हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा। सक्षम आंगनबाड़ी एवं पोषण 2.0 के तहत पूरक पोषण आहार व्यवस्था अंतर्गत रेडी टू ईट एवं फोर्टिफाइड आटा का परियोजना स्तर पर स्थापित यूनिट के माध्यम से निर्माण एवं आपूर्ति हेतु चयनित स्व सहायता समूह स्वचलित मशीनें स्थापित करने में रुचि नहीं दिखा रही हैं। निर्देश के बाद भी कई परियोजनाओं के चयनित समूह सस्ती महंगी के चक्कर में स्वचलित मशीनें खरीदने उदासीनता बरत रहे हैं। जिसकी वजह से चयनित समूहों के प्रशिक्षण से लेकर रेडी टू ईट के उत्पादन का इंतजार बढ़ता जा रहा है । अब ऐसे मनमौजी समूहों की छुट्टी हो सकती है। जिला प्रशासन ने महिला एवं बाल विकास विभाग को 1 अक्टूबर के बाद ऐसे समूहों का संचालन निरस्त कर योजना से पृथक करने का आदेश दिया गया है। इस फरमान से समूहों में खलबली मची है। आदेश की नाफरमानी पर ऐसे समूहों पर कार्रवाई की गाज गिरना तय माना जा रहा है।

यहां बताना होगा कि महिला एवं बाल विकास विभाग 6 माह से 6 वर्ष के नोनिहालों ,किशोरियों,गर्भवती एवं शिशुवती माताओं के पोषण के लिए कार्य करती है। 1 फरवरी 2022 के पूर्व स्थानीय महिला स्व सहायता समूहों के माध्यम से पूरक पोषण आहार कार्यक्रम अंतर्गत रेडी टू ईट कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा था। गेहूं ,सोया ,चना ,मूंगफली मिश्रित पौष्टिक पोषण आहार रेडी टू ईट 3 वर्ष तक के बच्चों ,गर्भवती एवं शिशुवती माताओं के लिए प्रत्येक मंगलवार को दिए जाने का प्रावधान है ताकि उन पर कुपोषण की काली छाया न पड़े ,कुपोषित हितग्राही इसके दायरे से बाहर निकल सकें। 3 से 6 वर्ष के बच्चों को गर्म पका हुआ भोजन में फोर्टिफाइड आटा से निर्मित रोटी प्रदाय किया जाता है।फरवरी 2022 के बाद रेडी टू ईट उत्पादन एवं वितरण का कार्य राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम की इकाइयों को दे दिया गया था। जिससे रेडी टू ईट के संचालन का कार्य कर रहीं स्व सहायता समूह की 16 हजार से अधिक महिलाएं बेरोजगार हो गईं।
सत्ता परिवर्तन के करीब डेढ़ साल बाद साय सरकार ने आखिरकार महिला स्व सहायता समूहों से चुनाव पूर्व किया अपना वादा निभाया ।
आकांक्षी जिला कोरबा समेत प्रदेश के 6 जिलों रायगढ़,सूरजपुर ,बलौदा बाजार -भाटापारा ,बस्तर एवं दंतेवाड़ा में पॉयलट प्रोजेक्ट के तहत
रेडी टू ईट उत्पादन एवं वितरण का कार्य राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम की इकाइयों की जगह शासन की घोषणानुरूप महिला स्व सहायता समूहों को संचालन का दायित्व दिया गया है।
