बिलासपुर । बिलासपुर में कांग्रेस नेता पर हुई अंधाधुंध फायरिंग मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस गोलीकांड का मास्टरमाइंड युवा कांग्रेस का पूर्व उपाध्यक्ष विश्वजीत अनंत निकला है, जिसने अपने भाइयों और साथियों के साथ मिलकर जनपद उपाध्यक्ष एवं कांग्रेस नेता नितेश सिंह की हत्या की साजिश रची थी। बिलासपुर एसएसपी रजनेश सिंह (भा.पु.से.) के नेतृत्व में गठित टीम ने महज 24 घंटे के भीतर विश्वजीत सहित सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें दो नाबालिग भी शामिल हैं। पुलिस ने आरोपियों के पास से देशी पिस्टल, कट्टा, मैगजीन और कारतूस बरामद किए हैं।
👉ऑफिस के सामने ताबड़तोड़ फायरिंग
यह घटना 28 अक्टूबर की शाम करीब 6 बजे मस्तूरी क्षेत्र की है। कांग्रेस नेता नितेश सिंह अपने मामा तामेश सिंह, टुकेश सिंह, भाई बृजेश सिंह और अन्य रिश्तेदारों के साथ अपने ऑफिस के सामने बैठे थे। इसी दौरान दो बाइक पर सवार नकाबपोश हमलावर वहां पहुंचे और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग में राजकुमार सिंह के पैर में गोली लगी, जबकि चन्द्रभान सिंह भी घायल हुए। घटना के दौरान अफरा-तफरी मच गई, लेकिन नितेश सिंह ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से जवाबी फायरिंग कर दी, जिसके बाद हमलावर मौके से फरार हो गए।
👉पुलिस ने झोंकी पूरी ताकत
गोलीकांड की खबर मिलते ही बिलासपुर पुलिस अलर्ट मोड पर आ गई। एसएसपी रजनेश सिंह ने खुद सरकंडा थाना में कंट्रोल रूम बनाकर मोर्चा संभाला। पुलिस की कई टीमें गठित की गईं और आसपास लगे 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए पुलिस ने पहले मोहम्मद मतीन को हिरासत में लिया और फिर पूछताछ में अन्य आरोपियों के नाम सामने आए। महज कुछ ही घंटों में पुलिस ने विश्वजीत अनंत, उसके भाई अरमान अनंत, चाहत अनंत, मोहम्मद मतीन, मोहम्मद मुस्तकीम और दो नाबालिगों को गिरफ्तार कर लिया।
👉पहले दो बार भी रची जा चुकी थी हत्या की साजिश

जांच में खुलासा हुआ कि कांग्रेस नेता नितेश सिंह पर हमला करने की कोशिश पहले भी दो बार की जा चुकी थी, लेकिन हमलावरों को सफलता नहीं मिली थी। इस बार उन्होंने पूरी तैयारी के साथ हमला किया, लेकिन नितेश सिंह बाल-बाल बच गए।नितेश सिंह ने पूछताछ में बताया कि उन्हें एक हफ्ते पहले ही हमले की सूचना मिल चुकी थी, पर उन्होंने इसे गंभीरता से नहीं लिया।
👉राजनीतिक वर्चस्व और जमीन विवाद में रचा गया षड्यंत्र
एसएसपी रजनेश सिंह ने खुलासा किया कि इस पूरी वारदात के पीछे राजनीतिक वर्चस्व और जमीन के कारोबार का विवाद मुख्य कारण था। कांग्रेस नेता नितेश सिंह हाल ही में जनपद उपाध्यक्ष बने थे, जिसमें उन्होंने नागेंद्र राय को हराया था। नागेंद्र राय और विश्वजीत अनंत एक ही राजनीतिक खेमे से जुड़े हुए हैं। दोनों गुटों के बीच जमीन के क्रय-विक्रय और राजनीतिक प्रभाव को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। एसएसपी रजनेश सिंह ने कहा, यह पूरी वारदात सुनियोजित थी। पुलिस ने तकनीकी और जमीनी स्तर पर त्वरित कार्रवाई कर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिले में कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
👉बरामद हथियार

देशी पिस्टल – 02 नग ,
देशी कट्टा – 01 नग ,
मैगजीन – 05 नग ,
जिंदा कारतूस – 04 नग ,
चले हुए कारतूस के खोखे – 13 नग,मोबाइल फोन – 05 नग
