हिमांचल में कुदरती कहर के बीच मुंबई टूर विवाद पर बोली कंगना -पूरा विवाद राजनीति से प्रेरित ,मैं सिर्फ -2 दिन के लिए मुंबई गई थी उसी दौरान हुई यह त्रासदी …..

हिमांचल प्रदेश। हिमांचल प्रदेश के मंडी जिले में बाढ़, लैंडस्लाइड और बादल फटने जैसी घटनाओं से भारी तबाही मची है। हालात इतने गंभीर हैं कि अब तक 75 लोगों की मौत हो चुकी है, सैकड़ों रास्ते बंद हैं और करोड़ों की संपत्ति का नुकसान हो चुका है।

इस संकट के बीच लगातार यह सवाल उठ रहा था कि मंडी से सांसद और बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत (Kangana Ranaut) कहां हैं? अब जब कंगना मंडी पहुंची हैं, तो उन्होंने पूरे विवाद को ‘राजनीतिक रूप’ से प्रेरित बताया है।

कंट्रोवर्सी पर क्या बोलीं कंगना रनौत👇

बॉलीवुड से राजनीति में आईं बीजेपी सांसद अब बाढ़ प्रभावित मंडी पहुंच चुकी हैं। यहां से वह थुनाग के लिए रवाना हुईं और मीडिया से बात करते हुए कहा कि, ‘जो भी कंट्रोवर्सी है, वो पूरी तरह से राजनीतिक रूप से मोटिवेटेड है। मैं सिर्फ दो दिन के लिए मुंबई गई थी और उसी दौरान ये सब हो गया।’

जयराम ठाकुर के बयान पर सफाई👇

जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें भाजपा के वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की टिप्पणी से आपत्ति है, तो कंगना ने कहा कि, ‘जयराम ठाकुर एक सम्माननीय नेता हैं। उन्होंने जो भी कहा, उसका गलत मतलब निकाला गया है। मेरी उनसे बात भी हुई है।’

PMO को दी पूरी अपडेट👇

मंडी पहुंचने के बाद कंगना ने दावा किया कि उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय को हिमाचल में नुकसान की जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि, ‘मैंने हिमाचल में बाढ़ से हुए नुकसान को लेकर पीएमओ को अपडेट दी है। मेरी पूरी कोशिश रहेगी कि मैं मंडी और हिमाचल के लिए ज्यादा से ज्यादा फंड ला सकूं ताकि राहत कार्य तेज़ी से हो सकें।’

मंडी में बिगड़ते हालात पर इससे पहले कंगना रनौत ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने दावा किया कि उन्हें खुद भाजपा नेता और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने फिलहाल क्षेत्र में न जाने की सलाह दी थी, क्योंकि वहां कनेक्टिविटी पूरी तरह से बहाल नहीं हुई है।

जयराम ठाकुर बोले – मैं उन पर टिप्पणी नहीं करना चाहता👇

कांग्रेस द्वारा सवाल उठाए जाने के बाद जब जयराम ठाकुर से प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूछा गया कि कंगना रनौत ने अब तक इस संकट पर कोई बयान क्यों नहीं दिया, तो उन्होंने कहा कि, ‘मैं नहीं जानता, और मैं उस पर टिप्पणी नहीं करना चाहता। हम उन लोगों के लिए जीते हैं जो परवाह करते हैं। जो परवाह नहीं करते, उनके बारे में कुछ कहना ठीक नहीं।’

उनके इस बयान को कांग्रेस ने तुरंत लपक लिया और सोशल मीडिया पर लिखा- मंडी की सांसद कंगना रनौत को अपने लोगों की कोई परवाह नहीं’- ये हम नहीं, पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर कह रहे हैं।’

मंडी में सबसे ज्यादा नुकसान, 17 मौतें👇

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, सबसे ज्यादा 17 मौतें मंडी जिले में हुई हैं। यहां बादल फटने, अचानक बाढ़ (flash floods) और भूस्खलन (landslides) ने हालात सबसे बदतर बना दिए हैं।
280 से ज्यादा सड़कें बंद हैं, जिनमें अकेले मंडी की 156 सड़कें शामिल हैं
402 लोगों को राहत शिविरों में शिफ्ट किया गया है
कई जगहों पर लापता लोगों की तलाश अभी भी जारी है ।

मुख्यमंत्री सुक्खू का हमला- जयराम प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं, लोगों के बीच जाएं👇

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कंगना की पोस्ट और जयराम ठाकुर के बयान पर तीखा रिएक्शन दिया। उन्होंने कहा कि, उन्हें (कंगना) तुरंत जयराम ठाकुर जी से बात करनी चाहिए। और जयराम जी को प्रेस से बात करने के बजाय सीधे सिराज जाकर लोगों की मदद करनी चाहिए।’

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि वे चाहे तो कॉल रिकॉर्डिंग दिखा सकते हैं, जिसमें जयराम ठाकुर से उनकी इस मुद्दे पर बात हुई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि- ‘दुखद है कि पूर्व मुख्यमंत्री गलत बयान देकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं। हमारा काम है लोगों को राहत देना, राजनीति करना नहीं।’

सीएम सुक्खू ने बाढ़ पीड़ितों के लिए कई राहत घोषणाएं कीं है:👇

👉जिनके घर बर्बाद हुए हैं, उन्हें ₹5,000 प्रति माह किराया सहायता दी जाएगी।

👉पिछले 14-15 दिनों में 14 जगह बादल फटने की घटनाएं दर्ज की गई हैं।

कई राज्यों में रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी 👇

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कई राज्यों में रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया, जिसमें आने वाले दिनों में बहुत भारी से लेकर बेहद भारी बारिश की चेतावनी दी गई।

IMD ने 6 जुलाई तक हिमाचल (कांगड़ा, सिरमौर, मंडी), पुणे (घाट), पंजाब में रेड अलर्ट जारी किया है। इसक अलावा झारखंड, मुंबई (पालघर, रायगढ़), हरियाणा में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जबकि दिल्ली, बेंगलुरु, राजस्थान में भारी बारिश का पूर्वानुमान है।

रेड और ऑरेंज अलर्ट वाले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों से घर के अंदर रहने, यात्रा से बचने और आधिकारिक सलाह का पालन करने का आग्रह किया गया है।