रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट को कहा अलविदा,सन्यास का किया ऐलान ,खेलते रहेंगे वनडे,अब सिर्फ 2027 वर्ल्ड कप पर ध्यान ,जानें हिटमैन की यादगार पारियां,जानें सन्यास की क्या रही बड़ी वजह …

खेल। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर क्रिकेट जगत को चौंका दिया. 38 साल के इस दिग्गज बल्लेबाज ने यह फैसला ऐसे समय में लिया, जब उनकी फॉर्म और कप्तानी पर सवाल उठ रहे थे.

ऐसे में रोहित के लिए ये मास्टरस्ट्रोक साबित हो सकता है क्योंकि उनकी फॉर्म और फिटनेस को लेकर लगातार सवाल उठते रहे हैं.
ऐसे में अब रोहित टेस्ट फॉर्मेट को अलविदा कहने के बाद अब अपना पूरा फोकस वनडे फॉर्मेट में लगाएंगे. अगला विश्व कप साल 2027 में होना है और रोहित इस विश्व कप को अपने नाम कर भारत को 16 सालों बाद वनडे वर्ल्ड कप में जीत दिलाना चाहेंगे.

रोहित शर्मा का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का फैसला

रोहित शर्मा ने इंस्टाग्राम पर अपने टेस्ट संन्यास की घोषणा करते हुए कहा कि वह वनडे क्रिकेट में भारत का प्रतिनिधित्व जारी रखेंगे. रोहित ने टेस्ट क्रिकेट में 116 पारियों में 4301 रन बनाए, जिसमें 12 शतक और 18 अर्धशतक शामिल हैं. उनकी कप्तानी में भारत ने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ कई यादगार जीत हासिल कीं. लेकिन हाल के महीनों में उनकी फॉर्म में गिरावट और 2024-25 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में खराब प्रदर्शन ने उन पर दबाव बढ़ा दिया था.

क्यों है मास्टरस्ट्रोक?

रोहित का यह फैसला कई मायनों में मास्टरस्ट्रोक साबित हो सकता है. पहला, 38 साल की उम्र में टेस्ट क्रिकेट की शारीरिक और मानसिक मांग को पूरा करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है. टेस्ट से संन्यास लेकर रोहित अब वनडे और आईपीएल जैसे छोटे प्रारूपों पर ध्यान दे सकते हैं. दूसरा, उनकी कप्तानी और बल्लेबाजी वनडे में भारत के लिए सबसे बड़ी ताकत है. 2023 वनडे विश्व कप में रोहित ने 597 रन बनाए थे और फाइनल तक भारत को पहुंचाया था. तीसरा, यह फैसला बीसीसीआई को टेस्ट और वनडे के लिए अलग-अलग कप्तान चुनने का मौका देता है, जिससे दोनों प्रारूपों में रणनीति बेहतर हो सकती है.

2027 विश्व कप का सपना

भारत ने आखिरी बार 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में वनडे विश्व कप जीता था. तब से 16 साल बीत चुके हैं, और भारतीय प्रशंसक एक और विश्व कप का इंतजार कर रहे हैं. रोहित शर्मा, जिन्हें ‘हिटमैन’ के नाम से जाना जाता है, इस सपने को पूरा करने के लिए सबसे मजबूत दावेदार हैं. उनकी आक्रामक बल्लेबाजी और शांत कप्तानी ने भारत को कई मौकों पर जीत दिलाई है. 2024 में टी20 विश्व कप जीतने के बाद रोहित ने टी20 से संन्यास लिया, और अब टेस्ट से हटकर वह वनडे पर पूरा फोकस करेंगे.

