हसदेव एक्सप्रेस न्यूज जांजगीर चाम्पा। जल जीवन मिशन के स्वीकृत सिंगल विलेज स्कीम के कार्यों में अनियमितताओं,नियमों की अनदेखी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। आधी अधूरी योजनाओं को कहीं पूर्ण बताया जा रहा है तो कहीं फर्जी हर घर जल सर्टिफिकेट (प्रणाम पत्र )जारी कर फर्मों को भुगतान कर शासन की मंशा पर पानी फेरा जा रहा। जांजगीर -चाम्पा जिले से भी लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग का अनोखा कारनामा सामने आया है। जहाँ 60 ग्राम पंचायतों में जल जीवन मिशन अंतर्गत एकल ग्राम नलजल योजना हस्तांतरण प्रतिवेदन में संबंधित ग्राम पंचायतों के गवाह ,सहायक अभियंता के हस्ताक्षर पद मुद्रा के बगैर हस्तातंरण (हैंडओवर ) प्रतिवेदन जारी कर दिया गया है।
पीएचई जांजगीर के इस कारनामे का खुलासा सूचना के अधिकार अधिनियम 2005 में निहित प्रावधानों के तहत विधिवित प्रदाय किए गए हस्तांतरण प्रतिवेदन से हुआ है। वित्तीय वर्ष 2024 -25 में जल जीवन मिशन अंतर्गत पूर्ण एकल ग्राम नलजल योजना के हस्तांतरण प्रतिवेदन (हैंडओवर रिपोर्ट ) में इसका खुलासा हुआ है। जारी सर्टिफिकेट में योजना के अधिग्रहणकर्ता सरपंच ,सचिव ,ग्राम के 4 गवाहों के अलावा योजना हैंडओवर करने हस्तांतरणकर्ता सहायक अभियंता (एसडीओ ) का हस्ताक्षर कॉलम है ,लेकिन कागजों में योजना को पूर्ण बताने की , फर्मों को भुगतान करने की ऐसी जल्दबाजी रही या चालाकी कहें कि संबंधित पंचायतों के गवाहों ,सहायक अभियंता के हस्ताक्षर के बगैर योजना का हस्तांतरण प्रतिवेदन जारी हो गया। सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत हर घर जल सर्टिफिकेट ,पूर्णता प्रमाण पत्र की चाही गई जानकारी ने इन कारनामों को उजागर कर दिया है। नवपदस्थ कार्यपालन अभियंता से भी इस विषय पर उनका पक्ष जाना गया तो उन्होंने इसे अपने कार्यकाल के पूर्व का मामला बताकर जिम्मेदारी से इतिश्री कर ली ।
3 वित्तीय वर्षों में 737 करोड़ का हो चुका है भुगतान

कल ही संपन्न हुई विधानसभा के मानसून सत्र में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जल जीवन मिशन के स्वीकृत कार्यों के असमान भुगतान,धीमी कार्यों को लेकर सत्ता पक्ष को घेरा था। उन्होंने योजना के क्रियाशील नल कनेक्शन के दावे पर भी जनशिकायतों के आधार पर अविश्वास जताते हुए जमीनी स्तर पर पुनः जांच कराने की बात कही थी।जिससे सदन में हड़कम्प मच गया था। इस दौरान पूर्व सीएम ने जल जीवन मिशन में अब तक के वर्षवार हुए भुगतान के आंकड़ों की पाती भी सदन में पढ़कर सार्वजनिक किया था। जिसके अनुसार जांजगीर -चाम्पा जिले को वित्तीय वर्ष 2022 -23 ,2023 -24 एवं 2024 -25 में कुल 737 करोड़ रुपए तक का भुगतान हो चुका था। वित्तीय वर्ष क्रमशः 338 ,320 एवं 79 करोड़ के भुगतान की बात कही गई थी। लेकिन इस तरह के फर्जी अपूर्ण हैंडओवर सर्टिफिकेट ने कार्य की भौतिक स्थिति पर अविश्वास के बीज बो दिए हैं। सवाल यह उठ रहे हैं कि क्या सिर्फ फर्मों को त्वरित भुगतान करने की होड़ में इस तरह के कारनामे किए गए हैं । और जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारियों का इसके पीछे क्या निहित स्वार्थ हो सकता है। बहरहाल यह देखना दिलचस्प होगा कि अपूर्ण हैंडओवर सर्टिफिकेट से जुड़ी खबर सार्वजनिक होने के बाद जिला प्रशासन प्रकरण में भौतिक सत्यापन के जांच के आदेश देता है या फिर नामचीन फर्मों के आगे नतमस्तम होकर उन्हें एक तरह का ऐसे कृत्यों को सतत अंजाम देने मौन स्वीकृति प्रदान करती है।
इन ग्राम पंचायतों के लिए जारी हस्तातंरण प्रतिवेदन में गवाह,एसडीओ के दस्तखत गायब,30 करोड़ की योजनाओं की जांच की दरकार 👇




लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग जांजगीर चाम्पा के द्वारा सूचना के अधिकार के तहत प्रदाय किए गए जल जीवन मिशन अंतर्गत एकल ग्राम नलजल योजना के हस्तांतरण प्रतिवेदन में 60 ग्राम पंचायतों के प्रतिवेदन में एसडीओ व गवाह के ही दस्तखत नहीं हैं। इन ग्राम पंचायतों में विकासखण्ड पामगढ़ के ग्राम जोगीडिया ,
ग्राम कुटराबोड,कोसीर ,हिर्री,मुड़पार (च)चुरतेला ,कमरीद,कोड़ाभांट ,देवरघटा, मेहंदी ,भदरा शामिल है। विकासखण्ड अकलतरा के ग्राम कोटगढ़,बरगवां,अर्जुनी,अमलीपाली ,पचरी,करहीडीह ,कल्याणपुर ,चंदनिया ,मधुवा,
पोंडीदल्हा ,पचरी ,दर्रीडांड ,बिरकोनी ,
करधरी, खोड शामिल है। विकासखण्ड नवागढ़ के ग्राम दर्री,दहिया,भडेसर ,पोंडी (राछा ),गोधना ,कांसा,देवरी,उदयभांठा,
बरभांठा ,पेंड्री,सलखन ,मोहतरा,चौराभाठा,बरगांव पिपरा,कर्रा ,दुरपा शामिल हैं। बलौदा विकासखण्ड के ग्राम केराकछार, ढोरला,नवागांव ,कुरमा ,कटरा,खोहा ,
लछनपुर ,कुरदा,बसंतपुर ,हरदीविशाल,
कंड्रा, अंगारखार,परसदा एवं मड़वा शामिल हैं। प्रत्येक योजना तकरीबन 50 लाख रुपए की इस तरह देखें तो तकरीबन 30 करोड़ की एकल नलजल योजना की फर्जी हैंडओवर सर्टिफिकेट जारी किए जाने के आसार हैं।जिसकी जांच की नितांत दरकार है।



वर्जन
प्रकरण हमारे कार्यकाल का नहीं
आपके द्वारा बताया जा रहा प्रकरण हमारे कार्यकाल का नहीं हैं ,हमारे कार्यकाल में सभी कार्य नियमानुसार हो रहे।
आदित्य प्रताप सिंह ,प्रभारी ईई ,पीएचई जाजंगीर चाम्पा