हाथियों से सुरक्षा दायित्व को लेकर आपस में उलझ रहे वनकर्मी -ग्रामीण

ग्रामीणों के साथ वनकर्मी के न रहने पर ऐतराज जताया तो हुई तीखी बहस

कोरबा,कोरबी-चोटिया। ग्रामीण क्षेत्रों और इससे लगे जंगल में हाथियों की लगातार मौजूदगी से दहशत कायम है। हाथियों की निगरानी कर उन्हें गांव की ओर आने से खदेड़ने के लिए वन कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है लेकिन निगरानी के दौरान जब ग्रामीण हाथियों को भगाने में लगे हैं तब उस वक्त वनकर्मी के द्वारा दायित्व निर्वहन को लेकर उठे सवाल के बीच जोरदार बहस हो गई।

उक्त वन कर्मी हाथियों की मौजूदगी वाले स्थान से दूर अन्य साथियों और गांव की कुछ महिलाओं के साथ अलाव पर आग तापते हुए बगल में लेट कर आराम कर रहा था। इस बात पर गांव के युवकों ने एतराज जताया कि वे लोग जब हाथियों की निगरानी और खदेड़ने में लगे हैं तो वन कर्मियों को उनके साथ होना चाहिए लेकिन वह यहां आकर महिलाओं के पास आराम कर रहे हैं। वन कर्मी ने भी अपने हिसाब से जवाब देते हुए कहा कि 5 दिन से ड्यूटी कर रहा है लेकिन किसी ने उसके खाने-पीने की सुध नहीं ली। हालांकि ग्रामीण और वनकर्मी अपनी-अपनी जगह पर खुद को सही ठहरने में लगे रहे लेकिन जिस तरह से कर्तव्य निर्वहन को लेकर ग्रामीणों ने सवाल उठाया और वन कर्मी के द्वारा बहस के बीच गाली-गलौज की गई व धमकी दी गई, उससे माहौल गर्माया रहा। इसका वीडियो भी गांव के लोगों में वायरल हुआ है। ग्रामवासियों ने इस पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया सोशल मीडिया ग्रुप में देते हुए कहा है कि वन गर्मी इस तरह से ग्रामीणों के बीच अभद्रता और गाली- गलौच करेंगे तो यह बर्दाश्त के बाहर होगा।