दिल्ली । मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और नेता प्रतिपक्ष राहुल गाँधी आमने – सामने आ गए है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने बिहार में वोटर लिस्ट की जांच और वोट चोरी के आरोपों के बीच, लोकसभा में नेता विपक्ष, राहुल गाँधी को हलफ़नामे के साथ शिकायत करने अन्यथा देश से माफ़ी मांगने का फ़रमान सुना दिया है, अब हप्ते भर के भीतर राहुल गाँधी को चुनाव आयोग के खिलाफ ठोस शिकायत देनी होगी, अन्यथा उनके आरोप सिर्फ हवा – हवाई साबित होंगे। चुनाव आयोग की खरी – खोटी सुनने के बाद कांग्रेस ने विपक्ष को एकजुट करने की कोशिशें शुरू कर दी है। कांग्रेस अन्य विपक्षी दलों के साथ मिलकर मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने की तैयारी में हैं।
बताया जाता है कि आयोग के आक्रामक रवैये से राहुल गाँधी CEC के व्यवहार से नाराज बताये जाते हैं।
बिहार में वोटर लिस्ट की गहन जांच और वोट चोरी के आरोप के बीच विपक्ष चुनाव आयोग के खिलाफ एकजुट होने की कवायत में जुटा है। कांग्रेस, इंडी गठबंधन विपक्ष की तरफ से मुख्य निर्वाचन आयुक्त के खिलाफ महाभियोग। प्रस्ताव की तैयारी में है। सूत्रों के हवाले से इस आशय की खबर सामने आ रही है, विपक्ष सीईसी ज्ञानेश कुमार के खिलाफ सदन में महाभियोग प्रस्ताव ला सकता है। मुख्य चुनाव आयुक्त के व्यवहार से नाराज राहुल गाँधी अब इस नई कवायत में व्यस्त बताये जा रहे है। बिहार में वोटर लिस्ट से नाम काटे जाने के साथ ही वोटों की चोरी और पक्षपात को लेकर गांधी के अलावा सपा और RJD भी चुनाव आयोग पर लगातार आक्रामक रुख अपनाए हुए है।

आज फिर संसद परिसर में विपक्ष का प्रदर्शन शुरू हो गया है। इंडिया ब्लॉक के सांसदों ने संसद परिसर में चुनावी राज्य बिहार में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है। विपक्षी दलों के सदस्य बीजेपी और चुनाव आयोग के खिलाफ ‘वोट चोरी’ के आरोप लगा रहे हैं। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर कहा, “मुख्य चुनाव आयुक्त ने भाजपा से यही अनुरोध क्यों नहीं किया? उन्होंने भी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी, लेकिन मुख्य चुनाव आयुक्त बीजेपी के साथ कांग्रेस जैसा व्यवहार क्यों नहीं कर रहे हैं? मुझे लगता है कि मुख्य चुनाव आयुक्त द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इस संवैधानिक पद की गरिमा को कमजोर किया गया है।

कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी एवं सांसद वामसी गद्दाम ने न्यूज़ टुडे से चर्चा करते हुए कहा कि ज्ञानेश कुमार ऐसे बात कर रहे हैं जैसे वे चुनाव आयोग का नहीं, बल्कि बीजेपी का प्रतिनिधित्व कर रहे हों। कांग्रेस सांसद ने कहा कि राहुल गांधी ने कुछ बुनियादी सवाल उठाए हैं, जिसमें चुनाव आयोग पर वोट चोरी का आरोप लगाया गया है। चुनाव आयोग का काम आम आदमी और देश के आम मतदाता को यह विश्वास दिलाना है कि कोई चोरी नहीं हो रही है, कोई हेराफेरी नहीं हो रही है।

कांग्रेस और विपक्ष के आरोपों से दो – चार हो रहे चुनाव आयोग ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेस कर वोट चोरी के आरोपों पर सफाई दी थी। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार का कहना था कि आयोग सभी राजनीतिक दलों के साथ समान व्यवहार करता है, क्योंकि हर दल का जन्म चुनाव आयोग में रजिस्ट्रेशन से होता है। सीईसी का कहना था कि चुनाव आयोग के लिए, कोई पक्ष या विपक्ष नहीं है, सभी समकक्ष हैं। चाहे किसी भी राजनीतिक दल का कोई भी हो, चुनाव आयोग अपने संवैधानिक कर्तव्य से पीछे नहीं हटेगा। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की तरफ से लगाए गए आरोपों पर अब चुनाव आयोग सख्त हो गया है। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने पलटवार करते हुए कहा कि 7 दिन में राहुल गाँधी को हलफनामा देना होगा या फिर देश से माफी मांगनी होगी। उन्होंने कहा था कि मैं मीडिया के माध्यम से यह कहना चाहता हूं कि अगर 7 दिन में हलफनामा नहीं मिला, तो ये सभी आरोप बेबुनियाद माने जाएंगे। हमारे मतदाताओं के बारे में यह बोलना कि
वह फर्जी है, जो भी इस बात को बोल रहा है, उसे माफी मांगनी चाहिए। फ़िलहाल, महाभियोग को लेकर विपक्ष सक्रीय है।