त्थी में उलझी रही जांच, पहाड़ में डेढ़ माह से दफन थी मौत की वजह और लाश, आधा गांव था राजदार…. एक माह की मेहनत रंग लाई…. जानिए पूरा मामला

कोरबा-करतला,(खटपट न्यूज़)। डेढ़ माह से युवा राजमिस्त्री के लापता होने और इस बीच उसकी मौत की काफी जटिल गुत्थी आखिरकार एक माह की मेहनत में पुलिस ने सुलझा ही ली। शुरू से प्रेम प्रसंग के इर्द-गिर्द घूम रहा मामला अंत में वन्य प्राणी को मारने के लिए बिछाए गए जाल में उलझने के सच पर जाकर थमा।

कोरबा जिले के करतला थाना अंतर्गत ग्राम बेहरचुआं निवासी मनबहाल राठिया का युवा पुत्र आनंद राठिया 8 सितम्बर की रात 8 बजे अपने घर से निकला, फिर घर नहीं लौटा। अपने स्तर पर तलाश और घर लौट आने की संभावनाओं पर सूचना तत्काल थाना में नहीं दी गई। बाद में 12 दिन बाद 20 सितम्बर को सूचना पुलिस को दी गई। यहां से आनन्द की तलाश पुलिस ने शुरू की। प्रारम्भिक तौर पर आनन्द के प्रेमी मिजाज के कारण पुलिस मानती रही कि कहीं चला गया होगा, आ जायेगा।
इस बीच यह भी पता चला कि पड़ोसी गांव की एक लड़की लापता हो गयी है, तब पुलिस निश्चिन्त हो गयी कि हो न हो उसी के साथ आनन्द गया होगा लेकिन तफ्तीश के दौरान यह लड़की अपने घर पर मिली। इधर यह भी पता चला कि घटना दिनांक की रात आनन्द की प्रेमिका ने उसे मिलने के लिए फोन कर सुअरलोट के जंगल में बुलाया था। इसके बाद युवक के नहीं लौटने पर पिता मनबहाल ने लड़की के परिजन द्वारा हत्या करवा देने का संदेह जाहिर किया। पुलिस व सायबर जांच में पता चला कि इसी दिन आनन्द के मित्र की भी फोन पर लंबी बात आनन्द की प्रेमिका से हुई थी। माना गया कि कहीं प्रेम त्रिकोण में तो हत्या नहीं कर दी गयी?

0 कई टॉर्च की रोशनी देख भागा था युवक
प्रेम त्रिकोण पर उलझी पुलिस को आनन्द के मित्र से पता चला कि लड़की से मिलने वे दोनों उक्त जंगल में रात के वक्त गए थे। मिलने से पहले एकाएक कई सारे टॉर्च की रौशनी चमकी तो दोनों युवा जिधर मिला उधर भाग निकले। पुलिस ने पाया कि आनन्द ने लापता होने के बाद से अपने परिजनों से बात नहीं की थी व उसका मोबाइल भी 8 सितम्बर से बंद था। यहीं से माथा ठनका और एसपी अभिषेक मीणा के मार्गदर्शन व एएसपी कीर्तन राठौर के निर्देशन में विशेष टीम ने मेहनत शुरू की। एएसपी ने बताया कि मुखबिर की जानकारी के आधार पर ग्राम सुअरलोट से करीब साढ़े 5 किलोमीटर दूर दमक पहाड़ी धौरा डोंगरी में ऊपर मोहलाइन पेड़ के नीचे गड्ढे में दफन आनंद की लाश बरामद की ।कार्यपालिक दंडाधिकारी करतला की उपस्थिति में गड्ढा खुदवाकर लाश निकाली गयी जो आननद की थी।

0 करेंटयुक्त जीआई तार से चिपका तो सुअर समझकर लपके थे
शव मिलने के बाद जांच तेज हुई तो राज सुलझे। सुअरलोट के कुछ ग्रामीणों द्वारा सुअर फंसाने के लिए खूंटकुडा से सुअरलोट के मध्य डेढ़ किलोमीटर लंबा जीआई तार खींचकर कर करंट प्रवाहित किया गया था। घटना की रात प्रेमिका से मिलने आया आनन्द टॉर्च की रोशनी को समझा कि प्रेमिका के परिजन जान गए हैं और मारने आ रहे हैं। इसी डर में भागते वक्त तार की चपेट में आ गया जबकि साथी दूसरी दिशा में भाग निकला और बाद में भी मुंह नहीं खोला। इधर तार के सम्पर्क में आते ही स्पार्क हुआ और सुअरमारको को लगा कि सुअर फँस गया, तब मौके पर पहुंचे तो युवक का शव मिला।