रोहित शर्मा का टेस्ट करियर

रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है, जो इंग्लैंड दौरे से पहले भारतीय टीम के लिए एक बड़ा झटका है। उनकी कप्तानी में भारत ने 24 टेस्ट खेले, जिनमें 12 में जीत, 9 में हार और 3 ड्रॉ रहे। हालांकि, रोहित की कप्तानी में भारत को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 में ऑस्ट्रेलिया से 3-1 की हार मिली थी और उससे पहले न्यूजीलैंड ने भी 3-0 से हराया था। इंग्लैंड दौरे पर बीसीसीआई अब नए कप्तान की तलाश में है, जिसमें जसप्रीत बुमराह और शुभमन गिल के नाम आगे चल रहे हैं। रोहित ने अपने करियर में 67 टेस्ट मैच खेले, जिनमें 40.57 की औसत से 4301 रन बनाए, जिसमें 12 शतक और 18 अर्धशतक शामिल हैं, और उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 212 रन रहा। इससे पहले वह टी20 इंटरनेशनल से भी संन्यास ले चुके थे और अब सिर्फ वनडे में खेलते दिखेंगे।

चीफ सिलेक्टर ने रोहित से की उनके फ्यूचर को लेकर बात

PTI में छपी रिपोर्ट्स के अनुसार बीते कुछ घंटे पहले ही नेशनल चीफ़ सिलेक्टर अजीत अगरकर (Ajit Agarkar) ने रोहित शर्मा ने उनके इंटरनेशनल करियर को लेकर एक मीटिंग की. जिसके बाद से ही इस तरह के कयास लगाए जा रहे थे कि रोहित शर्मा जल्द ही टेस्ट क्रिकेट से कप्तानी छोड़ने का फैसला कर सकते है लेकिन रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने सबको चौंकाते हुए न सिर्फ कप्तानी बल्कि फॉर्मेट को ही अलविदा कहने का फैसला कर लिया और औपचारिक तौर पर टेस्ट क्रिकेट से रिटायर होने का ऐलान किया.

ड्रीम डेब्यू

रोहित शर्मा ने 2013 में कोलकाता के ईडन गार्डन्स में वेस्टइंडीज के खिलाफ 177 रनों की शानदार पारी खेलकर टेस्ट क्रिकेट में अपने आने का एलान किया। उन्‍होंने 301 गेंदों का सामना किया था और 23 चौकों के साथ ही 1 छक्‍का लगाा था। अपनी इस पारी के चलते रोहित ने भारत को संकट से बाहर निकला था। रविचंद्रन अश्विन के साथ उन्‍होंने 280 रन जोड़े थे। अश्विन और रोहित शर्मा की 280 रन की साझेदारी टेस्ट मैचों में 7वें विकेट के लिए भारत की सबसे बड़ी साझेदारी थी। इसने वीवीएस लक्ष्मण और एमएस धोनी के बीच 259 रन के रिकॉर्ड को तोड़ दिया था। भारत ने यह मैच 51 रन से जीता था।

ओपनिंग का मौका मिला

डेब्‍यू के 6 साल बाद अक्‍टूबर 201 रोहित को विशाखापत्तनम में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ओपनिंग करने का मौका मिला। रोहित ने इस मौके का पूरा फायदा उठाया और 244 गेंदों पर 23 चौकों और छह छक्कों की मदद से 176 रनों की शानदार पारी खेली। मयंक अग्रवाल के साथ मिलकर रोहित ने 317 रनों की ओपनिंग साझेदारी की। भारत ने यह मैच 203 रन से जीता।

दोहरा शतक

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्‍ट सीरीज का शानदार प्रदर्शन जारी रहा। रांची में खेले गए तीसरे टेस्‍ट में हिटमैन ने 212 रनों की धमाकेदार पारी खेली। उनकी 255 गेंदों की पारी में 28 चौके और छह छक्के जड़े थे। इस पारी के चलते भारत ने 497 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। भारत ने यह टेस्‍ट पारी और 202 रन से जीता। रोहित 529 रनों के साथ सीरीज के सबसे ज्‍यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए।

इंग्लैंड में चला बल्‍ला

सितंबर 2021 में ओवल में रोहित शर्मा ने इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट की दूसरी पारी में 127 रन जड़कर आलोचकों को चुप करा दिया। स्विंग और सीम की चुनौतियों का समना करते हुए रोहित ने भारत की पारी को संभाला। भारत ने 157 रनों से इस मुकाबले को जीता था।

मास्टरक्लास पारी

2021 में रोहित ने चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में स्पिनिंग ट्रैक पर शानदार बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड के खिलाफ 231 गेंदों पर 161 रनों की शानदार पारी खेली थी। रोहित ने इंग्लिश स्पिनरों को चकमा देते हुए भारत को 317 रनों से करारी जीत दिलाई और सीरीज में वापसी की।