वेंटिलेटर पर आकांक्षी जिला कोरबा की हेल्थ सिस्टम ! प्रसव के बाद बिगड़ी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और जुड़वा बच्चों की हालत,एम्बुलेंस में आक्सीजन नहीं होने से तीनों की मौत ….मचा हड़कम्प

कोरबा । आकांक्षी जिला कोरबा की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था ने एक बार फिर तीन लोगों की जान ले ली। यहां के वनांचल क्षेत्र करतला में रहने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को प्रसव के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। प्रसव के बाद अस्पताल में भर्ती जुड़वा बच्चे और मां की तबीयत बिगड़ने लगी। जिसके बाद आनन फानन में सरकारी एंबुलेंस से तीनों को मेडिकल कालेज अस्पताल रिफर कर दिया गया। लेकिन एंबुलेंस में आक्सीजन नही होने के कारण मां और जुड़वा बच्चे ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। इस घटना ने एक बार फिर जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिये है।

जानकारी के मुताबिक ये पूरा मामला करतला थाना के ग्राम जोगीपाली का है। मृतिका के पति बिहारी लाल राठिया ने बताया कि उसकी पत्नी कांति राठिया एकीकृत बाल विकास परियोजना करतला के आंगनबाड़ी केंद्र मांझीपारा में कार्यकर्ता के पद पर पदस्थ थी। महिला एवं बाल विकास विभाग से मिली जानकारी अनुसार 6 माह से गर्भवती कार्यकर्ता को 7 माह लगने वाला था। लूज मोशन के कारण बाथरूम जाने पर पहले बच्चे का वहीं जन्म के दौरान ही मृत्यु हो गई ।ठीक इसके एक घण्टे बाद दूसरे बच्चे का जन्म हुआ।इस दौरान जच्चा एवं बच्चा दोनों स्वस्थ थे ,लेकिन प्लेसेन्टा बाहर नहीं आ रहा था। हालत बिगड़ते देख परिजनों ने करतला सीएचसी में टेलीफोनिक संपर्क किया एवं स्थिति से अवगत कराया। जिससे मेडिकल यूनिट घर पर आई और संजीवनी एक्सप्रेस(108) द्वारा हास्पिटल लाया गया। वहाँ भी प्लेसेन्टा बाहर नहीं आया। जिससे उसे जिला हॉस्पिटल रैफर किया गया। इस दौरान जच्चा बच्चा दोनों स्वस्थ थे ,लेकिन उपचार के दौरान दोनों की मृत्यु हो गई। वहीं कार्यकर्ता के पति बिहारी लाल राठिया का कहना है कि परिवार के लोग महिला और जुड़वा बच्चों को लेकर करतला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उपचार के लिए लेकर पहुंचे थे। बिहारी लाल राठिया ने बताया कि अस्पताल में उपचार के दौरान अचानक महिला की तबियत बिगड़ने लगी।
आनन फानन में डाक्टर ने महिला और बच्चों को मेडिकल कालेज अस्पताल के लिए रिफर कर दिया। सरकारी एंबुलेंस से महिला और नवजात शिशु को लेकर परिवार के लोग रवाना हुए थे। तभी रास्ते में महिला की सांसे फूलने लगी। इस दौरान सरकारी एंबुलेंस में आक्सीजन नही होने के कारण तत्काल महिला और बच्चों को मदद नही मिल पायी, जिससे महिला और जुड़वा बच्चों की रास्ते में भी मौत हो गयी। जिला अस्पताल पहुंचने के बाद डाॅक्टर ने तीनों को मृत घोषित कर दिया।
इस घटना के बाद पीड़ित परिजनों ने सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए हैं । मृतिका के पति का आरोप है कि यदि एंबुलेंस में आक्सीजन की व्यवस्था होती, तो उसकी पत्नी और बच्चों की जान बच सकती थी। लेकिन लचर सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था के कारण एक ही पल में तीन जिंदगियां छीन गई । इस घटना के बाद बिहारीलाल राठिया के घर पर मातम पसरा हुआ है। वहीं इस घटना पर जिला अस्पताल पुलिस चौकी में प्राथमिकी दर्ज कर घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है।घटना के संदर्भ में सीएमएचओ एस. एन .केसरी से उनका पक्ष जानने उनके मोबाइल नम्बर पर संपर्क किया गया। कॉल रिसीव नहीं करने की वजह से उनका पक्ष नहीं आ सका है।।