उत्तराखंड । उत्तराखंड के चमोली जिले के माणा गांव में बीआरओ कैंप पर ग्लेशियर टूटने से राहत और बचाव कार्य में जुटीं भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) और सेना की टीमों ने 55 में से 50 मजदूरों को बाहर निकाल लियां भारतीय सेना के पीआरओ लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष श्रीवास्तव ने चार लोगों की मौत की पुष्टि कीं
हालांकि अभी भी सेना और एनडीआरएफ की टीमें बचाव और राहत कार्य में जुटी हुई हैंं दूसरी ओर, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रभावित क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण किया और अधिकारियों को बचाव अभियान में तेजी लाने का निर्देश दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धामी से बात की और उन्हें पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया।
दूसरी ओर, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने बचाव अभियान के लिए चार टीमें भेजी हैं, जबकि चार और टीमें स्टैंडबाय पर हैं। खराब मौसम के बावजूद बाकी लोगों को बचाने के प्रयास जारी हैं। अब तक 55 में से 50 मजदूरों को सुरक्षित बचा लिया गया है और भारतीय सेना ने 14 नागरिकों को भी बचाया है।