वक्फ संशोधन कानून के विरोध के दौरान उग्र प्रदर्शन हिंसा से मुर्शिदाबाद में हालात तनावपूर्ण ,राज्यपाल ने दिए सख्त कार्रवाई के आदेश ,CM ममता ने बुलाई आपात बैठक …

कोलकाता। पश्चिम बंगाल के कई जिलों में वक्फ कानून के खिलाफ उग्र प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ संशोधन कानून के विरोध के दौरान हिंसा भडक़ गई। इस हिंसा में तीन लोगों लोगों की मौत हो गई है। जानकारी के अनुसार, जिले के शमशेरगंज में एक घर से पिता-पुत्र की रक्तरंजित लाश बरामद हुई है। उनके शरीर पर अनेक जगहों पर जख्म के निशान हैं। वहीं, सूती में यह किशोर की गोली लगने से मौत हो गई है। मुर्शिदाबाद में भडक़ी हिंसा के सिलसिले में 110 लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी।

हिंसा के दौरान पुलिस वैन सहित कई वाहनों में आग लगा दी गई। सुरक्षा बलों पर पथराव किया गया और सडक़ें ब्लॉक कर दी गईं। हिंसा की घटना में 15 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं तथा अनेक लोग जख्मी हुए हैं। मुर्शिदाबाद हिंसा मामले को लेकर टीएमसी के सौगत रॉय ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुस्लिम समुदाय को शांत करने के लिए बैठक बुलाई है।
मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून के खिलाफ लोगों जमकर विरोध प्रदर्शन किया। ये प्रदर्शन हिंसा में तब्दील हो गया। हिंसा में तीन लोगों की जान गई है। कलकत्ता हाई कोर्ट ने शनिवार को मुर्शिदाबाद के हिंसाग्रस्त इलाकों में केंद्रीय बल की तैनाती के निर्देश दिए। नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने हिंसाग्रस्त इलाकों में केंद्रीय बल की तैनाती की मांग को लेकर आज हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। न्यायाधीश सौमेन सेन व न्यायाधीश राजा बसु चौधरी की विशेष खंडपीठ में अधिकारी की याचिका पर सुनवाई हुई। खंडपीठ ने कहा कि कोर्ट आंखें मूंद कर नहीं बैठ सकता। मुर्शिदाबाद में शांति लौटाना व सभी की रक्षा करना कोर्ट का मुख्य उद्देश्य है। हिंसा के लिए दोषी लोगों को तत्काल चिह्नित करना होगा। बता दें कि मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई है जबकि अनेक लोग घायल हुए हैं। इसके अलावा 15 पुलिस कर्मी गंभीर रूप से जख्मी हैं।इसके अलावा खंडपीठ ने कहा कि राज्य के अन्य हिंसाग्रस्त इलाकों में केंद्रीय बल की तैनाती की जरूरत होने पर सरकार इसकी मांग कर सकती है। सुनवाई के दौरान सुवेंदु के वकील ने कहा कि मुर्शिदाबाद में हालात बेकाबू हैं। स्थिति काफी गंभीर है और यह राज्य प्रशासन के नियंत्रण के बाहर है। जिला प्रशासन सीमा सुरक्षा बल को कार्य करने नहीं दे रहा है। लिहाजा मुर्शिदाबाद के हिंसाग्रस्त इलाकों में तत्काल केंद्रीय बल की तैनाती की जरूरत है। इसके बाद खंडपीठ ने इस संबंध में राज्य सरकार से उसकी राय मांगी। अंत में मौजूदा हालात के मद्देनजर खंडपीठ ने केंद्रीय बल की तैनाती का निर्देश दिया।बंगाल के राज्यपाल डॉ. सीवी आनंद बोस ने वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद व मालदा सहित बंगाल के कई जिलों में विरोध प्रदर्शनों के दौरान शुक्रवार को हुई हिंसा व तनाव के मद्देनजर राज्य सरकार को सख्त निर्देश जारी किए हैं।राज्यपाल ने संवेदनशील क्षेत्रों में गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ तत्काल और प्रभावी कार्रवाई करने को कहा है। राजभवन के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि हिंसा और संवेदनशील क्षेत्रों में तनाव व फिर से अशांति की आशंका को देखते हुए राज्यपाल ने स्थिति के बारे में मुख्यमंत्री के साथ भी फोन पर चर्चा की। हालांकि बातचीत का विवरण का खुलासा नहीं किया गया है।मुर्शिदाबाद समेत राज्य के अन्य हिस्सों में फैली हिंसा के बीच सीएम ममता बनर्जी ने लोगों से शांति स्थापित करने की अपील की है। सीएम ममता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि हम वक्फ कानून के पक्ष में नहीं है। पश्चिम बंगाल में वक्फ कानून लागू नहीं होगा फिर दंगा किस बात का। सीएम ममता ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि सभी धर्मों के लोगों से मेरी विनम्र अपील है कि कृपया शांत रहें, संयमित रहें। धर्म के नाम पर कोई भी गलत हरकत न करें। हर इंसान की जान कीमती है, राजनीति करने के लिए दंगे न भडक़ाएं। जो लोग दंगे भडक़ा रहे हैं, वे समाज को नुकसान पहुंचा रहे हैं।