रामपुर विधायक ननकीराम कंवर ने की थी शिकायत ,चर्चित थे अधिकारी, साढ़े 4 माह में हुए करोड़ों के पंजीयन सवालों के घेरे में
हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा । नियम विरुद्ध तरीके से उप पंजीयक बनाए गए नायब तहसीलदार सोनू अग्रवाल को हटा दिया गया है । उनकी जगह कटघोरा में पदस्थ रहीं उप पंजीयक किरण खलखो को कोरबा उप पंजीयक बनाया गया है । रामपुर विधायक व प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर द्वारा शासन प्रशासन को आड़े हाथों लेने के बाद राज्य शासन ने त्वरित कार्यवाई की है ।
यहाँ बताना होगा कि उप पंजीयक अजय कुमार देवता 31 जुलाई 2020 को सेवानिवृत हुए। इसके बाद 18 अगस्त 2020 से उप पंजीयक कार्यालय कटघोरा के पंजीयन लिपिक सत्य प्रकाश गौराहा को उप पंजीयक कार्यालय कोरबा का प्रभार दिया गया था। लेकिन प्रशासन के दबाव के चलते जिला पंजीयक ने उक्त आदेश को संसोधित करते हुए 16 सितंबर 2020 से नियम विरुद्ध तहसीलदार रैंक के पद पर नायब तहसीलदार भैसमा सोनू अग्रवाल को उप पंजीयक का प्रभार दे दिया। जबकि नियमानुसार इस पद पर विभागीय अधिकारियों को ही पदस्थ किया जाना रहता है । अथवा तहसीलदार को प्रभार दिया जा सकता है । स्टाम्प एवं रजिस्ट्रेशन एक्ट के तहत पंजीयन विधि एवं प्रक्रिया की विभागीय परीक्षा उत्तीर्ण करने के उपरांत ही इस पद पर पदस्थापना की जाती है । लेकिन राजस्व विभाग के निर्देश पर जिला पंजीयक ने नियम विरुद्ध तरीके से नायब तहसीलदार को उप पंजीयक बना दिया। इनकी कार्यप्रणाली शुरू से चर्चे में रही । लोगों से मिल रही शिकायत के आधार पर रामपुर विधायक व प्रदेश के पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर ने स्वयं इसकी शिकायत मुख्य सचिव से की थी । साथ ही हाल ही में कलेक्टोरेट के घेराव के दौरान जिला प्रशासन को आड़े हाथों लिया था। जिसे देखते हुए पंजीयन एवं स्टाम्प विभाग ने उक्त आदेश को निरस्त करते हुए कटघोरा में पदस्थ उप पंजीयक किरण खलखो को उप पंजीयक कोरबा बना दिया है। बहरहाल इस कार्यवाई के बाद प्रशासनिक गलियारों में तरह तरह की चर्चाएं होने लगी है ।
तो कार्यकाल में किए दस्तावेजों की होनी चाहिए जांच
शासन के आदेश के बाद स्पष्ट हो गया है कि नायब तहसीलदार सोनू अग्रवाल विधि विरुद्ध उप पंजीयक के पद पर 6 माह तक बने हुए थे । जिसके बाद इनके कार्यप्रणाली से शासन प्रशासन की भी खूब किरकिरी हुई है । अगस्त से जनवरी माह 6 माह तक इनके कार्यकाल में कराए गए समस्त पंजीकृत दस्तावेजों की जांच की जानी चाहिए। उप पंजीयक कोरबा कार्यालय में चालू वित्तीय वर्ष में अप्रैल से जनवरी 2021 तक 2177 दस्तावेज पंजीकृत हुए हैं । जिसके एवज में 12 करोड़ 92 लाख 46 हजार 637 रुपए का राजस्व ( स्टाम्प ड्यूटी) प्राप्त हुआ है । इनमें अधिकांश पंजीयन नायब तहसीलदार सोनू अग्रवाल के कार्यकाल के हैं । जिसकी नियमानुसार जांच किया जाना आवश्यक है । ताकि शासन के कार्यों में पारदर्शिता बनी रहे।
वर्जन
कमीशनखोरी के लिए किए थे पदस्थ
शासन प्रशासन कमीशन के लिए विधि विरुद्ध कार्य कर रही है । कमीशनखोरी के लिए उप पंजीयक के लिए अयोग्य नायब तहसीलदार को उप पंजीयक बना दिया गया था। मेरे पास स्वयं भू स्वामियों ने शिकायत की थी कि रजिस्ट्री के एवज में 25 हजार रुपए की मांग की गई । पैसे देने के बाद रजिस्ट्री हुई।
ननकीराम कंवर ,विधायक विधानसभा रामपुर
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शासन के आदेश का किया है पालन
उप पंजीयक के सेवानिवृति पश्चात जिला प्रशासन द्वारा नायब तहसीलदार को उप पंजीयक का प्रभार दिया गया था । जिसे शासन ने संसोधित करते हुए विभागीय अधिकारी को उप पंजीयक पद पर पदस्थ करने का आदेश जारी किया है ।
आशुतोष कुमार कौशिक ,
कलेक्टर ऑफ स्टाम्प एवं जिला पंजीयक