0 100 करोड़ रुपए से अधिक के धान का त्वरित उठाव नहीं होने से समितियां परेशान,देखें खरीदी ,जाम के आंकड़े ….
हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा । समर्थन मूल्य पर किए जा रहे धान खरीदी अभियान पर शुक्रवार को विराम लग चुका है। कोरबा जिला पहली बार तय लक्ष्य के करीब पहुंचकर पहली बार पीछे रह गया।वहीं पंजीकृत 17 फीसदी किसान धान बेचने नहीं पहुँचे। तय लक्ष्य 31 लाख क्विंटल की पूर्ति में 41 समितियों के 65 उपार्जन केंद्रों में 44 हजार 427 किसानों ने 29 लाख 15 हजार 548.80 क्विंटल समर्थन मूल्य पर 670 करोड़ 57 लाख 62 हजार 240 रूपए का धान बेचा ।
जिले को खरीफ विपणन वर्ष 2024 -25 में 31 लाख क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य दिया गया था। पंजीकृत 54 हजार 121 किसानों के 73 हजार 225 .6410 हेक्टेयर रकबे से लक्ष्य की पूर्ति की जानी थी। लेकिन अर्से बाद जिला लक्ष्य के करीब पहुंचते पहुँचते 5.95 फीसदी (1 लाख 84 हजार 451.2 क्विंटल)पीछे रह गया। 1 नवंबर से 31 जनवरी तक चले धान खरीदी अभियान में 41 समिति के 65 उपार्जन केंद्रों में 29 लाख 15 हजार 548 .80 क्विंटल धान की आवक हुई । 44 हजार 427 किसानों ने 56 हजार 187 .1035 हेक्टेयर रकबे के धान बेचा। इस तरह 9 हजार 694 (17 .91 फीसदी )किसान धान बेचने नहीं पहुंचे। 92 हजार 339.20 क्विंटल धान खरीदी कर उपार्जन केंद्र भैसमा सभी 65 उपार्जन केंद्रों में सिरमौर रहे । खरीदे गए धान में से 31 जनवरी की स्थिति में 24 लाख 1 हजार 957.60 क्विंटल 82.38 फीसदी धान का उठाव हो चुका है।
100 करोड़ रुपए से अधिक के 5 लाख क्विंटल से अधिक धान शेष
जिले में 31 जनवरी की स्थिति में सभी 65 उपार्जन केंद्रों में 5 लाख 13 हजार 591.20 क्विंटल समर्थन मूल्य पर 118 करोड़ 12 लाख 59 हजार 760 रुपए का धान उठाव के इंतजार में हैं। मार्कफेड द्वारा शत प्रतिशत धान के उठाव का डीओ तो जारी कर दिया गया है। जिसमें 10 दिनों के भीतर उठाव का प्रावधान है। लेकिन लगातार तेज होते धूप की वजह से खरीदे गए नमीयुक्त धान के वजन में लगातार कमी (सूखत)आ रही है। जिसका वहन समितियों को करना पड़ता है। जिले में इस साल उठाव की सबसे लचर व्यवस्था रही। जिसका खामियाजा समितियाँ भुगत रही हैं। जिले के 22 उपार्जन केंद्रों में 10 -10 हजार क्विंटल से अधिक धान उठाव के इंतजार में हैं। 31 जनवरी की स्थिति में अखरापाली में 14 हजार 478 क्विंटल,उतरदा में 11 हजार 569.20 क्विंटल बोईदा में 10 हजार 340 क्विंटल,करतला में 13 हजार 445.60 क्विंटल,केरवाद्वारी में 21 हजार 670 क्विंटल,कुल्हरिया में 12 हजार 752 .40 क्विंटल ,कोरबी (पाली) में 13 हजार 558 क्विंटल,कोरबी (पोंडी उपरोड़ा )में 14 हजार 901 .60 क्विंटल ,चिकनीपाली में 12 हजार 514 क्विंटल,जटगा में 11 हजार 621 .60 क्विंटल ,तुमान में 16 हजार 11 क्विंटल ,नवापारा में 21 हजार 500 क्विंटल ,बेहरचुवां में 15 हजार 292 क्विंटल,पठियापाली में 12 हजार 341 क्विंटल ,फरसवानी में 10 हजार 478 .40 क्विंटल,बरपाली (कोरबा )में 19 हजार क्विंटल,भैसमा में 13 हजार 29 क्विंटल ,रामपुर में 21 हजार 836 क्विंटल ,श्यांग में 10 हजार 596 क्विंटल,उमरेली में 10 हजार 190 .40 क्विंटल,सिरमिना में 20 हजार 1 .60 क्विंटल एवं सोहागपुर में 12 हजार 322.40 क्विंटल धान उठाव की राह तक रहे ।