकी नियुक्ति किया जा रहा है।
अतः विषयांतर्गत लेख में जो कंप्यूटर ऑपरेटर को फड़ प्रभारी बनाया गया जो शासन को तगड़ा नुकसान लगाने में एसे कर्मचारी को नियुक्त किया गया है समुंद सिंह उतरदा समिति का कर्मचारी है मूलतः उतरदा समिति तत्काल ट्रांसफर किया जाए और गलत तरीके से ऑपरेटर की नियुक्ति किया गया है उसको ग्रामीणों की मंशानुरूप तत्काल हटाया जाए और पुराने कर्मचारियों से ही कार्य लिया जाए जिससे अतिरिक्त कर्मचारियों का भार समिति को न पड़े और हानि से समिति बचे। जिसमें उचित कार्यवाही कर सूचित करने का कष्ट करें।
पत्र की प्रतिलिपि भाजपा प्रदेश कार्यालय, रायपुर(छ.ग.) एवं उपायुक्त सहकारी संस्थाएं कोरबा को दी गई है।