0 एक मौत को छिपाने आधा गांव बन गया आरोपी
एएसपी ने बताया कि लाश देख कर सुअर मारने वाले घबरा गए और शव को चटाई में लपेटकर नरईखार पहाड़ी के पास झाड़ी में छिपा दिए। दूसरी रात 5 -7 लोग करीब साढ़े 5 किलोमीटर दूर पहाड़ के ऊपर ले जाकर लकड़ी के सहारे गड्ढा खोदकर शव को लकड़ी सहित दफना दिया। आनन्द का मोबाइल, मेमोरी चिप, सिम कार्ड को बंद बोर के गड्ढे में डाल दिया व फेंक दिया। मृतक के कपड़े भी जला दिए। इसके बाद गांव में बैठक कर सारा राज छिपाए रखने की शपथ ली गई। पुलिस ने मुख्य आरोपी सहित शव को ठिकाने लगाने और जान कर भी नहीं बताने वाले कुल 24 लोगों को धारा 304 ए (गैर इरादतन हत्या), 201(साक्ष्य छिपाने), 34(एक से अधिक ) भादवि के तहत आरोपी बनाया है। एएसपी के अनुसार सुअरलोट करीब 100 परिवार का गांव है जिनमें आधे परिवार से कोई न कोई सदस्य आरोपी बना है।
0 नाबालिग सुधार गृह, 13 आरोपी जेल भेजे गए
इस मामले का मुख्य आरोपी मयाराम राठिया पिता फत्तेसिंह के अलावा रामसिंह राठिया पिता मंगतराम, सूर्यालाल राठिया पिता हरिहर सिंह, तीजराम राठिया पिता धनसिंह, होमन सिंह राठिया पिता जगसिंह, ललित कुमार यादव पिता यादराम, खगेश्वर सिंह राठिया पिता तेजराम राठिया, लक्ष्मण सिंह राठिया पिता मंगत सिंह, विजय सिंह राठिया पिता रतिराम, बूंदराम राठिया पिता मोहितराम सभी निवासी ग्राम सुअरलोट, उपेन्द राठिया पिता बहादुर सिंह,भय सिंह राठिया पिता आशाराम, शिवसागर राठिया पिता जयराम सभी निवासी ग्राम खुंटाकुड़ा व विधि से संघर्षरत् एक बालक को पकड़ा जा चुका है।
0 इनकी हो रही है तलाश
प्रकरण के फ़रार आरोपियों कृपाराम सारथी पिता फिरतु राम, हीरा राठिया पिता भोगसिंह, गोवर्धन राठिया पिता भोगसिंह, परमेश्वर राठिया पिता मंशाराम, चुन्नु राठिया पिता सियाराम, सुनील राठिया पिता बनवारी लाल, संचू उर्फ जयप्रकाश राठिया पिता सूर्यलाल,नरेश राठिया पिता जनताराम, गुलशन राठिया पिता रामेश्वर सिंह व चित्रा राठिया पिता टीकाराम सभी निवासी ग्राम सुअरलोट थाना करतला की तलाश की जा रही है।
0 निरीक्षक तिवारी व पौरुष की मेहनत
उपरोक्त प्रकरण को सुलझाने में निरीक्षक केएन तिवारी थाना प्रभारी करतला, निरीक्षक पौरुष पुर्रे प्रभारी पुलिस सहायता केन्द्र रामपुर के नेतृत्व में उप निरीक्षक करमूसाय पैंकरा, राजेश चन्द्रवंशी, एएसआई दुर्गेश राठौर, प्रधान आरक्षक राम पाण्डेय, चक्रधर राठौर, विल्फेड मसीह, राकेश सिंह, आरक्षक गुनाराम सिन्हा, प्रशांत सिंह का महत्वपूर्ण योगदान रहा ।