हिस्ट्रीशीटर सूदखोर तोमर बंधुओं की गैरकानूनी गतिविधियों की परतें परत दर परत खुल रहीं ,200 करोड़ के बैंक फ्रॉड का पर्दाफाश …..

रायपुर। हिस्ट्रीशीटर सूदखोर तोमर बंधुओं की गैरकानूनी गतिविधियों की परतें एक-एक कर खुलने लगी हैं। पुलिस व निगम की जांच में एक के बाद एक परतें खुलती जा रही है। वीरेंद्र सिंह तोमर और रोहित सिंह तोमर ने करीब 200 करोड़ रुपये का बैंक फ्रॉड कर अवैध संपत्ति और सूदखोरी का साम्राज्य खड़ा कर लिया।

जानकारी के मुताबिक, तोमर बंधुओं ने सुंदर नगर स्थित दो बैंक के अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर एजेंट विकास शर्मा के जरिए फर्जी आधार-पैन पर होम और पर्सनल लोन स्वीकृत कराए। फर्जी पासबुक एंट्री के जरिए गाड़ियों की खरीदी कर उन्हें बिहार, यूपी और नेपाल में बेच दिया जाता था।

फर्जी कंपनियों का जाल👇

‘तोमर मोटर्स’, ‘रोहित आटो मोबाइल्स’ और ‘शुभकामना वेंचर्स प्रा.लि.’ जैसी फर्जी कंपनियों के जरिए बैंक से लोन लेकर गाड़ियां खरीदी जाती थीं। गाड़ियों की आरसी में एचपी दर्ज नहीं करवाई जाती थी, जिससे उन्हें बिना रोक के बाहर बेचा जा सके।

हवेली, स्विमिंग पूल और क्लब👇

जांच में पता चला है कि तोमर बंधुओं ने 8 हजार वर्गफीट में आलीशान बंगला बना रखा है। इसमें दो हजार वर्गफीट भूमि पर अवैध कब्जा है। हवेली के अंदर बेसमेंट, स्विमिंग पुल और क्लब भी बना है।

राजनीतिक पहुंच और चुनाव की तैयारी👇

सूत्रों के मुताबिक वीरेंद्र सिंह तोमर विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा था और दावा करता था कि करोड़ों खर्च कर टिकट ले लेगा। इंटरनेट मीडिया पर नेताओं संग तस्वीरें साझा कर खुद को रसूखदार दिखाता था।

5 टीमें आरोपियों की तलाश में मार रहीं छापे👇

पुलिस ने पांच टीमें गठित कर आरोपितों की तलाश शुरू कर दी है। संभावना है कि उन्हें भगोड़ा घोषित कर प्रदेशभर में पोस्टर जारी किए जाएं। नगर निगम भी अवैध निर्माण पर कार्रवाई की तैयारी में है।