जलभराव की समस्या से आक्रोशित पालीवासियों ने डिप्टी सीएम का रोका काफिला , आश्वासन उपरांत मार्ग किया बहाल …..

कोरबा। जल निकासी की व्यवस्था की अनदेखी से हर साल की तरह इस साल भी पिछले 2 दिनों से मानसून की झड़ी से उत्पन्न जलभराव की स्थिति से आक्रोशित नगर पंचायत पालीवासियों ने भूमिपूजन एवं रोड उत्सव कार्यक्रम से लौट रहे डिप्टी सीएम का काफिला रोक दिया। ग्रामीणों के अचानक आंदोलनकारी इस रवैये से चकित उद्योग मंत्री ,कलेक्टर ,एसपी ने भारी बारिश के बीच वाहन से उतरकर लोगों की समस्याओं को गम्भीरतापूर्वक सुनकर शीघ्र पानी निकासी का इतंजाम किए जाने का आश्वासन दिया। तब कहीं जाकर काफिले को रास्ता दिया ।

भूमि पूजन और रोड उत्सव कार्यक्रम में आये प्रभारी मंत्री अरुण साव ,श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन और कलेक्टर अजीत वंसत समेत एसपी सिदार्थ तिवारी के काफिले को पाली के मंगल भवन से निकलने के उपरांत नगरवासियों ने रोक दिया । स्थानीय रहवासियों ,व्यापारियों का आरोप है कि नगर में जरा सी बारिश पर जलभराव की स्थिति निर्मित हो जाती है ।
लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के चलते उनके घरों और दुकानों में पानी भर गया है, जिससे दैनिक जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बस्ती और गलियों में भी जलभराव की गंभीर स्थिति बनी हुई है। उनका कहना है कि इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए वे लंबे समय से मांग कर रहे हैं, लेकिन जिला प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। इस उपेक्षा से आक्रोशित होकर ही उन्होंने मंत्रियों और अधिकारियों के काफिले को रोकने का फैसला किया। बहरहाल जिला प्रशासन ने समस्या का शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया है ,जिससे बरसात में इस तकलीफ से उन्हें निजात मिल जाएगी। साथ ही इस तरह वीआईपी काफिले को रोकने की घटना की भी पुनरावृत्ति न हो जिसे लेकर सख्ती रुख उठाए जाने के आसार हैं।

0 अधिकारियों के आश्वासन के बाद काफिला हुआ रवाना

मौके पर मौजूद कलेक्टर अजीत वंसत और एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने ग्रामीणों से बातचीत की। उन्होंने ग्रामीणों को शांत करने का प्रयास किया और उनकी समस्याओं के शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया। अधिकारियों के हस्तक्षेप और आश्वासन के बाद ही ग्रामीणों ने काफिले को आगे बढ़ने दिया। यह घटना स्थानीय प्रशासन के लिए जल निकासी व्यवस्था में सुधार और जन समस्याओं के त्वरित समाधान की दिशा में कार्य करने की आवश्यकता पर प्रकाश डालती है।