हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा -चोटिया। महिला एवं बाल विकास विभाग के कोरबा जिले के आकांक्षी ब्लॉक पोंडीउपरोड़ा के चोटिया परियोजना में आंगनबाड़ी सहायिका के स्वीकृत 76 पदों में से 56 पदों पर की गई नियुक्ति प्रक्रिया को लेकर जनपद पंचायत पोंडी उपरोड़ा की अध्यक्ष श्रीमती माधुरी देवी ने व्यापक पैमाने पर नियमों की अनदेखी, अनियमितता आवेदिकाओं से अवैध वसूली का आरोप लगाया है। उन्होंने 11 बिंदुओं पर प्रकरण की जिला स्तरीय समिति से जांच कराने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है । शिकायत पत्र की संवेदनशीलता को देखते हुए प्रकरण में कलेक्टर ने जांच के आदेश दिए हैं।


जनपद अध्यक्ष श्रीमती माधुरी देवी ने कलेक्टर को सौंपे शिकायत पत्र में उल्लेख किया है कि कार्यालय परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास चोटिया के द्वारा अपने कार्यालयीन पत्र क्र./173/स्था/बा.वि.परि /2024 -25 चोटिया दिनांक 28 /08/2024 के कुल 76 आंगनबाड़ी सहायिकाओं की भर्ती का विज्ञापन जारी किया गया था। महोदय त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2025 उपरांत जनपद पंचायत पोंडीउपरोड़ा में जनपद पंचायत स्तरीय महिला एवं बाल विकास समिति गठित है । उन्होंने महिला एवं बाल विकास समिति पोंडी उपरोड़ा की ओर से अवगत कराया गया है भर्ती प्रक्रिया 2024 -25 में जारी होने के उपरांत आज दिनांक पर्यंत चयन लंबित रखा गया है। ,जबकि विभागीय भर्ती नियम 2008 में 89 दिवस के भीतर चयन की प्रक्रिया पूर्ण किए जाने का निर्देश है। परियोजना अधिकारी एकीकृत बाल विकास विकास परियोजना चोटिया के द्वारा पूर्व में भर्ती प्रक्रिया को लंबित रखते हुए वर्तमान समिति के समक्ष अनुमोदन कराने कहा जाता है । परंतु जब समिति चयन द्वारा प्रक्रिया के संबंध में समस्त रिकार्ड मांगी जाती है तो परियोजना अधिकारी के द्वारा स्पष्ट जवाब नहीं दिया जाता है। 76 पदों के चयन प्रक्रिया के संबंध में जनपद क्षेत्रों में विभागीय कर्मचारियों अधिकारी एवं कम्प्यूटर ऑपरेटरों के द्वारा वसूली किए जाने की शिकायत की जाती है।जिसे जनपद पंचायत सामान्य सभा पोंडी उपरोड़ा की बैठक में रखा गया था। परंतु दोषी कर्मचारियों अधिकारी के विरुद्ध किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई। उन्होंने समिति के माध्यम से व्यापक पैमाने पर नियमों की अनदेखी, अनियमितता आवेदिकाओं से अवैध वसूली के मामलों की जांच कर 11 बिंदुओं पर चयन की संपूर्ण प्रक्रिया की जांच किए जाने का अनुरोध किया है। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास अधिकारी रेणु प्रकाश ने बताया कि प्रकरण के संदर्भ में कलेक्टर सर ने जांच के आदेश दिए हैं। शिकायत प्रकरण की शीघ्र जांच की जाएगी। इसके उपरांत ही प्रकरण के संदर्भ में कुछ कहना ठीक होगा। वहीं प्रकरण के संदर्भ में प्रभारी परियोजना अधिकारी चोटिया मनोज अग्रवाल से जब इस शिकायत के संदर्भ में उनका पक्ष जाना गया तो उन्होंने स्पष्ट शब्दों में इसे निराधार शिकायत बताया। उन्होंने कहा कि चयन समिति में 4 अधिकारी होते हैं ,सब नियमानुसार हुआ है। जांच में इसकी स्वतः पुष्टि हो जाएगी। मुझे बदनाम करने की यह साजिश है।
