बेटे की गिरफ्तारी के 4 दिन बाद ED की प्रेस नोट पर भड़के पूर्व सीएम बघेल, भूपेश ने कसा तंज ,बोले – क्या अडानी के ऑफिस का कंप्यूटर ख़राब हो गया था या भाजपा का ‘सुपर CM’ छुट्टी पर था?”

रायपुर । छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक और बड़ा कदम उठाते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को 18 जुलाई 2025 को गिरफ्तार कर लिया है। यह कार्रवाई धनशोधन निवारण अधिनियम (PMLA), 2002 के अंतर्गत की गई। चैतन्य को विशेष न्यायालय (PMLA), रायपुर में पेश किया गया, जहां से उन्हें 22 जुलाई तक ED रिमांड पर भेज दिया गया है।

ईडी द्वारा चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी को लेकर चार दिन बाद आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई, जिस पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।

“ED अब भाजपा की एजेंसी बन गई है” – भूपेश बघेल👇

पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा👇

“अब एक प्रेस रिलीज आया है।
मेरे घर 10 मार्च को ED आई, छापा मारा लेकिन कोई प्रेस नोट नहीं दिया कि क्या जब्त हुआ।
फिर 26 मार्च को CBI ने छापेमारी की, लेकिन उन्होंने भी कुछ नहीं बताया।
मैंने खुद मीडिया को बताया था कि क्या मिला।
अब मेरे बेटे की गिरफ्तारी के चार दिन बाद प्रेस नोट आया है।
क्या अडानी के ऑफिस का कंप्यूटर ख़राब हो गया था या भाजपा का ‘सुपर CM’ छुट्टी पर था?”

“ED भाजपा के लिए और भाजपा ED के लिए काम करती है “👇

भूपेश बघेल ने इसे राजनीतिक साजिश करार देते हुए लिखा कि,“ED भाजपा के लिए और भाजपा ED के लिए काम करती है।
इसीलिए आज सर्वोच्च न्यायालय ने ईडी को फटकार लगाई है कि आप राजनीतिक लड़ाई न लड़ें और न ही किसी के उपकरण बनें।”

भाजपा पर तीखा हमला👇

बघेल ने यह भी आरोप लगाया कि ED की यह कार्रवाई पूरी तरह से राजनीतिक द्वेष से प्रेरित है और भाजपा लोकतांत्रिक संस्थानों का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने यह सवाल भी उठाया कि अगर उनके बेटे की गिरफ्तारी में कोई गंभीरता थी, तो तुरंत प्रेस को जानकारी क्यों नहीं दी गई?

ईडी की जांच और चैतन्य की भूमिका👇

ED के अनुसार, चैतन्य बघेल पर आरोप है कि उन्होंने शराब घोटाले से जुड़े 16.70 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग की, जिसे उन्होंने रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स के ज़रिए वैध दिखाने की कोशिश की। मामले की जांच अभी भी जारी है।