बालोद । झलमला में तहसीलदार पति के घर के बाहर भूख हड़ताल में बैठी रेणु गुप्ता और उसकी जेठानी को पुलिस ने जबरन उठाकर सखी सेंटर पहुंचा दिया. बालोद तहसीलादर ने बताया कि दोनों बहुएं और आरोपी तहसीलदार और उनके सास ससुर के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई है. कार्रवाई करने पहुंचे तहसीलदार ने कहा कि इनका विवाद उच्च न्यायालय में चल रहा है. सुनवाई के दौरान आने वाले दिनों में पेशी भी होनी है.
धरने पर बैठी बहुओं पर कार्रवाई:👇

तहसीलदार आशुतोष शर्मा ने बताया कि दोनों पक्षों को समझाने की कोशिश की जा रही है. लेकिन दोनों पक्ष अपनी अपनी बातों पर अड़े हुए हैं. दोनों बहुएं चाहती हैं कि वो ससुराल में रहें और उनको वहां की अनका हक मिले. ससुराल पक्ष वालों का कहना है कि उनकी जान का खतरा उनसे हो सकता है लिहाज वो उनको अपने यहां नहीं रख सकते हैं.
दोनों ने 48 घंटे का अल्टीमेटम ससुराल वालों को दिया था. दोनों को हमने सखी सेंटर बात करने के लिए बुलाया. जब हमने उनको समझाने की कोशिश की तो उन लोगों ने बैग से पेट्रोल की बोतल निकालकर हंगामा करने लगी. जिसके बाद हमने उनको सखी सेंटर लाया गया है. दोनों से हमने बॉन्ड पेपर भरवाया गया है. एक महिला का पति नहीं मिल रहा है इस संबंध में पुलिस ही कुछ बता पाएगी: आशुतोष शर्मा, तहसीलदार, बालोद
जानें विवाद की वजह👇
दरअसल तहसीलदार राहुल गुप्ता और मत्स्यपालन अधिकारी सतीश चंद्र गुप्ता की दोनों बहुओं ने अपने हक के लिए ससुराल के गेट पर धरना प्रदर्शन शुरु कर दिया. विवाद बढ़ता देख प्रशासन ने हस्तक्षेप किया. दोनों बहुओं को समझाने की कोशिश की लेकिन जब बात नहीं बनी तो पुलिस ने उनको वहां से जबरन हटा दिया. सखी सेंटर में जब दोनों बहुओं को लगाया गया तो उनके बैग से पेट्रोल की बोतल निकली. दोनों लोगों से बॉन्ड भरवाया गया है कि वो किसी तरह का कोई गलत काम नहीं करेंगे.
कुछ लोग कर रहे बहुओं का समर्थन 👇
ग्राम झलमला के सरपंच से लेकर जनप्रतिनिधि और आम नागरिक दोनों महिलाओं के समर्थन में डटे हुए हैं. इस दौरान पुलिस के साथ उनकी तू तू मैं मैं भी हुई वहीं अब महिलाओं के ऊपर हुई कार्रवाई के बाद उसके जमानत को लेकर गांव वाले जुटे हुए हैं.