पोंडी उपरोड़ा परियोजना में भी आई थी शिकायत,कब खत्म होगी प्रभार वाली प्रथा 👇
महिला एवं बाल विकास विभाग में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका की भर्ती प्रक्रिया में अनियमितता की यह शिकायत कोई पहला मामला नहीं है। इससे पूर्व भी पोंडी उपरोड़ा परियोजना,बरपाली परियोजना ,कोरबा ग्रामीण में साल भर के भीतर शिकायतें प्राप्त हो चुकी हैं। लिहाजा यह अत्यंत गंभीर मसला बनते जा रहा है। इसकी सबसे बड़ी मूल वजह स्थाई तौर पर अधिकारियों की पदस्थापना नहीं होना भी माना जा रहा है। वर्तमान में पसान ,एवं चोटिया परियोजना अधिकारी विहीन हैं। जबकि करतला परियोजना भी 30 जुलाई के उपरांत परियोजना अधिकारी श्रीमती रागिनी बैस के सेवानिवृत्त होते ही रिक्त हो जाएगा। इस तरह जिले के 10 परियोजनाओं में से 3 अधिकारी विहीन हो जाएंगे। वर्तमान में पसान परियोजना का अतिरिक्त प्रभार पोंडी उपरोड़ा परियोजना अधिकारी श्रीमती निशा कंवर को दिया गया है। चोटिया परियोजना का प्रभार कोरबा शहरी परियोजना में पदस्थ वरिष्ठ परियोजना अधिकारी मनोज अग्रवाल देख रहे हैं। श्री अग्रवाल का इसी साल जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी के पद पर पदोन्नति होना है ,तदोपरांत जिले में अगर अधिकारियों की नियुक्ति नहीं हुई थी। प्रभार वाली प्रथा जारी रहेगा। जिसका असर निसंदेह विभागीय कामकाज की प्रगति ,गुणवत्ता ,प्रशासनिक नियंत्रण आदि में देखने को मिलता है। शासन को इस ओर संजीदगी से ध्यान देना चाहिए।
वर्जन
कलेक्टर सर ने दिए हैं जांच के निर्देश
उक्त शिकायत पत्र के संदर्भ में कलेक्टर सर ने जांच के आदेश दिए हैं।शीघ्र बिंदुवार शिकायत प्रकरण की जांच सुनिश्चित करेंगे।जांच के पूर्व कुछ भी कहना उचित नहीं होगा।
रेणु प्रकाश ,डीपीओ मबावि
वर्जन
शिकायत निराधार ,जांच में हो जाएगी पुष्टि
शिकायत निराधार है। चयन समिति में 4 अधिकारी होते हैं,पूरी पारदर्शिता के साथ नियमानुसार पूरी प्रक्रिया हुई है। जांच में स्वतः स्पष्ट हो जाएगा।
मनोज अग्रवाल ,प्रभारी सीडीपीओ चोटिया
कलेक्टर को सौंपे गए ज्ञापन में इन बातों का उल्लेख …👇
1 .रिक्त कार्यकर्ता एवं सहायिका पद की पूर्ति हेतु कार्यालय लिपिकीय शाखा प्रभारी का नाम एवं शाखा आबंटन की छाया की जांच की जाए।
2 .आगंनबाड़ी भर्ती निर्देश 2008 की कंडिका 15 .1 अनुसार रिक्त पद की सूचना हेतु ग्राम पंचायत में मुनादी कराना है।अतएव संबंधित पंचायत को रिक्त पदों की सूचना जारी किया गया है तो मुनादी प्रभार पत्रों की जांच की जाए।
