KORBA : CMHO का अल्टीमेटम बेअसर ,हड़ताली NHM कर्मचारी धरने पर ही डटे, भरी हुंकार ,इन मांगों पर सहमति के बाद ही हड़ताल समाप्त करने की जिद पर अड़े….

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा । CMHO का हड़ताली NHM कर्मचारियों को कार्य पर लौटने का फरमान ,बर्खास्तगी का अल्टीमेटम बेअसर साबित हुआ। मंगलवार को एनएचएम के 700 से भी अधिक हड़ताली कर्मचारी घण्टाघर स्थित धरना स्थल पर डटे रहे। हड़ताली कर्मचारियों ने विभाग के किसी भी प्रकार के दमनात्मक कारवाई से साथियों को पीछे नहीं हटने ,नहीं डरने का ऐलान कर विभाग की परेशानी बढ़ा दी है।

16 अगस्त से 10 सूत्रीय मांगों को लेकर बेमियादी हड़ताल में गए
NHM कर्मचारियों की वजह से अस्पतालों में ताला
बंदी के हालत बन आए हैं,चरमराती हुई स्वास्थ्य सेवाओं एवं जनता की नाराजगी से आक्रोशित शासन ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए 16 सितंबर तक प्रदेश के सभी 16 हजार कर्मचारियों को कार्य पर वापस लौटने का निर्देश दिया था। बकायदा आकांक्षी जिला कोरबा से भी हड़ताल में शामिल 700 से अधिक कर्मचारियों को सीएमएचओ द्वारा नोटिस जारी की गई थी। कयास लगाए जा रहे थे कि मंगलवार को सभी सीएमएचओ कार्यालय में आमद दर्ज कराकर कार्य पर लौट आएंगे। लेकिन प्रदेश संगठन के निर्देश पर कोरबा में भी हड़ताली कर्मचारियों ने फिलहाल हड़ताल समाप्ति नहीं की। हालांकि शासन के सख्त रुख को देखते हुए संगठन 3 सूत्रीय प्रमुख मांग बर्खास्त साथी कर्मचारियों की बहाली, एमपी की पॉलिसी छत्तीसगढ़ में लागू करने का लिखित आश्वासन एवं हड़ताल अवधि को अवकाश अवधि में गणना किए जाने की शर्त पर सहमति के साथ वापस लौटने का मन बना चुके हैं इसके लिए प्रदेश संगठन के पदाधिकारियों का दल शासन से समन्वय संपर्क स्थापित करने में जुटा हुआ है। लेकिन लिखित आश्वासन के पहले हड़ताली कर्मचारियों को शासन के यू टर्न कर जाने का भी भय सता रहा है ,लिहाजा धरने में में डटे हुए हैं। बहरहाल हड़ताल की वजह से प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं पर खासा विपरीत असर पड़ रहा है।मरीज परेशान हो रहे हैं। सबकी निगाह शासन की कार्रवाई एवं संगठन के रुख पर टिकी हुई है।