सक्षम आंगनबाड़ी एवं पोषण 2.0 के तहत पूरक पोषण आहार व्यवस्था अंतर्गत रेडी टू ईट एवं फोर्टिफाइड आटा का परियोजना स्तर पर स्थापित यूनिट के माध्यम से निर्माण एवं आपूर्ति हेतु आकांक्षी जिला कोरबा में भी विधिवत आवेदन मंगाने के उपरांत 67 आवेदनकर्ता समूहों में से सभी 10 परियोजनाओं के लिए कुल 10 स्व सहायता समूहों का चयन किया गया है ,जिन्हें जिले के सभी 2602 आंगनबाड़ी केंद्रों में 1लाख 20 हजार 614 हितग्राहियों के लिए स्वचलित मशीनों से रेडी टू ईट तैयार कर वितरण करना है । लेकिन 30 अप्रैल को चयनित समूह 4 माह से भी अधिक समयावधि 21 सितंबर तक भी कई परियोजनाओं में चयनित स्व सहायता समूह अभी भी विभाग द्वारा दिए गए तकनीकी मार्गदर्शन के बावजूद स्वचलित मशीनें खरीदकर यूनिट स्थापित नहीं कर सकी हैं। नियमानुसार यूनिट स्थापित होने के बाद स्वचलित मशीनों के माध्यम से मानव स्पर्श रहित रेडी टू ईट के निर्माण, संचालन के लिए स्व सहायता समूहों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। प्रदेश से बाहर की टीमें आकर इसका विधिवत प्रशिक्षण देंगी। इसके उपरांत ही रेडी टू ईट का उत्पादन एवं वितरण का कार्य शुरू हो सकेगा । समूहों द्वारा स्वचलित मशीनें स्थापित करने में की जा रही लेटलतीफी को देखते हुए प्रशासन ने भी कड़ा रुख अपनाया है। नियमानुसार रेडी टू ईट के उत्पादन वितरण कार्य में रुचि नहीं दिखाने अथवा अनियमितता के मामलों की पुष्टि होने पर समूहों का संचालन निरस्त कर वरीयता क्रम में निकटस्थ समूहों को संचालन का दायित्व दिए जाने का प्रावधान है। लिहाजा जिला प्रशासन ने महिला एवं बाल विकास विभाग को 1 अक्टूबर के बाद ऐसे समूहों को योजना से पृथक करने का आदेश दिया गया है। इस फरमान से समूहों में खलबली मची है। आदेश की नाफरमानी पर ऐसे समूहों पर कार्रवाई को गाज गिरना तय माना जा रहा है।
👉PMFME योजना अंतर्गत मिलेगी पूंजीगत सब्सिडी ,बैंक से लिया गया है ऋण
उल्लेखनीय है कि कोरबा जिले में रेडी टू ईट कार्य हेतु 10 महिला समूहों का चयन किया गया है, जिन्हें अनुबंध पत्र प्रदान किए गए हैं। इन समूहों को रेडी टू ईट यूनिट की स्थापना हेतु प्रधानमंत्री फॉर्मेलाइजेशन ऑफ माइक्रो फूड प्रोसेसिंग एंटरप्राइज़ (PMFME) योजना के अंतर्गत उद्योग विभाग द्वारा पूंजीगत सब्सिडी प्रदान की जाएगी। इसके अलावा यूनिट स्थापना के लिए बैंकों ने 40 से 45 लाख का ऋण दिया है।
परियोजनावार चयनित समूह एक नजर में👇
परियोजना – चयनित समूह
कोरबा शहरी -मां तुलसी स्व सहायता समूह ढोढ़ीपारा
कोरबा ग्रामीण -सफुरा माता स्व सहायता समूह सलिहाभांठा
बरपाली – जय मां दुर्गा स्व सहायता समूह नोनबिर्रा
करतला -जय माँ दुर्गा स्व सहायता समूह नोनबिर्रा
कटघोरा -जय दुर्गा स्व सहायता समूह मुढाली
हरदीबाजार – जय माँ दुर्गा महिला स्व सहायता समूह बोईदा
पाली -प्रगति स्व सहायता समूह रजकम्मा
पोंडी उपरोड़ा – पार्वती स्व सहायता सिंधिया
चोटिया -आदर्श महिला स्व सहायता समूह खिरटी
पसान -मां लक्ष्मी स्व सहायता समूह बैरा