3 .आवेदन प्राप्ति पंजी (कुल कितने आवेदन सीधे कुल कितने डाक से प्राप्त हुए )की जांच की जावे,एवं आवेदन किसके समक्ष खोला गया जांच की जावे।
4 .आंगनबाड़ी रिक्त केंद्रवार कुल कितने आवेदन आए ,समस्त आवेदन पत्रों की जांच की जाए।
5 .प्राप्त आवेदन हेतु मूल्यांकन समिति की बैठक किया गया तो कब किया गया,बैठक पंजी की जांच की जाए।
6 .मूल्यांकन समिति द्वारा प्राप्त आवेदन पत्रों की जांचकर प्रावधिक कब जारी किया गया विज्ञापन में जारी कितने केंद्रों हेतु प्रावधिक मूल्यांकन जारी किया गया और कितने का नहीं । तथा प्रावधिक मूल्यांकन अनुसार कितने दिनों की दावा आपत्ति आमंत्रित पत्र एवं प्रावधिक मूल्यांकन की जांच की जावे।
7.दावा आपत्ति प्राप्ति अंतिम तिथि तक कितने दावा आपत्ति प्राप्त हुए क्या सभी दावा आपत्तियों का निराकरण कर लिया गया और यदि हाँ तो उन दावा आपत्तियों को मूल्यांकन समिति द्वारा कब निराकरण किया गया। निराकरण पत्रक तथा समस्त दावा आपत्ति पत्र एवं कितने दावा आपत्ति का निराकरण किया जाना शेष है ,जांच की जावे।
8 .दावा आपत्ति निराकरण उपरांत समिति द्वारा कितने केंद्रों हेतु अनंतिम मूल्याकंन पत्र जारी किया गया ,और किस दिनांक को किया गया ,अनंतिम मूल्याकंन पत्रक की जांच की जावे।
9 .भर्ती नियम 2008 की कंडिका 3.5 अनुसार गरीबी रेखा परिवार के नीचे जीवन यापन करने वाले परिवार के महिला होने पर प्रभावशील सूची अनुसार 06 अतिरिक्त अंक दिए जाने का प्रावधान है । वर्तमान में संचालक मबावि रायपुर के पत्र 2513 दिनांक 15 .01 .2021 अनुसार आंगनबाड़ी नियुक्ति हेतु सामाजिक आर्थिक एवं जाति जनगणना वर्ष 2011 सूची गरीबी रेखा हेतु मान्य किया गया है ।उक्त निर्देशानुसार कितने आवेदिकाओं को गरीबी रेखा 2011 अनुसार 6 अंक दिया गया है अवगत करावें । क्या भर्ती प्रक्रिया में वर्ष 2002 गरीबी रेखा सूची (जिसकी मान्यता आंगनबाड़ी भर्ती में नहीं है )अनुसार कितने आवेदिकाओं को 6 अंक दिया गया है। एवं कितने को नहीं दिया गया कारण संपूर्ण की जांच की जावे।
10 .अनंतिम मूल्यांकन पत्रक पश्चात पंचायत चुनाव के पूर्व के कितने पदों हेतु महिला बाल विकास समिति के समक्ष अनुमोदन हेतु बैठक कब -कब रखा ,बैठक रखने हेतु जारी पत्र की जांच की जावे।
11 .जारी विज्ञापन अनुसार समिति को प्राप्त जानकारी अनुसार कुल 76 पदों हेतु विज्ञापन जारी किया गया है,तथा उनमें से 56 की नियुक्ति किए जाने हेतु कार्यवाही किया गया। शेष 20 पदों हेतु नियुक्ति की कार्यवाही पूर्ण नहीं किया गया है। क्यों। और नियुक्ति की कार्रवाई किस स्तर पर लंबित है । एवं वर्ष 2024 से किन कारणों से लंबित रखा गया एवं भर्ती नियम 2008 अनुसार निर्धारित 89 दिवस में क्यों पूर्ण नहीं किया गया जांच की जावे।