टेक्सास में जलप्रलय ! बाढ़ के कहर से 24 की मौत ,समर कैंप से 23 लड़कियां लापता ….

एजेंसी । दक्षिण-मध्य टेक्सास में शुक्रवार की सुबह अचानक आई बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है. अधिकारियों के अनुसार, इस आपदा में कम से कम 24 लोगों की जान चली गई है, और एक समर कैंप से 20 से ज़्यादा लड़कियां अभी भी लापता हैं.

मरने वालों में कुछ बच्चे भी शामिल हैं.
यह घटना सैन एंटोनियो के पास केर काउंटी इलाके में हुई. सबसे ज़्यादा चिंता कैंप मिस्टिक (Camp Mystic) को लेकर है, जो ग्वाडालूप नदी के किनारे बसा है. भारी बारिश के कारण यह नदी सिर्फ 45 मिनट के अंदर 26 फीट (लगभग 8 मीटर) तक बढ़ गई, जिससे कैंप में भयानक बाढ़ आ गई.

कैंप से 23 लड़कियां लापता👇

टेक्सास के लेफ्टिनेंट गवर्नर डैन पैट्रिक ने बताया कि कैंप से लगभग 23 लड़कियां लापता हैं. उन्होंने कहा, “इसका मतलब यह नहीं है कि वे खो गई हैं. हो सकता है वे किसी पेड़ पर फंसी हों या उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा हो.

कैंप के डायरेक्टर ने एक संदेश में बताया कि बाढ़ “विनाशकारी स्तर” की थी और कैंप में बिजली, पानी या वाई-फाई कुछ भी नहीं चल रहा है.

बड़े पैमाने पर बचाव अभियान👇

लापता लड़कियों और अन्य फंसे हुए लोगों को खोजने के लिए बड़े पैमाने पर बचाव अभियान चलाया जा रहा है. लगभग 500 बचावकर्मी और 14 हेलीकॉप्टर इस काम में लगे हैं. टेक्सास नेशनल गार्ड और अमेरिकी कोस्ट गार्ड की टीमें भी मदद कर रही हैं.

सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो सामने आए हैं जिनमें घर और पेड़-पौधे सैलाब में बहते हुए दिख रहे हैं. टेक्सास के गवर्नर ग्रेग एबॉट ने एक वीडियो शेयर किया, जिसमें एक हेलीकॉप्टर से बचावकर्मी एक व्यक्ति को पेड़ के ऊपर से बचा रहा है, जबकि नीचे बाढ़ का पानी उफान पर है. उन्होंने कहा, “जब तक हर एक व्यक्ति का पता नहीं चल जाता, हम रुकेंगे नहीं.”

मुख्य बातें 👇

👉टेक्सास में अचानक आई बाढ़ से भारी तबाही.

👉एक समर कैंप की लड़कियां भी लापता, बचाव कार्य जारी.

👉सिर्फ 45 मिनट में नदी का जलस्तर 26 फीट तक बढ़ गया.

खतरे की घंटी👇

अधिकारियों ने बताया कि रात भर में 12 इंच तक बारिश हुई, जो इस इलाके की औसत सालाना बारिश का लगभग एक-तिहाई है. एक स्थानीय जज ने ग्वाडालूप नदी घाटी को “संयुक्त राज्य अमेरिका की सबसे खतरनाक नदी घाटी” बताया.
मौसम विभाग ने और बारिश की चेतावनी दी है. वैज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन की वजह से ऐसी चरम मौसम की घटनाएं अब ज़्यादा और गंभीर होती जा रही हैं.