महिला एवं बाल विकास विभाग में प्रशासनिक सर्जरी,6 जिलों के बदले डीपीओ ,कोरबा,सूरजपुर ,बलौदाबाजार में नए डीपीओ की पोस्टिंग नहीं करने से उठे सवाल …..

रायपुर। महिला एवं बाल विकास विभाग ने सोमवार को 7 जिला कार्यक्रम अधिकारियों का स्थानांतरण आदेश जारी है। जारी नवीन पदस्थापना आदेश में सूरजपुर ,महासमुंद ,बलौदाबाजार ,
कोंडागाँव ,कोरबा एवं बस्तर जिला प्रभावित हुआ है।सबसे बड़ी हैरानी कोरबा ,सूरजपुर एवं बलौदाबाजार जिले में डीपीओ का तबादला तो कर दिया गया लेकिन डीपीओ की पदस्थापना नहीं की गई है। साथ ही कई डीपीओ का 2 साल के पहले ही ट्रांसफर से विभाग सुर्खियों में बना हुआ है।

कोरबा जिले में पदस्थ जिला कार्यक्रम अधिकारी रेणु प्रकाश का तबादला ,कोंडागाँव जिला कार्यक्रम अधिकारी के पद पर कर दिया गया है। इनकी कोरबा जिले में पदस्थापना को सवा साल ही हुए थे कि पुनः उनका तबादला कर दिया गया। इससे पूर्व वो जशपुर जिले में भी साल भर से कम समय में उनका ट्रांसफर कोरबा कर दिया गया था। बस्तर जिले में भी 2022 में पदस्थापना के दौरान साल भर के भीतर इनका जशपुर तबादला कर दिया गया।इस तरह इनका 2022 से 2025 के बीच 4 साल में 4 बार तबादला कर दिया गया । डीपीओ रेणु प्रकाश के कार्यकाल में विभाग के योजनाओं ,कार्यों में अपेक्षित गति गुणवत्ता आई थी। बावजूद इसके 2 साल से पूर्व कोरबा जिले से उनका स्थानांतरण समझ से परे रहा।यही नहीं प्रशासनिक आधार पर रेणु प्रकाश का तबादला तो कर दिया गया लेकिन विभाग आकांक्षी जिला होने के बाबजूद कोरबा जिले में डीपीओ की पदस्थापना करना भूल गया। इसी तरह सूरजपुर जिले में भी डीपीओ रमेश साहू का प्रशासनिक आधार पर ट्रांसफर कर उन्हें सचिव महिला आयोग के पद पर पदस्थ किया गया है। लेकिन यहाँ भी डीपीओ की पदस्थापना नहीं की गई।यही हाल बलौदाबाजार जिले का है यहाँ डीपीओ टिकवेंद्र जाटवर का तबादला महासमुंद किया गया है। लेकिन यहाँ भी डीपीओ की पदस्थापना नहीं की गई है। हालांकि तीनों जिलों में डीपीओ के अभाव में जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारियों को अतिरिक्त प्रभार दिया जा सकता है,लेकिन स्थानान्तरण आदेश में नए डीपीओ की पदस्थापना नहीं होने से विभाग चर्चा में बना हुआ है। विश्वस्त सूत्रों की मानें तो जल्द नए डीपीओ की पदस्थापना की जा सकती है।